पढिए हाल-ए-ग्रेटर नोएडा : योगीराज में भी मंदिर का रास्ता खंडहर में तब्दील

लकापति रावण का जन्म स्थान बिसरखधाम
लकापति रावण का जन्म स्थान बिसरखधाम
रावण जन्म स्थली बिसरखधाम तक पहुंचने तक के लिए भी लोगों को पसीने बहाने पड रहे हैं
रावण जन्म स्थली बिसरखधाम तक पहुंचने तक के लिए भी लोगों को पसीने बहाने पड रहे हैं

लापरवाह अफसरांं के चलते हुए रावण जन्म स्थली बिसरखधाम पहुंचने तक के लिए तीर्थयात्रियों को भी बहाने पड रहे हैं, पसीने

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

बिसरखधाम रावण जन्म स्थली मंदिर
बिसरखधाम रावण जन्म स्थली मंदिर

गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा शहर में लकापति रावण का जन्म स्थान बिसरखधाम माना जाता है। ग्रेटर नोएडा शहर के बिसरख गांव में वह शिवलिंग आज भी विराजमान है, ऐसा माना जाता है जहां रावण और उसके भाईयों कुंभकर्ण, विभिषण ने घोर तपस्या कर भगवान शिव को प्रसन्न कर मनोकमाना पूर्ण की थी और फिर लंका जैसी नगरी के राजा बनने का सौभाग्य मिला था। माना जाता है कि राम और रावण आज भी एक दूसरे के अनुपुरक बने हुए हैं।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

राम के साथ रावण और रावण के साथ श्री राम का नाम अनयास ही आ जाता है। लंकापति राजा रावण का मंदिर बिसरखधाम मेंं बना हुआ है। यही कारण है कि यह पूरा क्षेत्र तीर्थ क्षेत्र माना जाता है। बताया गया है कि भारत सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना महाभारतकालीन सर्किट में भी यह क्षेत्र शामिल किया गया है। गौतमबुद्धनगर के प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक स्थलों को मिला कर मथुरा तक  महाभारतकालीन सर्किट के तहत इन सभी धार्मिक और ऐतिहसिक स्थलों का विकास किया जा रहा है। किंतु यदि बात ग्रेटर नोएडा शहर के बिसरखधाम की करें तो रावण जन्म स्थली बिसरखधाम तक पहुंचने तक के लिए भी लोगों को पसीने बहाने पड रहे हैं। इसका साफ कारण है कि  बिसरखधाम रावण जन्म स्थली मंदिर तक पहुंचने के लिए जो रास्ता है, वह गहरे गड्ढों में तब्दील है और जहां निकलना तीर्थयात्रियों के लिए दुश्वार बना हुआ है। दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण इस बदहाली की मार झेल रहे मुख्य रास्ते की कोई सुध नही ले पा रहा है। रावण जन्म स्थली मंदिर बिसरखधाम की ओर से रास्ते के जीर्णोद्वार की लगतार मांग कई महीनों से की जा रही है, मगर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के कानो पर कोई जूं तक नही रैंग रही है। यहां हैरत की बात तो यह भी है कि क्षेत्रीय विधायक और यहां तक की सासंद गौतमबुद्धनगर के द्वारा भी पत्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को लिखे गए हैं, मगर इन पत्रों को भी रद्दी की टोकरी के हवाले किया जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के इस गैर जिम्मेदार रवैये से न केवल क्षेत्र के लोगों, बल्कि श्रद्धालुओं में भी खासा रोष पनपता जा रहा है।

वेदों के प्रकाण्ड पण्डित लंकेश्वर रावण का जन्म ग्रेटर नोएडा, तपोस्थली में हुआ

वेदों के प्रकाण्ड पण्डित लंकेश्वर रावण का जन्म इसी तपोस्थली में हुआ
वेदों के प्रकाण्ड पण्डित लंकेश्वर रावण का जन्म इसी तपोस्थली में हुआ

