ख्वाजा लुत्फुल्लाहशाह मियां के खादिम रहे अब्दुल हमीद लुत्फी चिश्ती निजामी रहमुतल्लाह आलैहि दनकौरी का 36 वां सालाना उर्स मुकद्दस बडे धूमधाम के साथ संपन्न हुआ
बुलबुल-ए-हिंद के खिताब से नवाज गए मशहूर कव्वाल मरहूम हबीब पेंटर की आवाज में भी कव्वाली पेश कर समा बांध दिया और साबिर कलियरी की शान में— मै तो नाचूंगी गूलर तले….. सूफियाना कलाम, कांच आईटम और मूंंहू से घुंघरूओं की आवाज निकालते हुए पेश करते हुए खूब वाहवाही लूटी
Vision Live/Dankaur
दनकौर स्थित बाबा शाह फिरोज चिश्ती की दरगाह पर अब्दुल हमीद लुत्फी चिश्ती निजामी दनकौरी का 36 वां सालाना उर्स मुकद्दस-2024 धूमधाम के साथ मनाया गया। जीकाद महीने की 5 वीं तारीख यानी मंगलवार 14 मई-2024 की शाम को बाद नमाज मगरीब चादर पेश की गई और फिर महफिले शमा कव्वालियां हुईं। जहांगीरपुर से आए मशहूर कव्वाल समीर जमीर ने एक से बढ कर एक सूफियाना कलाम पेश किए। बुलबुल-ए-हिंद के खिताब से नवाज गए मशहूर कव्वाल मरहूम हबीब पेंटर की आवाज में भी कव्वाली पेश कर समा बांध दिया और साबिर कलियरी की शान में— मै तो नाचूंगी गूलर तले….. सूफियाना कलाम, कांच आईटम और मूंंहू से घुंघरूओं की आवाज निकालते हुए पेश करते हुए खूब वाहवाही लूटी।
सज्जादानशीन सूफी फजलू रहमान लुत्फी हमीदी चिश्ती निजामी दनकौरी ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस बार भी ख्वाजा लुत्फुल्लाहशाह मियां के खादिम रहे अब्दुल हमीद लुत्फी चिश्ती निजामी रहमुतल्लाह आलैहि दनकौरी का 36 वां सालाना उर्स मुकद्दस बडे धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन 15 मई-2024 को सुबह नमाज फजर से कुल शरीफ संपन्न और जिसमें दूर दूर आए जायरीनों और अकीदतमंदों ने मुल्क की तरक्की और खैर- ओ बरकत के लिए दुआ मांगी। इस मौके पर सूफी सलीम चंदेरू वाले, सूफी रहीस धनपुरा वाले, सूफी रियाजुद्दीन स्याना वाले, मुख्तार अहमद, शमशाद साबरी, मौलाना मईनुद्दीन अशरफी, अजीजुद्दीन जंहगीरपुर वाले, सूफी महरूद्दीन सैफी, सूफी इदरीश सैफी रामपुर वाले, कासिफ अब्बासी और सहीद लुत्फी दनकौरी आदि सूफी औलिया-ए इकराम ने शिरकत की।