
गौतमबुद्धनगर में 1 अगस्त को राष्ट्रीय स्तरीय मॉकड्रिल “एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र” का आयोजन
भूकंप और औद्योगिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों की डीएम ने की समीक्षा

— मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ गौतमबुद्धनगर
जिले में भूकंप एवं औद्योगिक आपदा से निपटने के लिए आगामी 1 अगस्त को राष्ट्रीय स्तरीय मॉकड्रिल “एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र” का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशन में तैयारियों को लेकर आज कलैक्ट्रेट स्थित कार्यालय में संबंधित विभागों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें उन्होंने सभी अधिकारियों को समयबद्ध एवं समन्वित तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि इस मॉकड्रिल का उद्देश्य आपात स्थितियों में विभिन्न विभागों की प्रतिक्रिया क्षमता और आपसी समन्वय को परखना है। उन्होंने पुलिस, चिकित्सा, अग्निशमन, नगर निकाय, एनडीआरएफ, विद्युत, परिवहन, नागरिक सुरक्षा, सूचना विभाग सहित सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित स्थलों पर समय से पहुंचे और आवश्यक संसाधनों की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करें।

जनपद के 5 स्थानों पर होगा मॉकड्रिल का आयोजन:
- सावित्रीबाई फुले बालिका इंटर कॉलेज, ग्रेटर नोएडा
- डब्ल्यूएचओ टाउनशिप, गुरजिंदर विहार
- एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
- आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स), ग्रेटर नोएडा
- विकास भवन, सूरजपुर
प्रमुख स्थानों की जिम्मेदारियां:
- गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय: स्टेजिंग एरिया और रेस्पॉन्डर कैंप
- डीईओसी, कलेक्ट्रेट: संचार केंद्र
- डीएम कार्यालय: इंसीडेंट कमांड पोस्ट
- शारदा हॉस्पिटल: मेडिकल कैंप
- मलकपुर स्टेडियम: राहत कैंप
अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार ने मॉकड्रिल की अब तक की गई तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पांच इंसीडेंट कमांडरों की तैनाती भी कर दी गई है।
भूकंप एडवाइजरी भी हुई जारी
जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी ने बताया कि गौतमबुद्धनगर सिस्मिक जोन-IV में आता है, जो भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील है। इसी के मद्देनज़र जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भूकंप से बचाव और सुरक्षा विषयक एडवाइजरी जारी की गई है। इसमें भूकंप के दौरान की जाने वाली सावधानियों और व्यवहारिक उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई है, जैसे—
- घर के भीतर हों तो किसी मज़बूत टेबल या फर्नीचर के नीचे शरण लें
- शीशे, खिड़कियों और दीवारों से दूर रहें
- बाहर हों तो इमारतों, पेड़ों और बिजली के खंभों से दूरी बनाए रखें
- वाहन में हों तो वाहन रोककर सुरक्षित स्थान पर रुकें
आपदा प्रबंधन को लेकर गंभीर है प्रशासन
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग मॉकड्रिल की गतिविधियों को गंभीरता से लें और सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी हों। उन्होंने कहा कि यह मॉकड्रिल भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने की तैयारी का रियलिटी टेस्ट होगी।

बैठक में मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप चौबे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप परमेश सहित एनडीआरएफ, सीआरपीएफ, पीएसी 49, जल निगम, विद्युत, परिवहन व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।