डॉ. एकता अरोड़ा का अध्ययन: बिना डॉक्टर की सलाह स्टेरॉइड क्रीम के इस्तेमाल से बिगड़ रही है, त्वचा की सेहत

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा स्थित गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (GIMS) में फार्माकोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. एकता अरोड़ा के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण अध्ययन किया गया है, जिसमें टॉपिकल कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीमों के दुरुपयोग और इससे त्वचा पर होने वाले दुष्प्रभावों का गहराई से विश्लेषण किया गया है। यह अध्ययन हाल ही में अफ्रीकन जर्नल ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च में प्रकाशित हुआ है।

इस पर्यवेक्षणात्मक, क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन में 100 से अधिक मरीजों को शामिल किया गया, जिनमें से अधिकांश 25 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के थे। अध्ययन में चौंकाने वाला तथ्य यह सामने आया कि लोग त्वचा की रंगत निखारने (मेलाज़्मा) जैसे कारणों से स्टेरॉइड युक्त क्रीमों का बेहिचक उपयोग कर रहे थे — वह भी बिना किसी डॉक्टर की सलाह के। अधिकतर मामलों में यह क्रीमें दुकानदारों या परिचितों की सलाह पर खरीदी जा रही थीं।

डॉ. एकता अरोड़ा ने बताया कि ऐसे बिना सोचे-समझे इस्तेमाल से त्वचा पर गंभीर दुष्प्रभाव हो रहे हैं।
सबसे आम समस्याएं थीं:

  • एरिथेमा (त्वचा में लालिमा): 73% मामलों में
  • स्टेरॉइड से उत्पन्न मुहांसे (Acne): 69% मामलों में

इस अध्ययन में बेटामेथासोन डिप्रोपियोनेट नामक स्टेरॉइड यौगिक को सबसे ज़्यादा दुरुपयोग किया गया पाया गया — 57% रोगियों ने इसका उपयोग किया था।

डॉ. अरोड़ा ने कहा, “टॉपिकल कॉर्टिकोस्टेरॉइड बहुत शक्तिशाली दवाएं होती हैं जिन्हें केवल योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही उपयोग किया जाना चाहिए। इनका अनुचित और अनियंत्रित उपयोग त्वचा को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है, और कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि इलाज भी मुश्किल हो जाता है।”

उन्होंने आगे यह भी कहा कि लोगों को जागरूक करने की सख्त ज़रूरत है कि स्टेरॉइड क्रीम कोई कॉस्मेटिक या फेयरनेस प्रोडक्ट नहीं हैं, और इनका अनावश्यक उपयोग त्वचा के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।

अध्ययन में इस बात पर भी ज़ोर दिया गया है कि ओवर-द-काउंटर स्टेरॉइड क्रीम की बिक्री पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए और इसके साथ ही व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए ताकि लोग खुद से ऐसी दवाओं का उपयोग न करें।

डॉ. अरोड़ा और उनकी टीम का यह शोध स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण चेतावनी है — जो बताता है कि सुंदरता की चाहत में की गई लापरवाही, हमारी त्वचा और स्वास्थ्य को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।

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