
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / ग्रेटर नोएडा
लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (फार्मेसी), ग्रेटर नोएडा में “एम्ब्रेसिंग एआई इन फार्मा” विषय पर पाँचवाँ वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन अत्यंत सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। लॉयड ग्रुप (फार्मेसी) और आईबीएम बिज़नेस एनालिटिक्स लैब के संयुक्त तत्वावधान में हुए इस प्रतिष्ठित सम्मेलन ने फार्मा शिक्षा, अनुसंधान और उद्योग जगत में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका को नयी दिशा प्रदान की।
लॉयड ग्रुप की चीफ स्ट्रैटेजिस्ट ऑफिसर एवं हेड–ग्रोथ, डॉ. वंदना अरोड़ा सेठी ने बताया कि यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को एक साझा मंच प्रदान करता है, जहाँ वे अपने अनुभवों, अनुसंधान निष्कर्षों और इनोवेटिव दृष्टिकोणों को साझा करते हैं।
उन्होंने कहा—
“इस वर्ष का थीम रिडिफाइनिंग एजुकेशन, रिसर्च एंड इंडस्ट्री थ्रू इंटेलिजेंट इनोवेशन सिर्फ एक विषय नहीं, बल्कि फार्मा शिक्षा और हेल्थकेयर सेक्टर के भविष्य की दिशा को परिभाषित करने वाला विज़न है।”

भव्य सहभागिता: 14 राज्यों से 1200+ प्रतिभागी, 100+ प्रमुख विश्वविद्यालय शामिल
सम्मेलन की भव्यता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि भारत के 14 राज्यों के 100 से अधिक विश्वविद्यालयों—जैसे जामिया हमदर्द, डीपीएसआरयू, जामिया मिलिया इस्लामिया, नाइपर, जीजीएसआईपीयू, एलएनसीटी यूनिवर्सिटी, गलगोटिया यूनिवर्सिटी आदि—के 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया।
दिनभर चले इस सम्मेलन में 500 से अधिक शोध-पत्र और पोस्टर प्रस्तुत किए गए, जिसने इसे फार्मा और हेल्थकेयर क्षेत्र का सबसे प्रभावशाली ज्ञान-विमर्श मंच बना दिया।

मुख्य अतिथि और गणमान्य उपस्थितगण
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे:
- डॉ. डी. पी. सिंह, एजुकेशन एडवाइजर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार
सम्मेलन की अध्यक्षता की:
- डॉ. जी. एन. सिंह, एडवाइजर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व पूर्व ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया
गेस्ट ऑफ इमिनेंस के रूप में उपस्थित रहे:
- श्री विपुल गुप्ता, सिप्ला
- डॉ. आर. के. खार, पूर्व डीन, जामिया हमदर्द
- प्रो. रमेश कुमार गोयल, पूर्व कुलपति, डीपीएसआरयू
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और छात्रों द्वारा प्रस्तुत स्वागत नृत्य से हुई, जिसने पूरे सम्मेलन को गरिमा और उत्साह से भर दिया।

चार प्रमुख प्लेनरी सेशन्स में विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण व्याख्यान
सम्मेलन में एआई और फार्मा क्षेत्र के संगम पर आधारित चार महत्त्वपूर्ण प्लेनरी सेशन्स आयोजित किए गए:
1. एआई-असिस्टेड ड्रग डिलीवरी
2. डेटा-आधारित डोज़ेज़ फॉर्म्स
3. हेल्थकेयर में एआई के अनुप्रयोग
4. ग्लोबल फार्मा रेगुलेशन्स में एआई की भूमिका
इन सेशन्स में देश के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ—
प्रो. रूप खार, प्रो. वंदना बी. पात्रावले, प्रो. संजु नंदा, डॉ. त्रिदेव सास्त्री, डॉ. जय प्रकाश, प्रो. हरविंदर पॉपिल, श्री भानुसाहेब पाटिल, डॉ. राजेश अग्रवाल, गीतांजलि पंकज बेक्टोर, प्रो. कमला पाठक और प्रो. विजय भल्ला—ने अपने अनुभव और शोध आधारित विचार प्रस्तुत किए।

दो प्रभावशाली पैनल डिस्कशन: फार्मा में एआई का भविष्य और चुनौतियाँ
पैनल डिस्कशन में सुश्री मीनल भट्ट, डॉ. सौरभ अरोड़ा, डॉ. खालिद रज़ा और अन्य उद्योग विशेषज्ञों ने फार्मा उद्योग में एआई के भविष्य, संभावनाओं, चुनौतियों और वास्तविक उपयोगिता पर गहन चर्चा की।
इन चर्चाओं ने छात्रों, शोधकर्ताओं और प्रोफेशनल्स को फार्मा और डिजिटल टेक्नोलॉजीज के समन्वय का विस्तृत दृष्टिकोण प्रदान किया।
55 से अधिक स्पीकर्स और इवैल्युएटर्स ने दी विशेषज्ञता
सम्मेलन की विशिष्टता इसका विशाल अकादमिक और अनुसंधान नेटवर्क रहा। 55 से अधिक विषय विशेषज्ञों, मूल्यांकनकर्ताओं और वक्ताओं ने अपने योगदान से आयोजन को अत्यंत सार्थक बनाया।

सम्मानों की वर्षा—लाइफ़टाइम अचीवमेंट और एक्ज़ेम्प्लरी प्रोफेशनल अवार्ड प्रदान
सम्मेलन के दौरान विशेष सम्मान प्रदान किए गए:
- “एक्ज़ेम्प्लरी फ़ार्मेसी प्रोफेशनल अवार्ड” — प्रोफ़ेसर वंदना बी. पात्रावले
- “लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड” — प्रोफ़ेसर अरुण नंदा (फ़ार्मास्यूटिकल साइंस, एम.डी.यू. रोहतक)
इसके अलावा बेस्ट पेपर व बेस्ट पोस्टर अवार्ड भी प्रतिभागियों को प्रदान किए गए।
सम्मेलन की स्मारिका (Souvenir) का विमोचन किया गया और चयनित शोध-पत्रों के स्कोपस इंडेक्स्ड जर्नल में प्रकाशन की घोषणा की गई।

एआई और फार्मा के संगम पर उत्कृष्ट और ऐतिहासिक आयोजन
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन फार्मेसी, स्वास्थ्य सेवा, उद्योग और अनुसंधान जगत में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस की भूमिका को समझने, अपनाने और आगे बढ़ाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध हुआ।
लॉयड (फार्मेसी) द्वारा आयोजित यह भव्य अंतर्राष्ट्रीय मंच न केवल ज्ञान-विनिमय का अवसर बना, बल्कि भविष्य के फार्मा सेक्टर के लिए नई संभावनाओं, नवाचारों और वैश्विक सहयोग के रास्ते भी प्रशस्त कर गया।