
सूरजपुर में प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला-2025 का दूसरा– दिन-मुख्य अतिथि के रूप में दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई

ऐतिहासिक बाराही मेले के दूसरे दिन शेखचिल्ली और रुखसाना एंड पार्टी ने लगाया हास्य का तड़का, विधायक तेजपाल नागर ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभा
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/सूरजपुर
जनपद के प्रसिद्ध धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन बाराही मेले के दूसरे दिन शेखचिल्ली और रुखसाना एंड पार्टी के कलाकारों ने अपनी हास्य प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह को खूब गुदगुदाया। कलाकारों की चुटीली संवाद अदायगी और हास्य से भरपूर अभिनय ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। हरिराम तूफान उर्फ शेखचिल्ली और श्रीमती मौनी शर्मा उर्फ रूखसाना ने हंसी के फव्वारों की महफिल जमाते हुए लोगों का दिल जीत लिया। मुख्य अतिथि के रूप में दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर कार्यक्रम में पहुंचे और अपनी गरिमामयी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई। विधायक ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया और मंच से जनसमूह को संबोधित किया।
अपने उद्बोधन में विधायक तेजपाल नागर ने कहा कि बाराही मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत का एक जीवंत उदाहरण है, जो समाज को एकजुट करता है और परंपराओं को जीवित रखने का कार्य करता है। ऐसे आयोजन सामाजिक समरसता को बढ़ावा देते हैं और नई पीढ़ी को हमारी संस्कृति से जोड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं। ् उन्होंने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि शिव मंदिर सेवा समिति के सदस्यों की मेहनत और समर्पण से यह मेला प्रत्येक वर्ष सफलतापूर्वक आयोजित होता है। विधायक ने यह भी आश्वासन दिया कि क्षेत्र के धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक आयोजनों को हरसंभव सहयोग सरकार की ओर से प्रदान किया जाएगा।
शिव मंदिर सेवा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में समिति के पदाधिकारियों ने विधायक का पारंपरिक रूप से स्वागत किया। शिव मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महामंत्री ओमवीर बैंसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंद्र ठेकेदार, विनोद सिकंदराबादी, जगदीश भाटी एडवोकेट, केडी गुर्जर, रवि भाटी, अनिल भाटी, पवन जिंदल उर्फ लाला पन्नी पदाधिकारियों ने विधायक को पुष्पगुच्छ और शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि कल दिनांक 13 अप्रैल-2025, रविवार की सांय अतुल डांस एकेडमी नोएडा और राजबाला सपेरा एंड पार्टी के कलाकारों के द्वारा गीत संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। जब कि रात्रिकालीन रागनियों के रंगारंग कार्यक्रमों में सुरेश गोला, संध्या चौधरी पलवल, दिनेशा गुडगांव, भावना भाटी गाजियाबाद, बॉबी बघेल हसनपुर, नानकचंद मोदीनगर आदि कलाकार खास प्रस्तुतियां देंगे।

इस मौके पर शिव मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मपाल भाटी, महामंत्री ओमवीर बैसला, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा और संरक्षक डा0 धनीराम देवधर, चौ0 ब्रजपाल भाटी, महेंद्र सिंघल, चौ0 शाहमल, टेकचंद प्रधान, चौ0 राजू प्रधान, महेंद्र आर्य, सतवीर सिंह ठेकेदार, राजवीर भगत जी, भोपाल ठेकेदार, राजपाल खटाना, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बिजेंद्र ठेकेदार, उपाध्यक्ष चौ0 जगदीश भाटी एडवोकेट, सुनील देवधर,चौ0 विनोद कौंडली, अनिल भाटी,, सचिव विनोद भाटी, प्रचार मंत्री पवन जिंदल, संगठन मंत्री चौ0 ज्ञानेंद्र देवधर, उपकोषाध्यक्ष योगेश अग्रवाल, सह मीडिया प्रभारी सुभाष शर्मा, राजवीर शर्मा, लीलू भगत जी, उप प्रचार मंत्री हरिकिशन, व्यवस्थापक चौ0 रवि भाटी, कानूनी सलाहकार एडवोकेट दीपक भाटी और अजय शर्मा एडवोकेट, सहव्यवस्थापक भीम खारी, अज्जू भाटी, अनिल कपासिया, रूपेश चौधरी, विनोद पंडित तेल वाले, ब्रहम सिंह नागर, राकेश बंसल, धर्मवीर तंवर, महाराज उर्फ पप्पू, तोलाराम, केडी गुर्जर, अवनीश सक्सेना उर्फ सोनू भैया, देवा शर्मा, सदस्य राजकुमार नागर, प0 राजेश ठेकेदार, हरि शर्मा, सुनील सौनिक, रघुवीर जेसीबी, विशाल गोयल, गौरव नागर, राजपाल भडाना, अरविंद भाटी, हरीश नागर, नवीन देवधर, मदन शर्मा, सचिन भाटी, भगत सिंह आर्य आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

