युवती को हाथ पैर बांध कर रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया जिससे भोर में लाइट इंजन से कट कर मौत हो गयी
CPM प्रतिनिधि मंडल पीड़ित परिवार से मिला , प्रशासन से की दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग
Aslam Parvez/ Deworia
बनकटा( देवरिया) पुलिस से छेड़छाड़ की शिकायत से नाराज दबंगों ने बनकटा थाना क्षेत्र के सुन्दरपार भटवलिया पांडेय गांव निवासिनी एक युवती को हाथ पैर बांध कर रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया जिससे शुक्रवार की भोर में लाइट इंजन से कट कर उसकी मौत हो गयी। सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची बिहार की मैरवां पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिवान पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।देखते ही देखते घटना जंगल की आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गयी।घटना की गम्भीरता को लेकर दिन भर मृतका के घर पुलिस और मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगा रहा।हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या करार देने पर जुटी हुई है। बनकटा एसएचओ पूरी पुलिस टीम के साथ मृतका के घर पहुंच कर मृतका की माँ का बयान लिया।जिसमें मृतका की माँ ने मीडिया के सामने जो बयान दिया वह पूरी तरह दिल को झकझोर देने वाली है।मृतका की माँ ने बताया कि उसका पति ओमान में रहते है घर पर उसके बूढ़े ससुर एक बेटा और दो बेटियां रहती है बड़ी बेटी मृतक अंशु अभी 12वी की परीक्षा पास की है दूसरे नम्बर का बेटा और तीसरे नम्बर की बेटी हियी स्कूल व इंटर के छात्र है। आरोपी पहले उसके ऊपर ही गलत नियत रखता था बाद जिसको लेकर कई बार कहासुनी हुई थी अब वह उसकी बेटियों के साथ आएदिन छेड़खानी करता रहता है बीते 21 मई की सुबह जब उसकी बड़ी बेटी शौच के लिए जा रही थी तो उसने पकड़ कर पटक दिया और कपड़े फार दिए बेटी की शोर सुनकर जब वह खुद वहां पहुंची तो आरोपी और उसके घर के अन्य लोगों ने मिल कर मारापीटा।उसने बताया कि उसके विपक्षी पैसे वाले और दबंग है थाने में उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसने एसपी का दरवाजा खटखटाया तब जाकर बनकटा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज तो कर लिया लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं की जिससे उसके विपक्षियों का मनोबल बढ़ता गया।
उसका कहना है कि आरोपी उसको बराबर धमकी दिया करते थे कि अगर पुलिस का कोई नोटिस आया तो उसको और उसके बेटी को जिंदा नहीं छोड़ेंगे।उसने अपने बयान में बताया कि गुरुवार की रात वह और उसकी छोटी बेटी अपने कमरे में सोयी हुई थी बड़ी बेटी उमस के चलते छत पर सोने चली गयी।रात में सन्नाटा होजाने के बाद कुछ लोग उसके कमरे की सिटकिनी बाहर से बंद कर छत पर सो रही उसकी बड़ी बेटी का मुंह दाब कर उठा ले गये और पता नही उसके साथ क्या क्या किये और उसको मार कर दाहिना हांथ पैर बांध कर नरहिया 106 नम्बर गेट के करीब 100 मीटर पूरब सुनसान जगह पर डाउन ट्रैक पर रख दिये जिससे करीब 5 बजे भोर में डाउन ट्रैक पर आई लाइट इंजन से कट कर कमर से उसके दो टुकड़े हो गए।सुबह जब वह जगी तो उसके कमरा बाहर से बंद था जिसे वह शोर मचाकर खोलवाई और बेटी को खोजते खोजते रेलवे ट्रैक के पास मक्के के खेत के पास पहुंची तो देखा कि रेलवे ट्रैक पर लोगों की भीड़ जमा है मैने जाकर देखा तो वह ट्रेन से कटी मेरी बेटी की लाश पड़ी थी उसकी टार्च और दुपट्टा ट्रैक से बाहर रखा गया था।उसने बताया कि घटना के बाद मैरवां थाने के दरोगा और बनकटा थाने के दो सिपाही आये थे और देख कर चले गए दोपहर में बनकटा के एसएचओ पुलरी पुलिस फोर्स के साथ आये और घटना के बारे में उससे पूछ ताछ किये। उसका कहना था कि उसकी बेटी की हत्या की गई है उसको न्याय चाहिए।इस सम्बंध में बनकटा एसएचओ मुकेश मिश्र ने बताया कि इंजन के चालक ने अपने मेमो में लिखा है युवती ने इंजन के सामने कूद कर जान दी है।इस घटना को रेल गेट के निकट रहने वाला एक लड़के ने भी देखा है। 21 मई वाली घटना में बताया कि उन्होंने तहरीर के मुताबिक केस दर्ज कर लिया था जिसकी कल विपक्षियों के घर नोटिस ही आयी थी।