साइबर क्राइम:– 05 करोड 07 लाख 95 हजार 782 रुपये हुए वापस

क्राइम रिपोर्टर/ गौतमबुद्बनगर

थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस द्वारा वादी के साथ 05 करोड 07 लाख 95 हजार 782 रुपये की धोखाधडी की संपूर्ण धनराशि को शिकायतकर्ता को वापस कराया गया है। डीसीपी साइबर श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि दिनांक 27.02.2025 को शिकायतकर्ता की कम्पनी मे जर्मनी के वेंडर POLYMER TECHNIK ELBE GMBH GERMANY की फर्जी ई-मेल आई0डी0 भेजकर शिकायतकर्ता से विदेशी मुद्रा यूरो 56,6078.31 (05 करोड 07 लाख 95 हजार 782 रुपये) की धोखाधडी अज्ञात व्यक्ति द्वारा की गयी थी, जिसके सम्बन्ध मे दिनांक 03.03.2025 को साइबर क्राइम पोर्टल एनसीआरपी पर कम्पलेंट पंजीकृत होने के उपरान्त दौराने जाँच साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुये शिकायतकर्ता के बैंक खाते मे संपूर्ण धनराशि वापस करायी गयी।

घटना का संक्षिप्त विवरणः
शिकायतकर्ता द्वारा दिनांक 03.03.2025 को साइबर क्राइम पोर्टल एनसीआरपी पर कम्पलेंट पंजीकृत करायी गई थी। घटना क्रम के अनुसार शिकायतकर्ता की कम्पनी पर जर्मनी की कम्पनी के रुपये ओवरडयू थे, जिसके सम्बन्ध मे जर्मनी की कम्पनी के फिशिंग मेल से बैंक डिटेल चैंज कराकर दिनांक 27.02.2025 को BANCO BPI SA मे विदेशी मुद्रा यूरो 566078.31( (05 करोड 07 लाख 95 हजार 782 रुपये) आईसीआईसीआई बैंक से स्थानान्तरित करा ली गई थी। जिसके सम्बन्ध मे बैंक अथॉरिटीज से समन्वय स्थापित करते हुए शिकायतकर्ता के खाते मे संपूर्ण धनराशि वापस कराई गई।

नोटः
साइबर जागरूकता सुझाव/ फिशिंग ईमेल एडवाइजरी
फिशिंग एक साइबर अपराध है, जिसमें धोखेबाज नकली ईमेल, मैसेज या वेबसाइट का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं की संवेदनशील जानकारी (जैसे पासवर्ड, बैंक डिटेल्स आदि) चुराने का प्रयास करते हैं। इसे रोकने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ अपनाएँ

फिशिंग ईमेल पहचानने के तरीके
1- प्रेषक का सत्यापन करें अनजान या संदेहास्पद ईमेल पते से आई मेल पर भरोसा न करें।
2-ग्रामर और स्पेलिंग जांचें फिशिंग ईमेल में अक्सर गलतियां होती हैं, पेमेंट करने से पहले संबन्धित पार्टी से फोन पर कांटेक्ट करें और मेल का एक एक अक्षर स्वयं देख ले।
3- अचानक अनुरोधों से सावधान रहें यदि कोई ईमेल तत्काल पासवर्ड अपडेट, पेमेंट या गोपनीय जानकारी मांग रहा है, तो सतर्क रहें।
4-संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले जाँच करें कि वह असली वेबसाइट की ओर इशारा कर रहा है या नहीं।
5-अटैचमेंट न खोलें यदि स्रोत संदिग्ध हो, तो अटैचमेंट खोलने से बचें, क्योंकि इसमें मैलवेयर हो सकता है।
6- विदेश से प्राप्त ईमेल मे बैंक डिटेल चैंज होने पर बिना सत्यापन के पैसा स्थानान्तरित न किया जाये।

निष्कर्ष
साइबर क्राइम के विरूद्ध सर्तकता/जागरूकता ही सुरक्षा प्रदान करती है।
हमेशा सतर्क रहें, किसी भी ईमेल पर जल्दबाजी में कार्रवाई न करें और सुरक्षा उपाय अपनाएँ। घटना घटित होने पर टोल फ्री नम्बर 1930 पर सम्पर्क करें, अथवा cybercrime.gov.in जाकर शिकायत दर्ज कर सकते है।

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