गोल्डन ऑवर में जीवन की रक्षा — गौतमबुद्ध नगर में सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए ‘कैशलेस उपचार योजना’

🛣️ गोल्डन ऑवर में जीवन की रक्षा — गौतमबुद्ध नगर में सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए ‘कैशलेस उपचार योजना’ का प्रभावी क्रियान्वयन, ADM प्रशासन मंगलेश दुबे बने शिकायत निवारण अधिकारी

✍️मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/गौतमबुद्धनगर

गौतमबुद्ध नगर के सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए अब जीवन बचाने वाली सहायता और भी त्वरित व सहज हो गई है। भारत सरकार की कैशलेस उपचार योजना के तहत गंभीर रूप से घायल लोगों को दुर्घटना के तुरंत बाद मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलेगी — और वह भी बिना किसी पूर्व भुगतान के।

डीएम मनीष कुमार वर्मा ने योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मंगलेश दुबे को शिकायत निवारण अधिकारी नामित किया है। योजना के संचालन और मॉनिटरिंग की ज़िम्मेदारी अब प्रशासन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गई है, ताकि ज़रूरतमंदों को हर संभव समय पर मदद मिल सके।


🚑 क्या है कैशलेस उपचार योजना?

भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 162 के तहत यह योजना लागू की गई है। इसका उद्देश्य दुर्घटना के “गोल्डन ऑवर” में त्वरित और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराकर पीड़ित की जान बचाना है।


🧾 मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

🔹 पात्रता:
भारत में सड़क पर किसी भी प्रकार के मोटर वाहन से दुर्घटनाग्रस्त होने वाले व्यक्ति (ट्रॉमा/पॉली-ट्रॉमा पीड़ित) इस योजना के तहत पात्र हैं।

🔹 उपचार सुविधा:
पीड़ित को आयुष्मान भारत पीएम-जय से संबद्ध सूचीबद्ध अस्पतालों में बिना किसी अग्रिम भुगतान के तत्काल उपचार मिलेगा।

🔹 कवरेज सीमा:
1.5 लाख रुपये तक या 7 दिन तक का कैशलेस उपचार।
हिट एंड रन मामलों में मृत्यु पर ₹2 लाख, गंभीर चोटों पर ₹50,000 तक की सहायता राशि।

🔹 शिकायत समाधान:
गौतमबुद्ध नगर में ADM प्रशासन मंगलेश दुबे को शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त किया गया है।

🔹 ऑनलाइन दावा प्रक्रिया (हिट एंड रन मामलों में):

  • [Form-1] व [Form-4] डाउनलोड: [email protected]
  • जमा: जाँच अधिकारी को
  • मंजूरी: फॉर्म-3 के माध्यम से
  • भुगतान: 15-45 दिन में ई-पेमेंट द्वारा

🗣️ अधिकारियों की राय:

एआरटीओ उदित नारायण पाण्डेय ने बताया, “यह योजना सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल है, जिसका उद्देश्य मृत्यु दर को 50% तक घटाना है। जनपद के सभी अस्पतालों को निर्देशित किया गया है कि वे दुर्घटना पीड़ितों को बिना देरी इलाज उपलब्ध कराएं।”

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा,

“हर जीवन कीमती है। दुर्घटना के बाद का हर क्षण निर्णायक होता है। इस योजना के जरिए हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी घायल इलाज से वंचित न रहे।”


📢 जनसंदेश: हर नागरिक की सुरक्षा का वादा

प्रशासन ने नागरिकों से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने और दुर्घटना की स्थिति में योजना का लाभ लेने की जागरूकता फैलाने की अपील की है। यह योजना सिर्फ सरकार की नीति नहीं, बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा का वादा है।


🛡️ जीवन बचाइए, नियम अपनाइए — क्योंकि एक मिनट की सतर्कता, कई ज़िंदगियों की गारंटी बन सकती है।

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