आईएएस प्रशिक्षुओं ने किया ग्रेटर नोएडा की औद्योगिक और लॉजिस्टिक परियोजनाओं का अध्ययन

 

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (IITGNL), मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (MMLH) और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) मॉडल, अधोसंरचना और निवेश-रोजगार सृजन की प्रक्रिया को सराहा

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा

भारत सरकार में सहायक सचिव के रूप में तैनात 5 आईएएस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (IITGNL), मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (MMLH) और मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) की योजनाओं का गहन अध्ययन किया। अधिकारियों ने इन परियोजनाओं के संचालन मॉडल, अधोसंरचना और निवेश-रोजगार सृजन की प्रक्रिया को सराहा।

इस अध्ययन दल में उत्तर प्रदेश कैडर की आईएएस इशिता किशोर और सई आश्रित शाकमुरी, तमिलनाडु कैडर से आयुष गुप्ता, बिहार कैडर से आकांक्षा आनंद और गरिमा लोहिया, तथा हिमाचल प्रदेश कैडर से अंजलि गर्ग शामिल थीं। ये अधिकारी सुबह 10 बजे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्यालय पहुँचे, जहाँ सीईओ एन.जी. रवि कुमार, एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, श्रीलक्ष्मी वी.एस. और प्रेरणा सिंह ने उनका स्वागत किया तथा बैठक के माध्यम से प्राधिकरण की प्रमुख योजनाओं की जानकारी साझा की।

सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने औद्योगिक विकास की प्रक्रिया, भूमि अधिग्रहण से लेकर निवेश प्रोत्साहन तक की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि किसान हितों का ध्यान रखते हुए भूमि अधिग्रहण किया गया और इस भूमि पर विकसित औद्योगिक क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने आईएएस अधिकारियों से कहा कि भविष्य में जब वे नीति-निर्माण की भूमिका में हों, तब वे रोजगार सृजन को प्राथमिकता दें।

एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने भूमि आवंटन की प्रक्रिया और उसके बदले किसानों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस. ने आईआईटीजीएनएल टाउनशिप की स्मार्ट सुविधाओं—जैसे ऑटोमेटिक वेस्ट कलेक्शन सिस्टम, 24 घंटे बिजली-पानी की आपूर्ति और उन्नत सुरक्षा व्यवस्था—की जानकारी दी। वहीं, एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि अब तक 25 से अधिक बड़ी कंपनियों को टाउनशिप में भूमि आवंटित की जा चुकी है। इनमें से कई कंपनियों ने कार्य प्रारंभ कर दिया है, जिनमें हायर जैसी प्रतिष्ठित कंपनी भी शामिल है। इन कंपनियों ने लगभग 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है और करीब 23,000 युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब के अंतर्गत विकसित हो रहे रेल, मेट्रो और बस टर्मिनलों के बारे में भी जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त, प्राधिकरण द्वारा इन अधिकारियों के समक्ष एक विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से ग्रेटर नोएडा के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का खाका प्रस्तुत किया गया।

इसके उपरांत अधिकारियों ने आईआईटीजीएनएल क्षेत्र का स्थल निरीक्षण कर विकास कार्यों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने परियोजनाओं की कार्यप्रणाली की सराहना की। अंत में प्राधिकरण की ओर से सभी अधिकारियों को स्मृति चिन्ह स्वरूप पौधे भेंट किए गए।

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