राजधानी – पंचांग के अनुसार श्रावण महीने की पूर्णिमा तिथि ३० अगस्त को सुबह १० बजकर ५८ मिनट से प्रारम्भ हो रही है। साथ ही इसका समापन ३१ अगस्त को सुबह ०७ बजकर ०५ मिनट पर होगा। लेकिन ३० अगस्त को पूर्णिमा तिथि की शुरुआत के साथ ही प्रातः १० बजकर ५८ मिनट से भद्रा वास भी शुरू रहा है, जो रात्रि ०९ बजकर ०१ मिनट तक रहेगा। द्रायां द्वै न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा। अर्थात् – ३१ अगस्त को बांधे भाई की कलाई पर राखी, क्योंकि ३०अगस्त को रात्रि में भद्रा समाप्त हो जा रही है, लेकिन रात्रि में व्यवहारिक नहीं है इसलिए ३१ अगस्त २०२३ को ही रक्षाबंधन पर्व मनाए।
शुभाकांक्षी
श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर
आचार्य अशोकानंद जी महाराज
अंतर्राष्ट्रीय सूर्यवंशी अखाड़ा
संस्थापक/ अध्यक्ष
श्री मोहन दिव्य योग मन्दिर ट्रस्ट बिसरख धाम रावण जन्म स्थली