मजबूत पैरवी और गौतमबुद्धनगर बार एसोसिएशन के दखल के बाद पुलिस पसीजी
गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन का आभार जताया
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर जिला एवं सत्र न्यायालय सूरजपुर के वकील ने परिवार पर हमलावरांं द्वारा कहर बरपाने के मामले में मद्द किए जाने के प्रति बार एसोसिएशन का आभार जताया है। उत्तर प्रदेश के जिला जौनपुर निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय में प्रैक्टिस करते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान ने जौनपुर में घटित परिवार के साथ घटना में पुलिस के समक्ष मजबूती से पक्ष रखा। इस मामले में गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन घटना की रिपोर्ट दर्ज करने को लेकर आनाकानी कर रही पुलिस के समक्ष मजबूती के साथ अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान की ओर से खडी रही।
परिणाम यह हुआ कि हमलावरों की मद्द कर रही पुलिस को झुकना पडा और फिर अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान ओर से पीडित पक्ष की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज हुई। अब वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान ने गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश भाटी एडवोकेट, सचिव धीरेंंद्र भाटी समेत समस्त पदाधिकारियों का मोरली सपोर्ट किए जाने के प्रति आभार जताया है। अब्दुल नासिर खां एडवोकेट (चैंबर नं 512) ने ’’विजन लाइव’’ को बताया कि मेरे गृह जनपद जौनपुर में कुछ अपराधी प्रवृति के दबंग भूमाफिया द्वारा मेरे मौरूसी भवन पर कब्जा करने की कोशिश में परिवार के सदस्यों पर जानलेवा हमला, घर में तोड़फोड़ आदि के पश्चात स्थानीय थाना पुलिस के अपराधियों से सांठ गांठ होने के कारण हमारी प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने की सारी कोशिशें नाकाम हो रही थीं।
ऐसे कठिन समय में हमारी बार के अध्यक्ष, सचिव तथा बार के अनेक सदस्य साथियों के मोरली सहयोग, विशेषतया अध्यक्ष उमेश भाटी द्वारा पुलिस अधीक्षक से लगातार व्यक्तिगत सम्पर्क क़ायम रखना और थाना पुलिस के विपरीत प्रयासों के बावजूद अंततः प्रथम सूचना पंजीकृत करा लेने के अथक प्रयास पर धन्यवाद, कहने को मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं अध्यक्ष उमेश भाटी जी और अन्य साथियों का आजीवन आभारी रहूंगा। अधिवक्ता एकता जिंदाबाद!
क्या है पूरा मामला आइए जानिएः-
सूरजपुर जिला गौतमबुद्धनगर की कचहरी में वकालत करने वाले अब्दुल नासिर खान एडवोकेट का परिवार जिला जौनपुर उत्तर प्रदेश में रहता है। जहां मकान के नीचे बनी दुकानों पर कुछ लोगों की नजरें टिकी हुई थीं। इन दुकानों पर नाजायज कब्जा करने की गरज से इन लोगों ने पहले भी अपने लडको के साथ मिलकर रात में ताला तोड़कर उसमें रखा सामान चोरी कर लिया था। जिला जौनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिख कर पीडित मो० जाकिर खां पुत्र स्व० अब्दुल मजीद खां सा०मौ० मखदूमशाह अढन थाना कोतवाली जौनपुर ने अवगत कराया कि प्रार्थी के पट्टीदार मो० सलीम खां पुत्र सिकन्दर खां निवासी आलम खां थाना कोतवाली जौनपुर प्रार्थी के मकान के नीचे स्थित प्रार्थी की दो दर की दुकान पर नाजायज कब्जा करना चाहते हैं तथा पहले भी अपने लडको के साथ मिलकर रात में ताला तोड़कर उसमें रखा सामान चोरी कर ले गये थे, जिसके सम्बन्ध में प्रार्थी ने थाना में दरख्वास्त दिया था तथा धारा 156 (3) सी०आर०पी०सी० का प्रार्थना पत्र भी न्यायालय में दिया था जिसकी जानकारी होने पर बहुत नाराज हुए तथा घटना दिनांक 27-03-2024 को समय करीब शाम 3.30 बजे मो० सलीम उनके लड़के जफर, अहसन, अफसर पुत्रगण मो० सलीम निवासी आलम खां व अबूसाद, रिजवान, आफताब पुत्रगण नूरूउल्लाह निवासीगण सादीपुर, थाना जलालपुर, जौनपुर अपने मित्र आशीष कुमार यादव व अन्य 15.20 लोगों के साथ घातक हथियार पिस्टल लाठी डंडा तथा हाथ में नुकीला पंजा पहनकर एक राय होकर प्रार्थी की उक्त दोनों दर की दुकानों पर नाजायज कब्जा करने की नियत से ताला तोडने लगे। शोर सुनकर प्रार्थी व प्रार्थी का बडा भाई मो० साबिर खां मौके पर पहुंचकर रोक टोक करने लगे तो हाथ में लिए हुए लाठी डंडा से हम लोगों को मारना पीटना शुरू किया तथा साबिर का मोबाइल छीनकर उन्हे गिराकर बहुत मारा। हम लोग जान बचाकर थाना कोतवाली भागे। साबिर खां कैंसर पीड़ित एवं दिल के मरीज हैं और पेशाब की थैली निकाल दिये जाने के पश्चात् कृतिम उपकरण लगा हुआ है। जिसे यह लोग जानते थे। प्रार्थी