मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, परियोजना एक कदम और बढ़ी

मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, परियोजना एक कदम और बढ़ी

दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के मद्देनजर उद्योगों की माल ढुलाई की राह आसान

दिल्ली – हावड़ा रेल लाइन पर बोड़ाकी के पास ही ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल बनाया जाएगा, ग्रेटर नोएडा व उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि के लिए ट्रेनें यहीं से मिल सकेगी

रेल कनेक्टिविटी के लिए डीएफसीसीआईएल ने भी डीपीआर पर लगाई मुहर

न्यू दादरी स्टेशन से लॉजिस्टिक हब तक करीब 3 किलोमीटर लाइन बनेगी

लगभग 858 करोड़ रुपये के कार्य का टेंडर जल्द आने के आसार

Vision Live/ Greater Noida

डी. एम. आई. सी. इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशीप ग्रेेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) की मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) परियोजना अपने मूर्त रूप में आने की तरफ एक कदम और बढ़ी है। इस परियोजना के अंतर्गत वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर के न्यू दादरी स्टेशन से एमएमएलएच तक करीब 3 किलोमीटर लाइन की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को डीएफसीसीआईएल (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड) ने भी मंजूरी दे दी है। इस रेल लाइन का निर्माण कार्य डीएफसीसीआईएल के द्वारा ही करवाया जायेगा। करीब 858 करोड़ रुपये की इस परियोजना को बनाने के लिए डीएफसीसीआईएल शीघ्र ही टेंडर जारी करने जा रहा है।

दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के मद्देनजर उद्योगों की माल ढुलाई की राह आसान बनाने के लिए आईआईटीजीएनएल की तरफ से दादरी में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित किया जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ व आईआईटीजीएनएल की प्रबंध निदेशक रितु माहेश्वरी ने इसकी समीक्षा की

नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के साथ पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उद्योगों की जरूरत को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम है। वर्तमान में मुंबई, गुजरात आदि जगहों पर उद्योगों का माल जाने में चार से पांच दिन लगता है। एमएमएलएच परियोजना शुरू होने के बाद माल चौबीस घंटों से कम समय में पहुंच सकेगा। लॉजिस्टिक हब में वेयर हाउस भी बनेंगे। वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट  कॉरिडोर का पहला स्टेशन “न्यू दादरी” ग्रेटर नोएडा में ही स्थित है । इस स्टेशन से एमएमएलएच को जोड़ने के लिए करीब 3 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का निर्माण होना है। करीब 823 एकड़ में प्रस्तावित इस रेल लाइन को बनाने की कुल लागत करीब 858 करोड़ रुपये है। इसे बनाने की जिम्मेदारी डीएफसीसीआईएल को दी गई है। आईआईटीजीएनएल ने इस परियोजना की डीपीआर को पहले ही अप्रूव कर दी है। अब डीएफसीसीआईएल ने भी इस परियोजना की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। अब डीएफसीसीआईएल इसे बनाने वाली कंपनी का चयन करने के लिए टेंडर जल्द जारी करने जा रहा है। चयनित कंपनी ही इस रेलवे लाइन को बनाएगी। एमएमएलएच के रेल यार्ड में 16 प्लेटफॉर्म होंगे, जिनसे उद्योगों का माल आसानी से मालगाड़ियों में लोड हो सकेगा और अपने गंतव्य तक कम समय में पहुंच सकेगा। वहीं रेलवे लाइन के साथ ही लॉजिस्टिक हब को अमली-जामा पहनाने वाली कंपनी का चयन करने के लिए आईआईटीजीएनएल की तरफ से जल्द ही बिड निकाली जाएगी। करीब 2500 करोड़ रुपये की लॉजिस्टिक हब परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई भी लगभग पूरी हो चुकी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ व आईआईटीजीएनएल की प्रबंध निदेशक रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को इसकी समीक्षा की। लॉजिस्टिक हब को आसपास के प्रमुख मार्गों से रोड कनेक्टीविटी देने पर काम शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए।

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का मास्टर प्लान बनाने की तैयारी शुरू

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का मास्टर प्लान बनाने के लिए आईआईटीजीएनएल ने जनरल कंसल्टेंट के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू

 

