गौतमबुद्धनगर में गैर पंजीकृत चिकित्सकों की खैर नही

 

फर्जी चिकित्सक
फर्जी चिकित्सक

जिले के दादरी, दनकौर, बिलासपुर, रबूपुरा, जेवर आदि कसबों में चले रहे निजी चिकित्सकों हॉस्पिटलों में आए दिन मरीजों के जिदंगी के साथ खिलवाड किए जाने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। मरीज की मौत के मामलों में कई गैर पंजीकृत चिकित्सकों के खिलाफ पुलिस तक मामला दर्ज कर चुकी हैं

गौतमबुद्धनगर जिले में पंजीकरण की प्रक्रिया आज एक अप्रैल-2024 से शुरू

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर

गौतमबुद्धनगर में अब गैर पंजीकृत चिकित्सकों की खैर नही है। बगैर पंजीकरण चिकित्सकों को अब पंजीकृत होना ही होगा। यह फरमान ऐसे चिकित्सकों के लिए जारी किया गया है कि जो आयुर्वेद अथवा युनानी निजी चिकित्सक हैं और बगैर पंजीकरण के ही चिकित्सा कार्य में लगे हुए हैं। इन्हें अब पंजीकृत होना होगा यदि ऐसा नही किया गया तो फिर  सीधे कार्यवाही की तलवार लटकेगी। सरकार का मानना है कि आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्वति से चिकित्सा करने वाले चिकित्सकों में बडी संख्या में फर्जी चिकित्सक बने बैठे हुए हैं

चिकित्सा
चिकित्सा

सरकार की कार्यवाही से बचने के लिए इन चिकित्सकों ने फर्जी चिकित्सा शिक्षण संस्थानों से कई तरह की डिग्रियां तक हासिल कर ली है। इनमें बडी संख्या में ऐसे भी चिकित्सक हैं जो नर्सिंग होम अथवा निजी हॉस्पिटल तक चला रहे हैं। इस तरह के फर्जी चिकित्सकों के नाम के आगे एमबीबीएस, एमडी, एमस, बीएएमएस और बीयूएमएस तक डिग्रियां लिखी हुई देखी जा सकती है। उत्तर प्रदेश की आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा परिषद का फरमान है कि अब उन्हीं चिकित्सकों को चिकित्सा किए जाने की अनुमति प्रदान की जाएगी जिनका पंजीकरण होगा। इससे यह साफ पता चलेगा कि जिले में कितने चिकित्सक असल चिकित्सा शिक्षण संस्थानों से योग्यता हासिल किए हुए हैं और कितने चिकित्सक ऐसे हैं जो फर्जी डिग्री के सहारे लोगों को लूटने के धंधे में लगे हुए हैंं।

आयुर्वेद एवं यूनानी
आयुर्वेद एवं यूनानी

गौतमबुद्धनगर में बडी संख्या में बिना पंजीकरण के सहारे चिकित्सा करने वाले चिकित्सकों की फौज है। इनमें कई गैर पंजीकृत चिकित्सक तो शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर इलाज के नाम पर लोगों को जमकर लूट रहे हैं। जिले के दादरी, दनकौर, बिलासपुर, रबूपुरा, जेवर आदि कसबों में चले रहे निजी चिकित्सकों हॉस्पिटलों में आए दिन मरीजों के जिदंगी के साथ खिलवाड किए जाने के मामले प्रकाश में आते रहे हैं। मरीज की मौत के मामलों में कई गैर पंजीकृत चिकित्सकों के खिलाफ पुलिस तक मामला दर्ज कर चुकी हैं। इधर गौतमबुद्धनगर जनपद के समस्त आयुर्वेद एवं यूनानी के निजी चिकित्सक, पंचकर्मा सेन्टर, आयुर्वेद चिकित्सालय संचालक चिकित्सालय में चिकित्सीय कार्य के लिए कराये अपना पंजीकरण कराए जाने के लिए कहा गया है।  क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी गौतमबुद्ध नगर डा0 धर्मेन्द्र कुमार केम ने ’’विजन लाइव’’ को बताया है कि जनपद गौतमबुद्धनगर के समस्त निजी चिकित्सक (आयुर्वेद एवं यूनानी), पंचकर्मा सेन्टर, आयुर्वेद चिकित्सालय संचालक चिकित्सीय कार्य करने के लिए अपना पंजीकरण कार्यालय क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी गौतमबुद्धनगर ब्लॉक.6, सेक्टर 39, महिला थाना कैंपस, नोएडा में कराये तथा जिन्होंने अपना पंजीकरण पूर्व में कराया हुआ है वह अपने पंजीकरण का नवीनीकरण करा लें। उन्होंने बताया कि पंजीकरण की प्रक्रिया आज एक अप्रैल-2024 से प्रारम्भ हो जायेगी, जो भी चिकित्सक(आयुर्वेद एवं यूनानी) बिना पंजीकरण के चिकित्सीय कार्य करते हुये पाया जायेगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही भी की जायेगी।

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