
🏗️ 🔹 सीईओ एन. जी. रवि कुमार की पहल पर प्राधिकरण ने शुरू किया बड़ा सामाजिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट
🔹 12 केंद्रों का निर्माण शुरू, 4 नए केंद्रों की तैयारी; ₹25 करोड़ की लागत से मिलेगा सामाजिक आयोजन का नया ठिकाना

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने नागरिकों को सामाजिक और सामुदायिक गतिविधियों के लिए सशक्त सुविधा देने की दिशा में एक बड़ी पहल कर रहा है। प्राधिकरण द्वारा शहर के 16 सेक्टरों और गांवों में सामुदायिक केंद्रों (Community Centres) का निर्माण कराया जा रहा है। इनमें से 12 स्थानों पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जबकि शेष 4 केंद्रों के निर्माण की योजना अंतिम चरण में है।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एन. जी. रवि कुमार की नेतृत्व में यह योजना आकार ले रही है, जिसके तहत ₹25 करोड़ रुपये की लागत से ये दो-मंज़िला सामुदायिक भवन बनाए जा रहे हैं।
🏘️ इन सेक्टरों में बन रहे सामुदायिक केंद्र:
निर्माणाधीन केंद्र (12):
ओमीक्रॉन वन ए, ज्यू वन, ज्यू टू, ज्यू थ्री, ईटा वन, जीटा वन, डेल्टा थ्री, सेक्टर 37, सेक्टर 36, पाई वन, स्वर्णनगरी और चिपियाना बुजुर्ग।
प्रस्तावित केंद्र (4):
सेक्टर-3, सिरसा, डाढ़ा, और लुक्सर।
🏢 सुविधाओं से भरपूर होंगे सामुदायिक केंद्र:
प्रत्येक केंद्र में निम्नलिखित प्रमुख सुविधाएं होंगी:
- ग्राउंड फ्लोर: लॉबी, पार्टी हॉल, किचन, स्टोर, एक कमरा, महिला व पुरुष शौचालय
- पहली मंजिल: लॉबी, लाइब्रेरी, महिला व पुरुष शौचालय
- पार्किंग: लगभग 50 वाहनों की पार्किंग क्षमता

📆 निर्माण कार्य की प्रगति व समयसीमा:
महाप्रबंधक परियोजना ए. के. सिंह के अनुसार, वर्ष के अंत तक अधिकांश केंद्रों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जिन सेक्टरों में पहले से केंद्र हैं, लेकिन वे जर्जर हो चुके हैं, वहां मरम्मत कार्य भी कराया जा रहा है।
सीईओ एन. जी. रवि कुमार ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समयसीमा में सभी निर्माण कार्य पूरे किए जाएं, ताकि स्थानीय नागरिकों को पारिवारिक, सामाजिक या सांस्कृतिक आयोजनों के लिए कोई परेशानी न हो।
🗣️ स्थानीय नागरिकों में उत्साह
प्राधिकरण की इस पहल से सेक्टरवासियों और ग्रामीणों में खुशी और उम्मीद का माहौल है। नागरिकों का कहना है कि अब उन्हें छोटे-बड़े पारिवारिक या सामुदायिक कार्यक्रमों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

📌 शहरी विकास के मॉडल में एक नई मिसाल
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा सामुदायिक ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में यह कदम न केवल सामाजिक समरसता को बढ़ावा देगा, बल्कि शहरी विकास के मॉडल में एक नई मिसाल भी कायम करेगा।