आईआईटीजीएनएल ने जनरल कंसल्टेंट के नियुक्ति के लिए निकाला टेंडर

अंतर्राज्यीय बस अड्डा के साथ साथ लोकल बस टर्मिनल भी बनेंगे

एमएमटीएच में रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टिविटी विकसित करने की योजना

 ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी के पास प्रस्तावित मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब का मास्टर प्लान बनाने के लिए आईआईटीजीएनएल ने जनरल कंसल्टेंट के नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आईआईटीजीएनएल ने इसका टेंडर जारी कर दिया है। चयन की प्रक्रिया एक माह में पूरी होनेे की उम्मीद है। इसका भी डीपीआर पहले ही बन चुका है। इस परियोजना के अंतर्गत कहां पर क्या बनना है, इसका ब्योरा मास्टर प्लान में तैयार हो जाएगा। अगले एक माह में जनरल कंसल्टेंट नियुक्त हो जाने की उम्मीद है। इस परियोजना के तहत रेलवे, बस अड्डा व मेट्रो कनेक्टीविटी विकसित की जाएगी। दिल्ली – हावड़ा रेल लाइन पर बोड़ाकी के पास ही ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल बनाया जाएगा। इस पर रेलवे ने मंजूरी पहले ही दे दी है। यहां से पूरब की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेनें चलेंगी। इससे दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर भी दबाव कम होगा। ग्रेटर नोएडा व उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल आदि के लिए ट्रेनें यहीं से मिल सकेगी। अंतर्राज्यीय बस अड्डा के साथ साथ लोकल बस टर्मिनल भी बनेंगे। इसके अलावा डिपो स्टेशन से मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो लाइन पर भी मुहर लग चुकी है जो को करीब तीन *किलोमीटर* लंबी होगी। ”मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब, ये दोनों ही परियोजनाएं न सिर्फ ग्रेटर नोएडा के लिए, बल्कि आसपास के सभी एरिया के लिए मील का पत्थर साबित होंगी। इन दोनो परियोजनाओं से भारी निवेश के साथ ही लगभग एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है। इन दोनों परियोजनाओं को जल्द से जल्द मूर्त रूप देने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है।”

 

ईकोटेक -16 में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण जल्द लाएगा वेयर हाउसिंग स्कीम

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को औद्योगिक विभाग की समीक्षा करते हुए इस बाबत निर्देश दे दिए

सीईओ रितु माहेश्वरी ने उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश 

उद्योग न लगाने व प्राधिकरण का पैसा न देने वालोें के आवंटन निरस्त होंगे

 

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से ईकोटेक 16 में शीघ्र ही वेयर हाउसिंग स्कीम लाने की तैयारी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बृहस्पतिवार को औद्योगिक विभाग की समीक्षा करते हुए इस बाबत निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने टॉप-20 डिफॉल्टरों के आवंटन भी तत्काल निरस्त करने को कहा है। सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि जिन आवंटियों ने अभी तक न तो उद्योग लगाया है और न ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का पैसा दे रहें, ऐसे आवंटियों का अब और इंतजार न करें। अगर आवंटी को अंतिम नोटिस भेजी गई है तो समयसीमा पूरी होते ही उनके आवंटन तत्काल निरस्त कर दिए जाएं। प्लॉट को कब्जे में लेकर स्कीम के जरिए अन्य निवेशकों को आवंटित करें, ताकि उन भूखंडों पर उद्योग लग सकें और युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सके। सीईओ ने विगत स्कीमों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन आवंटियों ने आवंटन धनराशि जमा करा दी है उनकी लीज डीड की प्रक्रिया शीघ्र संपन्न कराएं। जिन लोगों ने अब तक तय धनराशि जमा नहीं की है, अंतिम तिथि पूरी होते ही उनका आवंटन निरस्त कर दें। प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की समीक्षा करते हुए सीईओ ने कहा कि जिन निवेशकों को भूखंड आवंटित कर दिए गए हैं उनकी लीज डीड कराकर नक्शा पास कराने की प्रक्रिया शीघ्र संपन्न कराएं, ताकि उनको ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल किया जा सके और उसके बाद शीघ्र निर्माण कार्य पूरा कर उद्योग चालू कर सकें। उन्होंने निवेश मित्रा पोर्टल पर उद्योगों से जुड़ी शिकायतों को प्राथमिकता पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में प्राधिकरण के एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी विशु राजा व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।

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