प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला-2025, सूरजपुर में 10 अप्रैल से होगा शुरू


सदियों पुरानी परंपरा को जीवंत करता सूरजपुर का ऐतिहासिक बाराही मेला-2025:- चौधरी धर्मपाल प्रधान


22 अप्रैल तक चलेगा 12 दिवसीय मेला, लोक कलाओं से लेकर दंगल तक होंगे विविध आयोजन, सुरक्षा और सुविधाओं के किए गए पुख्ता इंतजाम

मौहम्मद इल्यास-” दनकौरी”/सूरजपुर
सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति और गौरवशाली परंपरा को सहेजे हुए ऐतिहासिक बाराही मेला-2025 इस वर्ष एक बार फिर 10 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक सूरजपुर के प्राचीन बाराही मेला प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। ग्रामीण जनजीवन की सादगी और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाने वाला यह मेला पूरे क्षेत्र की पहचान बन चुका है।

इस संबंध में मंगलवार, 08 अप्रैल 2025 को दोपहर 1 बजे मेला स्थल पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में शिव मंदिर सेवा समिति (पंजी.) के अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान ने बताया कि यह मेला वर्षों से लगातार आयोजित हो रहा है और इस बार भी पूरे उत्साह और भव्यता से इसका आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मेला न केवल मनोरंजन का केंद्र है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक जड़ों को सहेजने का भी माध्यम है।

ग्रामीण संस्कृति की झलक, लोककला और मनोरंजन का संगम

मेले में इस बार भी ग्रामीण परिवेश में उपयोग होने वाली वस्तुएं जैसे – बड़ी खाट (चारपाई), हुक्का, पीढ़ा, रई, हाथ से चलने वाली आटा चक्की, बैलगाड़ी आदि विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी। साथ ही रागनी, राजस्थानी लोकगीत, संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति भी दर्शकों को लुभाएगी।

अंतिम दिन विशाल दंगल का आयोजन

मेले के अंतिम दिन 22 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:30 बजे से पारंपरिक दंगल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 101 रुपये से 1,01,000 रुपये तक के इनाम रखे गए हैं। यह दंगल स्व. जयपाल भगती जी की स्मृति में उनके सुपुत्र स्व. श्रीचंद भाटी, सतवीर भाटी और राजवीर भगत जी द्वारा कराया जाएगा।

बच्चों और परिवारों के लिए भी विशेष आयोजन

महामंत्री ओमवीर बैसला ने जानकारी दी कि मेले में इस बार भी स्कूली बच्चों द्वारा गीत-संगीत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। रागनियों की श्रृंखला चलेगी, वहीं मौत का कुआं, सर्कस, झूले, जादूगर शो, कठपुतली, नटकला जैसे खेल-तमाशे भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।

लगभग 200 स्टाल और बेहतर सुविधाएं

मेले में खानपान एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए लगभग 200 स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां महिलाएं और परिवारजन खरीदारी का आनंद ले सकेंगे। कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने बताया कि पार्किंग की समुचित व्यवस्था पूर्व की भांति इस बार भी की गई है। दो मुख्य प्रवेश द्वार बनाए गए हैं—एक कस्बे के अंदर से तथा दूसरा नोएडा-दादरी रोड पर सूरजपुर पुलिस चौकी और देवला के बीच स्थित है।

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम, स्वास्थ्य लाभ भी मिलेगा

मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि प्राचीन तालाब में स्नान करने से चर्म रोग दूर होते हैं, इसलिए दूर-दराज़ से श्रद्धालु यहां स्नान करने आते हैं। मेले की सुरक्षा व्यवस्था हेतु भारी पुलिस बल की तैनाती की जा रही है और किसी भी समस्या के समाधान के लिए मेला समिति एवं वॉलंटियर्स उपलब्ध रहेंगे।

सम्माननीय लोगों की उपस्थिति

पत्रकार वार्ता में मेला समिति के संरक्षक डा. धनीराम देवधर, चौ. ब्रजपाल भाटी, महेंद्र सिंघल, चौ. शाहमल, टेकचंद प्रधान, चौ. राजू प्रधान, महेंद्र आर्य, सतवीर सिंह ठेकेदार, राजवीर भगत जी, बिजेंद्र सिंह आर्य, शिवदत्त आर्य, भूदेव शर्मा, भोपाल ठेकेदार, राजपाल खटाना, बिजेंद्र ठेकेदार, चौ. जगदीश भाटी एडवोकेट, सुनील देवधर, चौ. विनोद कौंडली, अनिल भाटी, विनोद भाटी, पवन जिंदल, चौ. ज्ञानेंद्र देवधर, योगेश अग्रवाल, सुभाष शर्मा, राजवीर शर्मा, लीलू भगत जी, हरिकिशन, चौ. रवि भाटी, एडवोकेट दीपक भाटी, अजय शर्मा एडवोकेट, भीम खारी, अज्जू भाटी, अनिल कपासिया, रूपेश चौधरी, विनोद पंडित तेल वाले, ब्रह्म सिंह नागर, राकेश बंसल, धर्मवीर तंवर, महाराज उर्फ पप्पू, तोलाराम, केडी गुर्जर, देवा शर्मा, राजकुमार नागर, पं. राजेश ठेकेदार, हरि शर्मा, सुनील सौनिक, रघुवीर जेसीबी, विशाल गोयल, अवनीश सक्सेना उर्फ सोनू भैया, गौरव नागर, राजपाल भड़ाना, अरविंद भाटी,  मदन शर्मा, सचिन भाटी, भगत सिंह आर्य सहित अनेक गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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