केमिस्ट्री एवं स्मार्ट मटेरियल विषय अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी

एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन
एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमेस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज की निदेशक डा मोनालिसा मुखर्जी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया

एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमिस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज द्वारा मॉलेक्यूलर केमिस्ट्री एवं स्मार्ट मटेरियल विषय अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी

Vision Live/Noida

एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमिस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज द्वारा मॉलेक्यूलर केमिस्ट्री एवं स्मार्ट मटेरियल विषय अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में यूएसए के यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स लोवेल के सेंटर ऑफ एडवांस मटेरियल के निदेशक प्रो जयंत कुमार, कनाडा के अकाडिया विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो अमिताभ झा, द सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क के मेडगार एवरस कॉलेज के रसायन व पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रो विरिन्दर परमार, दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर सुनिल के शर्मा और दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के प्रोफेसर बी के सिंह ने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमेस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज की निदेशक डा मोनालिसा मुखर्जी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।

पिछले एक दशक में फोटोवोल्टिक में उल्लेखनीय प्रगति हुई है
पिछले एक दशक में फोटोवोल्टिक में उल्लेखनीय प्रगति हुई है

इस संगोष्ठी में यूएसए के यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स लोवेल के सेंटर ऑफ एडवांस मटेरियल के निदेशक प्रो जयंत कुमार ने ‘‘ मॉलेक्यूलर एंड पॉलीमेरिक फोटोवोल्टिर्क िडवाइसेस एंड चैलेंजस टू देयर कमिर्शियलाइजेशन’’ पर कहा कि पिछले एक दशक में फोटोवोल्टिक में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। पॉलीमर आधारित सौर कोशिकाओं में दक्षता तीन गुना हो गई है। विनिर्माण में स्वीकार्य दक्षता, स्थिरता और मापनीयता बनाए रखना व्यावसायीकरण के अगले प्रमुख कारक है। वर्तमान में कई कंपनिया जैसे ऑक्सफोर्ड पीवी, एंम्बियेंट फोटोनिक्स आदि व्यावसायीकरण के लक्ष्य के साथ अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ा रहे है।

विनिर्माण में स्वीकार्य दक्षता, स्थिरता और मापनीयता बनाए रखना व्यावसायीकरण के अगले प्रमुख कारक है
विनिर्माण में स्वीकार्य दक्षता, स्थिरता और मापनीयता बनाए रखना व्यावसायीकरण के अगले प्रमुख कारक है

कनाडा के अकाडिया विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो अमिताभ झा ने ‘‘ ग्रीन मेंथोडोलॉजीस इनवाल्विंग मल्टीकंपोनेंट रिएक्शन’’ पर, द सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क के मेडगार एवरस कॉलेज के रसायन व पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रो विरिन्दर परमार ने ‘‘सिथेंसिस एंड एप्लीकेशन ऑफ नोवल नैनोमटेरियलस’’ पर, दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर सुनिल के शर्मा ने ‘‘ डिजाइन एंड डेवलपमेंट ऑफ नॉन आइोनिक एंम्पीफिलक नैनो ट्रांसपोटरर्स ऑफ बायोमेडिकल एप्लीकेशन’’ और  ‘‘ माइक्रोवेव एस्सीस्टेड पैडियम कैटालिसड रेजियोसेलेटिक्व हैलोजेनेशन ऑफ हेट्रोसाइकल वाया सी एच एक्टिीवेशन’’ पर व्याख्यान दिया।

एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज इस संगोष्ठी में रसायन विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे विशेषज्ञ अपने विचार  रखे है जिसका लाभ छात्रों, शोधार्थियों और वैज्ञानिकों को अवश्य प्राप्त होगा। एमिटी सैदव से अनुसंधान व नवाचार पर फोकस करता रहा है और छात्रों को प्रोत्साहित भी करता रहा है। इस प्रकार की संगोष्ठी आपसी सहयोग स्थापित करने, ज्ञान अर्जित करने, नये विषय और मार्गदर्शन प्राप्त करने में सहायता करती है। वर्तमान समय में स्मार्ट मैटेरियल पर ध्यान व शोध की आवश्यकता है जो कई समस्याओं का निवारण कर सकती है। एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमिस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज की निदेशक डा मोनालिसा मुखर्जी ने एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमिस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज द्वारा संचालित किये जा रहे पाठयक्रम और अनुसंधान कार्यो की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा ए चक्रवर्ती भी उपस्थित थे।

 

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