
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ यीडा सिटी
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) की एक उच्च स्तरीय टीम, मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में, बेंगलुरु स्थित प्रमुख हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ निवेश बैठकें कर रही है। इस पहल का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में विकसित हो रहे YEIDA मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क में बड़े विनिर्माणकर्ताओं को आकर्षित करना है।
डेलिगेशन में शैलेंद्र कुमार भाटिया (IAS), OSD एवं नोडल अधिकारी, YEIDA तथा प्रवीण कुमार मित्तल, एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर – EPCMD शामिल रहे। टीम ने Wipro GE Healthcare और Philips India सहित वैश्विक MedTech कंपनियों को यूपी के मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क की संभावनाओं और अत्याधुनिक सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
Wipro GE Healthcare के साथ बैठक
YEIDA डेलिगेशन ने चैतन्य सरवटे, प्रेसिडेंट एवं CEO (साउथ एशिया), GE Healthcare से मुलाकात की।
- सिंह द्वारा प्रस्तुत पार्क की संभावनाओं को कंपनी ने सकारात्मक रूप से लिया।
- डेलिगेशन को GE Healthcare की भारत में विकास यात्रा पर विशेष प्रस्तुति दी गई।
- टीम ने GE Bell मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का दौरा भी किया, जहाँ एक्स-रे ट्यूब निर्माण प्रक्रिया दिखाई गई।
- YEIDA ने GE Healthcare से पार्क में विकसित की जाने वाली कॉमन साइंटिफिक सुविधाओं पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन भी मांगा।
Philips Innovation Centre का दौरा
डेलिगेशन ने बेंगलुरु स्थित Philips Innovation Centre का भ्रमण किया और
अरविन्द वैष्णव एवं हरीश से विस्तृत चर्चा की।
- YEIDA मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क पर प्रस्तुति साझा की गई।
- इनोवेशन लैब का दौरा किया गया।
- YEIDA टीम ने Philips को यूपी के पार्क में निवेश करने का औपचारिक अनुरोध किया, जिसे कंपनी ने संज्ञान में लिया।
अगला कदम: Panacea Medical Technologies
डेलिगेशन मंगलवार को Panacea Medical Technologies के नेतृत्व से मुलाकात करेगा और उनकी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का निरीक्षण कर निवेश संभावनाओं पर चर्चा करेगा।

YEIDA मेडिकल डिवाइसेज़ पार्क — भारत का पहला पूर्ण-इंटीग्रेटेड MedTech हब
यह पार्क भारत को उच्च-गुणवत्ता वाले मेडिकल डिवाइसेज़ में आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक निर्यात हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
मुख्य निवेश आकर्षण
परियोजना का अवलोकन
- क्षेत्र: 350 एकड़ (सेक्टर-28, YEIDA फेज-I)
- कुल लागत: ₹439.49 करोड़
- भारत सरकार की मंज़ूरी वाला प्रोजेक्ट (₹100 करोड़ का केंद्रीय अनुदान)
प्रगति एवं निवेश
- 90% इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार
- 50% भूमि का आवंटन पूर्ण
- 101 प्लॉट आवंटित, ₹1,291 करोड़ का निवेश सुरक्षित
- 10 निवेशकों ने निर्माण भी शुरू किया
रणनीतिक लोकेशन
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIAL) से मात्र 3 किमी (3 मिनट)
- एक्सप्रेसवे, प्रस्तावित रेल लिंक और NCR की नज़दीकी से मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी
कॉमन सुविधाएँ
- बायो-मैटेरियल टेस्टिंग
- इलेक्ट्रॉनिक असेंबली
- रैपिड प्रोटोटाइपिंग एवं टेस्टिंग लैब
- IoMT एवं AI/ML सुविधाएँ
- सेंट्रल वेयरहाउस, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
आकर्षक प्रोत्साहन योजना
- सब्सिडाइज़्ड लैंड रेट: ₹4,705/वर्ग मीटर से शुरू
- स्टाम्प ड्यूटी पर 100% छूट
- SGST का 70% रिइम्बर्समेंट (10 साल तक)
- इंटरेस्ट सब्सिडी (7.5% तक)
टारगेट सेगमेंट
- रेडियोलॉजी एवं इमेजिंग (आयोनाइजिंग/नॉन आयोनाइजिंग)
- न्यूक्लियर मेडिसिन
- इन-विट्रो डायग्नोस्टिक्स (IVD)
- कैंसर केयर/रेडियोथेरेपी
- सभी प्रकार के इम्प्लांट (इलेक्ट्रॉनिक सहित)
- एनेस्थेटिक एवं कार्डियो-रेस्पिरेटरी डिवाइसेज़, कैथेटर्स, रीनल केयर उपकरण