
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
उत्तर प्रदेश तेजी से वैश्विक व्यापार मानचित्र पर अपनी पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितम्बर को ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 का शुभारंभ करेंगे। पाँच दिवसीय यह आयोजन (25–29 सितम्बर) उत्तर प्रदेश की औद्योगिक, सांस्कृतिक और उद्यमशीलता क्षमता का वैश्विक मंच बनेगा।
यूपी सरकार और इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड (IEML) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस तीसरे संस्करण में 2,400 से अधिक प्रदर्शक, 1.25 लाख बी2बी आगंतुक और 4.5 लाख बी2सी आगंतुक भाग लेंगे। इस बार रूस पार्टनर कंट्री है, जिससे द्विपक्षीय व्यापार और प्रौद्योगिकी सहयोग को नया आयाम मिलेगा।

“यूपीआईटीएस प्रधानमंत्री के विज़न और मुख्यमंत्री योगी की संकल्पशक्ति का प्रतिबिंब है” – नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’
उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास, निर्यात संवर्धन, एनआरआई एवं निवेश संवर्धन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा:
- “प्रधानमंत्री मोदी जी के ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मंत्रों ने यूपी के निर्यात को दोगुना बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।”
- “ओडीओपी योजना ने स्थानीय शिल्प को वैश्विक ब्रांड बनाया है। अब यूपीआईटीएस के जरिए उत्तर प्रदेश की पहचान एक व्यापार और निवेश महाशक्ति के रूप में मजबूत हो रही है।”

“एमएसएमई हैं यूपी की अर्थव्यवस्था की धड़कन” – राकेश सचान
एमएसएमई, खादी एवं ग्रामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्र मंत्री राकेश सचान ने कहा:
- “ओडीओपी और वैश्विक साझेदारियों से यूपी के एमएसएमई को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है।”
- “यूपीआईटीएस 2025, एयरोस्पेस से लेकर ग्रीन हाइड्रोजन तक, विविध उद्योगों को अवसर प्रदान करेगा और यूपी को 2047 तक 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में ले जाएगा।”

“यूपीआईटीएस नवाचार और साझेदारी का वैश्विक मंच है” – आलोक कुमार
अतिरिक्त मुख्य सचिव (एमएसएमई) आलोक कुमार ने कहा कि इस बार रूस के पार्टनर कंट्री बनने से दीर्घकालिक रणनीतिक सहयोग और सीमापार निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
- “2,200+ प्रदर्शक और 80 से अधिक देशों की भागीदारी से यह आयोजन स्थानीय नवाचारों को वैश्विक बाजारों तक पहुँचाने का माध्यम बनेगा।”

“यूपी केवल संस्कृति ही नहीं, औद्योगिक उत्कृष्टता का भी केंद्र है” – राकेश कुमार
आईईएमएल अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा:
- “यूपीआईटीएस का हर संस्करण आकार और महत्वाकांक्षा में बढ़ रहा है।”
- “यह वह मंच है जहाँ कारीगरों और उद्यमियों से लेकर वैश्विक निवेशकों तक, सभी को असीम अवसर मिलते हैं।”
यूपीआईटीएस 2025 की प्रमुख विशेषताएं
- 📌 थीम: “अद्वितीय सोर्सिंग का अद्भुत मंच”
- 📌 *2,400+ प्रदर्शक, 1.25 लाख बी2बी आगंतुक, 4.5 लाख बी2सी आगंतुक
- 📌 80+ देशों की भागीदारी, रूस पार्टनर कंट्री
- 📌 110,000 वर्गमीटर प्रदर्शनी क्षेत्र
- 📌 हस्तशिल्प, वस्त्र, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, आयुष, ग्रीन हाइड्रोजन और एयरोस्पेस सहित अनेक सेक्टरों का प्रदर्शन
- 📌 तीन-आयामी खरीदार रणनीति – अंतर्राष्ट्रीय, घरेलू बी2बी और घरेलू बी2सी

यूपीआईटीएस 2025 – पीएम मोदी के सपनों को साकार करता मंच
यह आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के मिशन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नए उत्तर प्रदेश के संकल्प को गति देता है। यूपीआईटीएस न केवल प्रदेश को एक ग्लोबल सोर्सिंग हब बनाएगा बल्कि स्थानीय उद्यमों को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहुँचाकर “नया भारत, आत्मनिर्भर भारत” की दिशा में भी बड़ी छलांग सिद्ध होगा।