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विजन लाइव/ ग्रेटर नोएडा
अकादमिक सहयोग को मजबूत करने और शोध व नवाचार के क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओ पर विचार करने के लिए एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज (एसीयू) के प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज की सीईओ और महासचिव डा जोआना न्यूमैन, एसीयू के एशिया पैसफिक के रिजनल डायरेक्टर (मेंबरशिप) आदित्य मलकानी और सीईओ कार्यालय की एक्जीक्यूटिव सुश्री मार्ता गजेउस्का शामिल थी। एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया।
एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज की सीईओ और महासचिव डा जोआना न्यूमैन ने हम एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज के सदस्य विश्वविद्यालयों के मध्य की क्षमता को और अधिक विकसित करना चाहते है और यह आपसी सहयोग के द्वारा संभव है। डा न्यूमैन ने कहा कि 5 महाद्वीप के 56 विकासशील और विकसित देशों में एसीयू, उच्च शिक्षा के लिए एकमात्र प्रतिनिधि आवाज है। एसीयू, सात क्षेत्रीय समितियों द्वारा सलाहित और वैश्विक स्तर पर स्थित टीम द्वारा संचालित एक परिषद द्वारा संचालित एक अंर्तराष्ट्रीय संगठन है जिसका एक मात्र उददेश्य उच्च शिक्षा प्रणाणी को मजबूती प्रदान करना है। उन्होने एसीयू ग्राटंस एवं फेलोशिप के बारे में बताते हुए कहा कि हम अंर्तराष्ट्रीय मोबिलिटी और सदस्यों के मध्य सहयोग का विकसित करने के लिए अनुदान व छात्रवृत्ति देते है जिसमें एसीयू फेलोशिप, प्रारंभिक कैरियर अनुदान और विद्यालयी अनुदान के अंर्तगत समर स्कूल आदि प्रदान करते है। एमिटी विश्वविद्यालय भी एसीयू का सक्रिय सदस्य है और हम अन्य सहयोग की संभावनाओं पर विचार कर रहे है।
एसीयू के एशिया पैसफिक के रिजनल डायरेक्टर (मेंबरशिप) आदित्य मलकानी ने एसीयू मेज़र्स के बारे में बताते हुए कहा कि एसीय मेज़र्स का उददेश्य विश्व भर में अनुसंधान क्षमता को मजबूत करना और वैश्विक चुनौतियों से निपटने में हमारे सदस्यों के महत्वपूर्ण कार्यो का समर्थन करना है। एसीयू मेज़र्स सदस्यों को गोपनीय, गैर प्रतिस्पर्धी और गैर रैकिंग तरीके से प्रबंधन के प्रमुख क्षेत्रों में अपने विश्वविद्यालय के प्रदर्शन को बेंचमार्क स्थापित करने की अनुमती देता है। यह बेहतरीन अभ्यासों को सीखने का अवसर प्रदान करता है जो आत्मविकास का उपकरण भी है।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में संस्थानों के मध्य आपसी सहयोग बेहद आवश्यक है जिससे छात्रों को वैश्विक अनवारण, अनुसंधान का व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त होता है। एमिटी और एसीयू की रिश्ते काफी मजबूत व पुराने है और हम एसीयू के अन्य विश्वविद्यालय सदस्यों के साथ मिलकर कार्य करने के इच्छुक है। डा शुक्ला ने एमिटी विश्वविद्यालय के स्टडी अब्राड प्रोग्राम, थी कांटीनेंटल प्रोग्राम के बारे जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म के डीन डा एम सजनानी और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल भी उपस्थित थे।