विशेष आर्कषणः….
बाराही मेले में कुआ बन रहा है, खोया पाया ईमानदारी की चौपाल
—————————————-प्राचीनकालीन बाराही मेले में पुराना कुंआ ईमानदारी की चौपाल बन रहा है। बाराही मंदिर प्रांगण में स्थित इस पुराने कुए पर आकर कभी भरी दुपहेरी में राहगीर प्यास बुझाया करते थे। किंतु आज यह कुआ प्यास बुझाने के बजाय भुले भटके लोगों के लिए मद्दगार साबित हो रहा है। यहां बैठे मेला समिति के पदाधिकारी मेले में आए दर्शकों के लिए खोया पाया के काम में लगे रहते हैं। शिव मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष प्रधान धर्मपाल भाटी ने बताया कि प्राचीन बाराही मंदिर प्रांगण में बने इस कुए की गहराई करीब 25 फीट है। एक समय था कि जब यहां कुए का पानी बहुत ठंडा होता था और राहगीरों की प्यास बुझाने के लिए कुए पर कई मटके रखे रहते थे। मुख्य रास्ता यहीं से होकर गुजरता था। राहगीर यहां पर भरी दुपहेरी में सुस्ताने के लिए भी रूकते थे। किंतु अब यह सूखा पडा हुआ है, इसका कारण शायद क्षेत्र का जलस्तर नीचे जाना भी रहा है। शिव मंदिर सेवा समिति के महामंत्री ओमवीर बैंसला और कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने बताया कि बाराही मेले के मौके पर यहां उद्घोषणा की चौपाल काम होता है। इस चौपाल को लोग खोया पाया कुआं के नाम से जानते हैं। मेला के समिति के पदाधिकारी यहां मंदिर और मेले के लिए आने वाले दान की भी उद्घोषणा करते हैं। साथ ही मेले में यदि कोई अपना बिछड जाए या फिर भटक जाए तो यहां पर पूरी मद्द मिलती है। वैसे तो यहां कुए पर मेला समिति पदाधिकारी मौके बे मौके बैठे रहते हैं, मगर मुख्य जिम्मेदारी विनोद सिकंद्राबादी की ही रहती है। विनोद सिकंद्राबादी शिव मंदिर मेला समिति में सहसचिव की भूमिका में भी है और यहां पूरे मनोयोग से उद्घोषणा के कार्य में लगे रहते हैं। शिव मंदिर सेवा समिति के सहसचिव विनोद सिकंद्राबादी बताते हैं कि वर्ष 2001 में जब से यह वर्तमान शिव मंदिर मेला समिति आसित्व में आई हैं, इस भूमिका में हैं। बाराही मेले में आने वाले दर्शकों का जब अपना कोई बिछड जाता है या फिर कोई कीमती वस्तु पर्स, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, हैलीमेट आदि तो लोग यहां आते हैं। साथ ही ऐसे भी लोग जिन्हें उक्त कीमती वस्तु पा जाती है तो यहां कुए पर आकर जमा करा देते हैं। खोने और पाने की सूचना प्रसारित की जाती है और लोग अपने अमुक सामान को आकर ले लेते हैं। उन्होंने बताया कि यह पुराना कुंआ, जिसमें अब पानी नही है, इस मेले में ईमानदारी की चौपाल बन कर ख्याति अर्जित कर रहा है। मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि कुए पर मंदिर के लिए दान देने वाले लोगों भी भीड लगी रहती है, सांय 5 बजे से ही कुए की बैठक शुरू हो जाती है और फिर यहां उद्घोषणा और दान एकत्रित किए जाने का सिलसिला रात्रि मेला समाप्ति तक चलता रहता है।