गोल्डी सोलर ने टॉपकॉन टेक्नोलॉजी युक्त हाई–ऐफिशियेंसी सोलर पैनल प्रस्तुत किये
705Wp तक G12 सैल टेक्नोलॉजी के साथ HELOC® प्लस सिरीज में क्षमता है कि वह 22.70 प्रतिशत तक की मॉड्यूल ऐफिशियेंसी हासिल कर सके
Mohammad Ilyas-Dankauri/Greater Noida
गुणवत्ता के मामले में भारत के सबसे ज्यादा सचेत सोलर ब्रांड गोल्डी सोलर (Goldi Solar) ने एशिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल ऐनर्जी इंडिया (आरईआई) ऐक्स्पो 2023 के 16वें सस्करण में नवीनतम जी12 टॉपकॉन तकनीकी रूप से उन्नत सोलर पैनल अपनी HELOC® (हाई–ऐफिशियेंसी लो ऑन कार्बन) प्लस सिरीज़ को लांच किया। इस समारोह की शोभा बढ़ाने के लिए भुवन चंद्र जोशी (पूर्व निदेशक-सुरक्षाः संसद सुरक्षा सेवा) तथा श्रीमती हेमा भुवन जोशी (राष्ट्रीय अध्यक्ष-महिला मोर्चा) इस आयोजन में उपस्थित रहे। टॉपकॉन का पूर्व नाम टनल ऑक्साइड पैसिवेटेड कॉन्टैक्ट है, यह तकनीक सौर ऊर्जा के क्षेत्र में गेम-चेंजर है। यह पीईआरसी सोलर सैल्स के साथ टनल ऑॅक्साइड पैसिवेशन को पेयर करता है ताकी रिकॉम्बिनेशन नुकसान घटे और क्षमता बढ़े। ऐफिशियेंसी रेट पारंपरिक सोलर पैनल से बढ़कर हो रहे हैं, ऐसे में टॉपकॉन ज्यादा ऊर्जा के दोहन के लिए लागत-प्रभावी समाधान प्रस्तुत करती है। मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रियाओं में इसका निर्बाध इंटिग्रेशन और कार्यक्षमता वृद्धि इसे नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आदर्श विकल्प बना देते हैं।
HELOC® प्लस सिरीज में नवीनतम जुड़ाव 132-सैल मॉड्यूल, एन–टाईप टॉपकॉन टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं और 705 Wp तक का आउटपुट हासिल करते हैं। ये पैनल 22.70 प्रतिशत तक की उत्कृष्ट मॉड्यूल कन्वर्ज़न ऐफिशियेंसी के साथ सौर क्षमता को पुनःपरिभाषित करते हैं। ये असाधारण लागत-प्रभावशीलता देते हैं, LCOE व BOS लागत को घटाते हैं और तेज़ पेबैक सुनिश्चित करते हैं। विशेष रूप से, ये सोलर पैनल रेग्युलर मॉड्यूल के मुकाबले 10 से 30 प्रतिशत अतिरिक्त पावर गेन देते हैं, कम रोशनी (बदली छाई हो या कोहरा हो) के हालात में भी ये उम्दा काम करते हैं। इनकी वर्सेटिलिटी इन्हें विभिन्न ऐप्लीकेशंस के लिए उपयुक्त बनाती है, BIPV से लेकर वर्टिकल इंस्टॉलेशन तक और यहां तक कि बदलते वातावरण में भी जैसे बर्फ के मैदान और अत्यधिक आर्द्रता वाले इलाकों के लिए भी यह उपयोगी है। इस नए उत्पाद का अनावरण करते हुए कंपनी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक कैप्टन ईश्वर ढोलकिया ने कहा, ’’अपनी अत्याधुनिक HELOC® प्लस सिरीज के लांच की घोषणा करते हुए हम रोमांचित हैं, जो इनोवेटिव टॉपकॉन टेक्नोलॉजी से युक्त है। नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों पर दुनिया की निर्भरता निरंतर बढ़ रही है। इससे भारतीय विनिर्माताओं के लिए कई अवसर खुलते हैं जहां वे अत्याधुनिक उत्पाद मुहैया कराने में बेहतरीन काम कर सकते हैं। गोल्डी सोलर में हमारी प्रतिबद्धता है भारतीय और पश्चिमी बाजारों के बीच तकनीकी अंतर को कम करना, यह सुनिश्चित करना कि हमारे स्थानीय ग्राहकों को नवीनतम उन्नतियों तक पहुंच मिले।’’ ’आगे बढ़ते हुए और विस्तार जारी रखते हुए हम अपने समर्पण में दृढ़ रहेंगे और कर्मचारियों के कल्याण एवं कौशल वृद्धि को बढ़ावा देंगे और यह सब हम सौर ऊर्जा के अनेक फायदों की हिमायत के साथ करेंगे। इस मोर्चे पर सरकार विभिन्न नीतियां पेश कर रही है, हम भी नवीकरणीय ऊर्जा आंदोलन को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं,’’ उन्होंने कहा कि गोल्डी सोलर ने रिहाइशी, कमर्शियल और युटिलिटी-स्केल ऐप्लीकेशंस के लिए नए उत्पाद प्रस्तुत किए हैं जिन्हें पूरी बारीकी टैस्ट और बीआईएस द्वारा सर्टिफाई किया गया है जो कि भारत में प्रतिष्ठित वैश्विक परीक्षण व प्रमाणन कंपनी है। इन अभिनव मॉड्यूल्स को नवसारी, गुजरात स्थित गोल्डी सोलर की नई अत्याधुनिक सुविधा में बनाया जाएगा। यह विस्तार कंपनी की सकल मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाकर 4 GW कर देगा।
इस लांच के बारे में कंपनी के सह–संस्थापक एवं निदेशक भरत भट ने कहा, कि ’’ये मॉड्यूल गोल्डी सोलर के लिए अहम तकनीकी उन्नति है और इससे हम बाजार की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थिति में आ जाएंगे। हमारी मौजूदा HELOC® प्लस सिरीज की बेहतर पुनरावृत्ति का प्रतिनिधित्व करते हुए इन्होंने प्रभावशाली 22.70 प्रतिशत दक्षता स्तर हासिल किया है। यह नवीनतम उत्पाद निर्बाध ढंग से हमारे रणनीतिक विज़न के साथ मेल खाता है; हमारा विज़न जो कि नवीकरणीय क्षेत्र में वृद्धि के लिए है, जो बाजार की मांग को प्रभावपूर्ण रूप से पूरा करने के लिए है।’’ नए लांच किए गए उत्पाद के साथ गोल्डी सोलर ने स्मार्ट स्ट्रिंग इनवर्टरों की वामा ऑन–ग्रिड रेंज को भी प्रदर्शित किया जो अत्यधिक कुशल है। सिंगल-फेज़ और थ्री-फेज़ वेरियेंट में उपलब्ध ये सोलर इन्वर्टर उन्नत डीएसपी कंट्रोल टेक्नोलॉजी पर ऑपरेट करते हैं तथा क्रमशः 97.4 प्रतिशत एवं 98.6 प्रतिशत तक का दक्षता स्तर प्राप्त करते हैं। इसके अतिरिक्त, इन इन्वर्टरों में स्मार्ट लिक्विड-क्रिस्टल डिस्प्ले है और ये वाईफाई/जीपीआरएस कनेक्टिविटी के जरिए रियल टाईम रिमोट मॉनिटरिंग की सुविधा भी प्रस्तुत करते हैं। आईपी65 प्रोटेक्शन लेवल के साथ ये चुनौतिपूर्ण पर्यावरणीय स्थितियों में स्थायित्व सुनिश्चित करते हैं। अधिकांश देशों के लिए जलवायु परिवर्तन व सस्टेनेबिलिटी शीर्ष प्राथमिकताएं हैं और इनके बीच सौर ऊर्जा ने केन्द्रिय स्थान हासिल कर लिया है। इसी दिशा में टॉपकॉन टेक्नोलॉजी को बेहतर ऊर्जा रूपांतरण क्षमताओं तथा चुनौतीपूर्ण स्थितियों में बढ़ी हुई परफॉरमेंस के लिए जाना जाता है।
गोल्डी सोलर भारत का क्वालिटी के प्रति सबसे सचेत ब्रांड
गोल्डी सोलर भारत का क्वालिटी के प्रति सबसे सचेत ब्रांड है। कंपनी आला दर्जे के फोटोवोल्टैक मॉड्यूल को प्रतिस्पर्धी कीमत निर्मित एवं ईपीसी सेवाएं प्रदान करती है। 2011 में स्थापित इस कंपनी का मुख्यालय सूरत, गुजरात में है और यह 20 से अधिक देशों में कई अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडों को निर्यात करती है। गुजरात के पिपोदारा और नवसारी में कंपनी की दो सुविधाएं हैं जिनकी कुल विनिर्माण क्षमता 4 GW है। गोल्डी भारत में और विदेशी बाजारों में सभी बड़े प्रमाणनों के अंतर्गत सूचीबद्ध है। गोल्डी सोलर को फॉलो करें: LinkedIn I Facebook I YouTube I Instagram