मुल्जिमों के हौसले बुंलद है और मुकदमा वापस लिए जाने को लेकर धमकियां
क्रूरताः-3 माह की गर्भवती थी, पेट में लात तक मारी गई और जिससे बच्चा मेंं पेट में ही मर गया
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर से मांगः-मामले की जांच किसी दूसरे थाना की पुलिस से करवाई जावे और अभियुक्तगणांं की तत्काल गिरफ़्तारी करवाते हुए उन्हेंं इसांफ दिलवाया जावे
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाल दिया गया। यही नही गर्भ के दौरान पेट में लात भी मारी गई और जिससे बच्चा पेट में ही मर गया।
इस बात का विरोध जब मायके वालांं ने किया तो उन्हें भी जमकर पीटा गया। इस बात की शिकायत पुलिस से की गई, मगर एक नही सुनी गई। पीडिता की ओर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। कोर्ट ने पुलिस को मामला दर्ज किए जाने के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। अब पीडित पक्ष का आरोप है कि पुलिस मुल्जिमानों की गिरफ़्तारी नही कर पा रही है। इससे मुल्जिमों के हौसले बुंलद है और मुकदमा वापस लिए जाने को लेकर धमकियां तक दी जा रही हैं।
दादरी में एक किराए के मकान में युवती का परिवार रह रहा था। आरोप है कि मकान मालिक के लडके और उसके दोस्त ने एक कार्यक्रम में बहाने से बुला कर बालात्कार किया। इस बात की शिकायत जब पुलिस से की जाने की बात आई तो, मकान मालिक के लडके का दोस्त शादी के लिए तैयार हुआ।
शादी होने जाने के बाद मकान मालिक के लडके का आना जाना घर पर जारी रहा। जब विवाहिता ने मकान मालिक के लडके से संबंध बनाने से इंकार किया तो पति ने मारपीट कर अधमरा कर दिया। यहां तक जब वह 3 माह की गर्भवती थी, पेट में लात तक मारी गई और जिससे बच्चा मेंं पेट में ही मर गया। इस बात का विरोध जब पीडिता के पिता ने किया तो उसे भी मारपीट कर अधमरा कर दिया गया। पुलिस से इस मामले की शिकायत की गई तो एक नही सुनी। तब पीडित पक्ष ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने दादरी पुलिस को मामला दर्ज कर विवेचना किए जाने के आदेश दिए। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर पति समेत 6 लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पीडित पक्ष ने अब पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर को पत्र भेज कर दादरी पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस मुल्जिमानों की गिरफ़्तारी नही कर पा रही है। इससे मुल्जिमों के हौसले बुंलद है और मुकदमा वापस लिए जाने को लेकर धमकियां तक दी जा रही है। इसलिए इस मामले की जांच किसी दूसरे थाना की पुलिस से करवाई जावे और अभियुक्तगणांं की तत्काल गिरफ़्तारी करवाते हुए उन्हेंं इसांफ दिलवाया जावे। पत्र की प्रतियां पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर के अलावा महिला आयोग को भी डाक के जरिए भेजी गई हैं।