ने थाना कोतवाली में दरख्वास्त दिया तो पुलिस वालों ने हमें बैठा लिया किन्तु प्रार्थी की रपट दर्ज नहीं किया और न ही मेरी व साबिर की चोटों का डाक्टरी मुआइना कराया तथा हीला हवाली करते रहे। प्रार्थी को घर में मौजूद घर की औरतों ने बताया कि इन लोगों ने प्रार्थी के बडे भाई अब्दुल नासिर खां एडवोकेट के चैम्बर के कमरे का दरवाजा और साबिर खां के रिहाइशी कमरे का दरवाजा तोड़ कर उसमें रखा कीमती सामान रूपया गहना आदि उठा ले गये तथा कपडे आलमारी वगैरह घर के बाहर फेक दिये तथा ऊपरी तल पर स्थित प्रार्थी के रिहायशी घर में जाने वाले दरवाजे को धक्का देकर खोल लिया। जब प्रार्थी की बहन सालेहा बानों ने रोक टोक किया तो उसके गले में पहनी सोने की नई चेन लाकेट सहित व कान के टाप्स छीन लिये तथा घर में घुसकर लूटपाट करके बहुत ताण्डव किया। इस पर घर की औरतों और बच्चों ने किसी तरह कमरे में घुसकर अपनी जान बचाई। कोतवाली पुलिस के आने पर किसी तरह अपराधी भागे और पुलिस ने दुकानों में बाहर से अपना ताला लगा दिया। प्रार्थी से थाना मुन्शी ने कहा कि कोतवाल साहब नहीं है, उनके आने पर ही रपट दर्ज होगी। मेरी दोनों बहनों एवं भाई साबिर खां ने रात में ही श्रीमान् जी के बगले पर जाकर शिकायत किया था। किन्तु फिर भी थाना कोतवाली द्वारा अपराधियों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई और न ही हम दोनों की चोटों का डाक्टरी मुआयना हुआ। घटना के दौरान ये लोग मां बहन की भद्दी.भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे थे कि मकान दुकान छोडकर भाग जाओं नही तो अभी तो शुरूवात है बाद में जान से मार डालेंगे। शिकायत पत्र में पीडित ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को यह भी अवगत कराया कि स्थानीय पुलिस चौकी, पुरानी बाजार इन लोगों के साजिश व सहयोग में है तथा दुकानों पर कब्जा कराने की फिराक में लगी हुई है। यही नहीं पुलिस द्वारा दुकानों पर लगाये गये तालों की चाभिया भी इन अपराधियों के सुपुर्द कर देने की साजिश कर रही है। इन व्यक्तियों ने दिन में प्रार्थी द्वारा घर में लगाये जाने वाले सी०सी०टीवी० कैमरा का विरोध करके नहीं लगने दिया था और तत्पश्चात् ये घटना कारित किया। विवश होकर प्रार्थी ये दरख्वास्त दे रहा है। अतः प्रार्थना है कि उपरोक्त व्यक्तियों तथा उनके नामालूम 15.20 अन्य साथियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाकर और उनकी पहचान करके प्रार्थी के परिवार वालों की और जान माल की सुरक्षा करने की कृपा करें।
मजबूत पैरवी और गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एवं फौजदारी बार एसोसिएशन के दखल के बाद पुलिस पसीजी
थाना सदर कोतवाली जौनपुर की पुलिस इतना कुछ होते हुए भी आरोपियों की तरफदारी में ही लगी रही और पीडित घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए दर दर भटकता रहा। इस पूरे मामले की जानकारी जैसे ही सूरजपुर जिला न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान एडवोकेट को हुई तो फौरन ही गृह जनपद जौनपुर की ओर कूच किया और मजबूत पैरवी शुरू की। साथ ही पीडित अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान ने पूरे मामले से गौतमबुद्धनगर जनपद दीवानी एंव फौजदारी बार एसोसिशन के अध्यक्ष उमेश भाटी एडवोकेट और सचिव धीरेंद भाटी समेत संबंधित पदाधिकारियों को अवगत कराया। प्रकरण की जानकारी होते ही बार अध्यक्ष उमेश भाटी और सचिव धीरेंद्र सिंह भाटी समेत संबंधित पदाधिकारियों ने पीडित अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान को मोरली सपोर्ट किया और जौनपुर जिला का पुलिस कप्तान तथा संबंधित कोतवाली प्रभारी से संपर्क स्थापित किया कि तत्काल ही इस मामले का संज्ञान लेते हुए घटना की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपियांं के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
अधिवक्ता अब्दुल नासिर खान की मजबूत पैरवी और गौतमबुद्धनगर दीवानी एवं फौजदारी एसोसिएशन के दखल देने से जौनपुर पुलिस पसीज गई और फौरन ही घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। जौनपुर पुलिस ने इस मामले में सलीम पुत्र नामालूम, जफर, अहसान,असफर, पुत्रगण सलीम निवासी मखदूम शाह अढन कोतवाली, जौनपुर उत्तर प्रदेश और अबूसाद, रिजवान, आफताब पु़त्रगण नुरूल्लाह निवासीगण सीदीपुर, जलालपुर, जौनपुर उत्तर प्रदेश तथा आशीष कुमार यादव तथा अन्य 10-15 व्यक्ति नाम पता अज्ञात के खिलाफ 147,452,379,323,504,506 और 427 जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।