
आपात स्थिति से निपटने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन
पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर ने ब्लैकआउट सहित किए सभी संभावित संकटों का अभ्यास

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / यीडा सिटी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु एक मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था शिवहरी मीना व मुख्यालय अजय कुमार के पर्यवेक्षण तथा डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान के नेतृत्व में संपन्न हुई। इसका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया, समन्वय क्षमता की दक्षता को परखना और नागरिकों को जागरूक करना था।

इस अभ्यास में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, आपदा प्रबंधन टीम, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा), विद्युत विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सक्रिय भागीदारी की। मॉक ड्रिल की शुरुआत शाम 6 बजे एक काल्पनिक आपदा परिदृश्य के निर्माण के साथ हुई। पूर्व निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए सभी एजेंसियों ने समन्वित प्रयासों से स्थिति से निपटने का अभ्यास किया।
ड्रिल के दौरान संपूर्ण ब्लैकआउट का अभ्यास भी किया गया, जो शाम 7:01 बजे से रात 8:00 बजे तक चला। इस दौरान न केवल एयरपोर्ट परिसर, बल्कि उसके आसपास के गांवों—किशोरपुर, बनवारीवास, नगला जहानू, कुरैब, दयानतपुर, साबोता, रन्हैरा और नगला भावला में भी विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बंद कर दी गई, जिससे रियल टाइम प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण किया जा सके।

ड्रिल के दौरान उपजिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी यीडा दुर्गेश सिंह, तहसीलदार जेवर, अपर पुलिस उपायुक्त एयरपोर्ट मनीष कुमार मिश्र, सहायक पुलिस आयुक्त-4 ग्रेटर नोएडा सार्थक सैंगर, स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर सर्वेश जिया, एयरपोर्ट सुरक्षाधिकारी अजयेश वर्मा और एयरपोर्ट प्रशासन से बी.एस. राणा ने अपनी उपस्थिति व सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई।

मॉक ड्रिल के पूर्व ब्रीफिंग व पश्चात डी-ब्रीफिंग सत्र भी आयोजित किए गए, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने प्रतिक्रिया साझा की और भविष्य की तैयारी को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु सुझाव दिए। इस अवसर पर अपर पुलिस उपायुक्त एयरपोर्ट मनीष कुमार मिश्र ने कहा कि “आपदाओं की पूर्व तैयारी ही जान-माल की हानि को न्यूनतम कर सकती है। मॉक ड्रिल जैसे आयोजन नागरिकों में सतर्कता और जागरूकता बढ़ाने के सशक्त माध्यम हैं।”

इस सफल अभ्यास ने पुलिस व प्रशासन की तैयारियों की जमीनी हकीकत को परखा और आपसी समन्वय की क्षमता को मजबूत किया।