श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी ) / संस्थापकः- राष्ट्रीय अध्यक्ष/ श्री मोहनराम योगाश्रम ट्रस्ट/श्री मोहन दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट, ( बिसरखधाम-रावण जन्म भूमि ),ग्रेटर नोएडा ने विजन लाइव को बताया कि प्राचीनकालीन से बिसरखधाम का उल्लेख कई शास्त्रों में भी मिलता रहा है। उन्होंने बताया कि वेद पुराणों के अनुसार बिसरख धाम एक प्राचीन पवित्र स्थल है, बिसरख धाम ऋषि विश्रवा की तपोस्थली है। गीता प्रेस की प्राचीन पुस्तक तीर्थांक में भी बिसरख धाम का उल्लेख है, ऋषि विश्रवा के नाम पर ही इस गांव का नाम बिसरख पुकारा जाता है, दिल्ली से लगभग 20 किलोमीटर दूर नोएडा में यह तपोस्थली प्राचीन समय में यमुना के किनारे पर हुआ करती थी, वर्तमान समय में अब यह तपोस्थली हिन्डन नदी के किनारे पर है, हिन्डन नदी को पहले हरनन्दी नदी के नाम से पुकारा जाता था, वेदों के प्रकाण्ड पण्डित लंकेश्वर रावण का जन्म इसी तपोस्थली में हुआ, यह तपोस्थली एवं रावण जन्म भूमि बिसरख धाम गौतमबुद्धनगर -उत्तर प्रदेश-ग्रेटर नोएडा के सेक्टर.1 में स्थित है।

श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी )
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी )

इसे शिव नगरी के नाम से पुकारा जाता है, यहाँ पर स्यंभू अष्टकोण शिवलिंग विराजित है, जो और कहीं नहीं है। उन्होंने सवाल के जवाब में बताया कि बिसरख धाम की खास विषेशताएं भी हैं।

बिसरख धाम की खास विषेशताएं
बिसरख धाम की खास विषेशताएं

बिसरख धाम एक उँचे टीले पर बसा हुआ है। बिसरख धाम के चारो ओर कई प्राचीन शिव मन्दिर एवं कई अद्भूत प्राचीन मन्दिर हैं, यहाँ आने पर मनुष्य को अद्भुत शान्ति का अनुभव होता है। बिसरख धाम को रावणेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। बिसरख धाम के दर्शन मात्र से मानव मनोरथ अवश्य पूर्ण होते हैं। बिसरख धाम प्राचीन समय से ही समस्त मानव सुविधाओं से सुसज्जित है । बिसरख धाम राजनीति के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ठ पहचान के लिए भी जाना जाता है। बिसरख धाम के दर्शन हेतु देश.विदेश के अनुयायी अधिक संख्या में आते हैं। प्रत्येक वर्ष दशहरा पर्व पर यहां रावण के पुतले दहन न किए जाने की परंपरा आज भी प्रचलित है। उन्होंने बताया कि रावण जन्म स्थल बिसरखधाम  तक के लिए रास्ता नक्शे में है, मगर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगतार हील हवाली बरत रहा है। इस रास्ते को आरसीसी का पक्का बनवाने के लिए कई बार सीधा पत्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को दिए जा चुके हैं। साथ ही क्षेत्रीय विधायक और सासंद डा0 महेश शर्मा से भी रास्ता पक्का बनवाए जाने की मांग की गई है।

पास किये गए नक्शे के अनुसार प्रस्तावित मार्ग को तत्काल बनवाए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणः डा0 महेश शर्मा

पूर्व केंंद्रीय मंत्री व सांसद गौतमबुद्धनगर डा0 महेश शर्मा
पूर्व केंंद्रीय मंत्री व सांसद गौतमबुद्धनगर डा0 महेश शर्मा

पूर्व केंंद्रीय मंत्री व सांसद गौतमबुद्धनगर डा0 महेश शर्मा ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ताकीद किया है कि पास किये गए 400 मीटर लंबाई व 24 मीटर चौड़ाई के नक्शे के अनुसार प्रस्तावित मार्ग को तत्काल बनवाए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण।

पास किये गए 400 मीटर लंबाई व 24 मीटर चौड़ाई के नक्शे के अनुसार प्रस्तावित मार्ग को तत्काल बनवाए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
पास किये गए 400 मीटर लंबाई व 24 मीटर चौड़ाई के नक्शे के अनुसार प्रस्तावित मार्ग को तत्काल बनवाए, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

