तमाम भाजपा गुर्जर और ठाकुर बिरादरी के चेहरों पर गाज गिरना तय मानिए
क्या भाजपा सीट बचा पाएगी या फिर बसपा का हाथी सीट को छीन कर अपना हिसाब चुकता कर लेगा, यह सब कुछ कहना जल्दबाजी होगा?
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट जातीय समीकरणों के बीच फंसती हुई नजर आ रही है। इस बार क्या भाजपा सीट बचा पाएगी या फिर बसपा का हाथी सीट को छीन कर अपना हिसाब चुकता कर लेगा, यह सब कुछ कहना जल्दबाजी होगा? किंतु इतना जरूर है कि भाजपा का परंपरागत माने जाने वाला वोट बैंक ठाकुर बिरादरी छिटक सकता है। ठाकुर बिरादरी में जिस तरह से पंचायतों का दौर चल रहा है और भाजपा पर ठाकुर बिरादरी की उपेक्षा किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं, तो वाकई चुनाव परिणाम बेहद चौकाने वाले साबित हो सकते हैं। वैसे चुनाव चाहे विधानसभा के हों या फिर ग्राम पंचायत तथा नगर निकाय अथवा लोकसभा, हर बिरादरी व समाज में पंचायतों का दौर चलता ही है। किंतु यहां गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में ठाकुरों की नाराजगी को हलके में लेना भी भारी भूल साबित हो सकती है। गौतमबुद्धनगर लोकसभा बनने पर पहले सांसद गुर्जर बिरादरी से सुरेंद्र सिंह नागर बसपा के टिकट पर चुने गए थे। वर्ष 2014 में दूसरा चुनाव हुआ और फिर भाजपा के डा0 महेश शर्मा ने इस सीट को बसपा से छीन लिया। तब से डा0 महेश शर्मा भाजपा का परचम जमाए हुए हैं। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं ठाकुर बिरादरी में भाजपा प्रत्याशी डा0 महेश शर्मा का विरोध बढता ही जा रहा है। दादरी क्षेत्र में साठा चौरासी ठाकुर बिरादरी का गढ माना जाता है। बीते दिनों भाजपा के ही नेता देवेंद्र खटाना ने पंचायत करते हुए भाजपा प्रत्याशी डा0 महेश शर्मा का विरोध कर डाला था। यह पंचायत पूरे साठा चौरासी में आग की तरह फैल रही है।
डा0 महेश शर्मा के लिए इधर कुआ और उधर खाई वाली स्थिति क्यों हुई? —हमे तो अपनों ने लूटा, गैरांं में कहां दम था, मेरी किश्ती भी वहां डूबी जहां, पानी कम था। इस चंद शेर से ही समझ लिजिए
आखिर भाजपा प्रत्याशी व दो बार के सासंद डा0 महेश शर्मा के लिए इधर कुआ और उधर खाई वाली स्थिति क्यों हुई? —हमे तो अपनों ने लूटा, गैरांं में कहां दम था, मेरी किश्ती भी वहां डूबी जहां, पानी कम था। इस चंद शेर से ही समझ लिजिए। भाजपा ने महीने भर पहले जारी की गई पहली ही करीब 192 लोगों की सूची में गौतमबुद्धनगर से पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद डा0 महेश शर्मा का फिर से टिकट घोषित कर दिया। डा0 महेश शर्मा का धुर विरोध खेमा चुनाव की बिसात बिछाने में तभी से जुट गया।
इंडिया गठबंधन की घटक दल सपा ने उलटफेर में डा0 महेंद्र नागर को चुनाव मैदान में उतारा, इससे डा0 महेश शर्मा के चेहरे पर कतई शिकन तक नही देखी गई। डा0 महेश शर्मा के धुर विरोधी खेमें को कामयाबी हाथ लगी, इस बडे खेल में बसपा को शामिल किया गया। सिकंद्राबाद के पूर्व विधायक और ठाकुर बिरादरी के दिग्गत नेता राजेंद्र सिंह सोंलकी को गौतमबुद्धनगर से बसपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतार दिया। ब्राहमण, गुर्जर और फिर ठाकुर चेहरा आ जाने से चुनावी मुकाबला रोचक होने के आसार बन गए। इससे पहले तो खुद डा0 महेश शर्मा और उनके सिपाहसालर 10 लाख के अंतर से जीत हासिल किए जाने का दावा करते हुए थक नही रहे थे। पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सोंलकी के चुनाव मैदान मेंं डट जाने से ठाकुर बिरादरी में डा0 महेश शर्मा के खिलाफ विरोध बढना शुरू हो गया। यही नहीं जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, यहां गौतमबुद्धनगर में ठाकुर बिरादरी, डा0 महेश शर्मा ही नही बल्कि भाजपा तक को ताक पर रखती हुई नजर आ रही है।
गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभाएं हैं। इनमें बुलंदशहर जिले की खुर्जा व सिकंद्राबाद और यहां तक की जिले की जेवर विधानसभा में ठाकुर बिरादरी किसी भी चुनाव को मोडने का दमखम रखती है। जेवर विधानसभा क्षेत्र में दनकौर से आगे ठाकुरास लोगांं के बीच यही चर्चा है कि भाजपा ने कई सारे ठाकुरों के टिकट काट दिए हैं, भाजपा राजपूतों को कतई चाहती नही है।
यहीं नहीं भाजपा प्रत्याशी डा0 महेश शर्मा ठाकुर बिरादरी के बीच सुख दुख में भी नही आ पाते हैं। अब खबर आ रही है कि राजपूत समाज ने रबूपुरा क्षेत्र के गांव भाईपुर में एक पंचायत का आयोजन किया। जिसमें 12 गॉंवों के राजपूत समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
पंचायत में राजपूत समाज के लोगों का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट ठाकुर बाहुल्य सीट है, बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी ने ठाकुर समाज को दरकिनार करते हुए तीसरी बार भी महेश शर्मा पर अपना दाव खेला है। जबकि राजेंद्र सोलंकी अकेले एक ऐसे प्रत्याशी है जो ठाकुर बिरादरी से आते हैं। इस राजपूतों की पंचायत में कहा गया है कि राजपूतो का सम्मान नहीं तो वोट नहीं। साथ ही पंचायत में वर्तमान सांसद पर विकास नहीं करने का भी आरोप लगाया है। आरोप यह भी है कि भाजपा प्रत्याशी महेश शर्मा ने अपने 10 साल के कार्यकाल में क्षेत्र का कोई भी विकास नहीं कराया है। सरकारी स्वास्थ्य विभाग की क्षेत्र में स्थिति दयनीय है। खुर्जा में वर्षों से ट्रांसपोर्ट नगर की मांग चली आ रही है वह आज तक पूरी नहीं हुई है। जेवर और खुर्जा विधानसभा में लगातार राजपूत समाज के लोग पंचायतें कर अपने समाज को एकत्र करने का प्रयास कर रहे हैं। यही हाल दादरी विधानसभा में भी है यहां भी जाति फैक्टर की तरफ चुनाव मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। गुर्जर समाज के लोग इस बार अपने समाज के प्रत्याशी को वोट करने की चर्चा कर रहे हैं। इंडिया गठबंधन के घटक दल सपा प्रत्याशी डा0 महेंंद्र नागर के समर्थन में रैली करने के लिए खुद सपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 19 अप्रैल-2024 को सिकंद्राबाद में आ रहे हैं। गुर्जर होने के नाते बिरादरी का वोट डा0 महेंद्र नागर के लिए भी जाएगा।
जिले के तमाम बडे गुर्जर नेता पाला बदलते हुए भाजपा में शामिल होकर डा0 महेश शर्मा के लिए प्रचार कर रहे हैं। इनमें दूसरे दलों से भाजपा में आए पूर्व मंत्री वेदराम भाटी, पूर्व मंत्री हरिश्चंद भाटी, पूर्व दादरी विधायक सतवीर गुर्जर, एमएलसी नरेंद्र सिंह भाटी, सुशील भाटी एडवोकेट, बसपा के टिकट पर जेवर विधानसभा का चुनाव लडे चुके नरेंद्र डाढा, कांग्रेस के टिकट पर जेवर विधानसभा का चुनाव लडे चुके व पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी, आम आदमी पार्टी के टिकट पर दादरी विधानसभा का चुनाव लडे चुके संजय भैया, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र डाढा आदि भाजपा प्रत्याशी डा0 महेश शर्मा की जीत के लिए ऐडी चोटी का जोर लगाने में जुटे हुए हैं। गौतमबुद्धनगर में ठाकुर बिरादरी के चेहरों की बात करें तो यहां नोएडा के विधायक पंकज सिंह, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र शिशौदिया, क्षेत्रीय महामंत्री ठाकुर हरीश सिंह, सिकंद्राबाद की पूर्व विधायक विमला सोलंकी आदि और कई चेहरे हैं। इतना कुछ होने के बाद यदि ठाकुर बिरादरी का वोट भाजपा से छिटकता है, तो इन तमाम ठाकुर चेहरों का भविष्य जरूर दाव पर लग जाएगा। भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि गौतमबुद्धनगर लोकसभा क्षेत्र में यदि चुनाव परिणाम उम्मीद के मुताबिक नही आ पाते हैं तो जरूर इन तमाम गुर्जर और ठाकुर बिरादरी के चेहरों पर गाज गिरना तय मानिए।
Vote Rajendra solanki ji bhumat se jitaya jyega,rajput akta jindabad,m jewar se h,village Dastampur,