सांसद डा0 महेश शर्मा ने यह पत्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को बीते 1 अगस्त-2023 को लिखा है। इससे पहले श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी ) / संस्थापकः- राष्ट्रीय अध्यक्ष/ श्री मोहनराम योगाश्रम ट्रस्ट/श्री मोहन दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट, ( बिसरखधाम-रावण जन्म भूमि ),ग्रेटर नोएडा ने गौतमबुद्धनगर के सासंद डा0 महेश शर्मा को एक पत्र 30 जून-2023 को लिखा था। पत्र में सासंद डा0 महेश शर्मा को अवगत कराया गया था कि ग्राम बिसरख सेक्टर.1 ग्रेटर नोएडा में पैरामाउन्ट सोसायटी से श्री मोहन मन्दिर योग आश्रम तक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित मार्ग का निर्माण कराए जावे।  ग्राम बिसरख एक तीर्थ क्षेत्र व रावण जन्म स्थली है। जिसकी की पूर्व दिशा में श्री मोहन मन्दिर मार्ग जो कि पैरामाउन्ट सोसायटी से श्री मोहन मन्दिर एवं योग आश्रम ट्रस्ट बिसरख धाम तक प्रस्तावित है। इस मार्ग की लम्बाई लगभग 400 मीटर व चौड़ाई 24 मीटर और यह मार्ग ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा पास किये गए नक्शे के अनुसार प्रस्तावित है।

श्री मोहन मन्दिर योग आश्रम बिसरख धाम
श्री मोहन मन्दिर योग आश्रम बिसरख धाम

इस मार्ग की प्रोजेक्ट रिपोर्ट, प्राधिकरण कार्यालय में बहुत समय से लंबित है। इस मार्ग पर प्रथम श्री मोहन मन्दिर योग आश्रम बिसरख धाम से आगे और भी कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिनमें प्राचीन शिव मन्दिर, माता पार्वती मन्दिर, श्री हनुमान मन्दिर, माँ कालिका मन्दिर, माँ चामुडा आदि मन्दिर हैं। यह मार्ग बहुत समय से अत्याधिक खराब स्थिति में है। इन सभी देवस्थानों पर ग्राम, क्षेत्र, सोसायटीयों व बहार के अन्य राज्यों से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है।

श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी )
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी )

पत्र में सांसद को यह भी अवगत कराया गया कि यह रास्ता बरसात के मौसम में और भी खराब हो जाता है, इस मार्ग के कुछ भाग में सीवर का कार्य भी हो चुका है। इस मार्ग पर शेष बच्चा हुआ सीवर कार्य एवं मार्ग के दोनों तरफ नालियों का निर्माण व मार्ग का निर्माण, आरसीसी या डावर की पक्की सड़क अथवा जिस भी प्रकार से प्राधिकरण कार्यालय द्वारा प्रस्तावित है, उसी प्रकार से श्रद्धालुओं के धार्मिक दर्शन हेतु इस मार्ग का निर्माण जनहित में अति शीघ्र किया जाना बहुत आवश्यक है। दिनांक 15-10-2020 को भी प्राधिकरण कार्यालय में इस बावत प्रार्थना पत्र दिया गया था, जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अतः महोदय जी से निवेदन है कि इस मार्ग का निर्माण जल्द कराने की कृपा करें। उधर सांसद डा0 महेश शर्मा ने श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य अशोकानंद जी महाराज योगीराज ( सूर्यवंशी ) / संस्थापकः- राष्ट्रीय अध्यक्ष/ श्री मोहनराम योगाश्रम ट्रस्ट/श्री मोहन दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट, ( बिसरखधाम-रावण जन्म भूमि ),ग्रेटर नोएडा के पत्र का तत्काल संज्ञान लेते दूसरे ही दिन 1 अगस्त-2023 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ताकीद किया है कि कि पास किये गए 400 मीटर लंबाई व 24 मीटर चौड़ाई के नक्शे के अनुसार प्रस्तावित मार्ग को तत्काल बनवाए।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate

can't copy

×