ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसरों की उदासीनता

बिसरख धाम मन्दिर मार्ग
बिसरख धाम मन्दिर मार्ग

सीएम योगी का दरवाजा खटखटाएंगेः-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अफसरों की उदासीनता को लेकर चेताया

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

मुद्दाः-–प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली, बिसरख धाम मन्दिर मार्ग जीर्ण- शीर्ण

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

यूपी में महंत योगी आदित्यनाथ की सरकार है, मगर मंदिर और मंहतों के पत्रों को ही रद्दी की टोकरी के लिए हवाले किया जा रहा है। फिर चाहे मंदिर मार्गो के जीर्णोद्वार का ही मामला क्यों न हो। ऐसा लग रहा है कि अफसरों को मानो सीएम योगी का कोई खौफ ही नही रह गया है। गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रेटर नोएडा शहर में भी एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में लंका के राजा रावण का जन्म स्थान माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि रावण के पिता ऋषि विश्रवा के नाम पर ही रावण के जन्म स्थान का नाम बिसरख पडा है। बिसरख ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का एक प्रमुख और ऐतिहासिक गांव माना जाता है। जिस शिवलिंग की पूजा अर्चना रावण और उसके भाई करते थे वह आज भी विरामान है। यहां दशहरे के अवसर पर रावण का पुतला भी नही जलाया जाता। कहा गया है कि जब भी कभी रावण के पुतले के दहने की चेष्टा की गई गांव में अनिष्ट जरूर हुआ।

प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली,
प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली,

प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली, बिसरख धाम के मन्दिर का मार्ग यहां जीर्ण शीर्ण अवस्था में पडा है। इसकी सुध न तो गौतमबुद्धनगर प्रशासन और न ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा ली जा रही है। अब पुनः प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली, बिसरख धाम के मन्दिर मार्ग के शीघ्र निर्माण के लिए सोए हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पुनः गहरी नींद से जगाने हेतु एक पत्र लिखा गया है। वैसे इससे पहले भी मंदिर मांर्ग के निमार्ण के लिए ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को कई पत्र लिखे जा चुके हैं।

बिसरख धाम के मन्दिर का मार्ग
बिसरख धाम के मन्दिर का मार्ग

महामण्डलेश्वर/आचार्य अशोकानंद जी महाराज, अध्यक्ष/पीठाधीश्वर, श्री मोहन दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट बिसरख धाम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष/ संयोजक हिन्दू रक्षा सेना (भारत) ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक को पत्र में अवगत कराया है कि हज़ारों भक्त रोज़ाना दूर दूर से बिसरख धाम के इस दिशा में कई मंदिरों पर दर्शन के लिए आते है और कई बार भक्त श्रद्धालु बहुत परेशान हो जाते है, लोगों की गाड़ियाँ कीचड़ में फँस जाती है, बरसात में तो हालात और भी ख़राब हो जाते है। इसी क्रम में आज हमने फिर एक प्रार्थना पत्र दिया है। पिछली बार के दिये गये प्रार्थना पत्रों की प्राधिकरण की सभी रिसीविंग भी हमारे पास है।

बिसरख धाम
बिसरख धाम

उन्होंने पत्र में यह भी कहा है कि माननीय डा0 महेश शर्मा सांसद गौतमबुद्धनगर के कहने और उनके प्रार्थना पत्र देने पर भी कोई कार्य नहीं कराया गया है। केवल एक आख्या देकर ख़ानापूर्ति की गई। इससे बड़ी लापरवाही भला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा क्या हो सकती है? जब ये लोग जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनते तब आम आदमी क्या करें? पिछले सात वर्षों  में हमारे इतने प्रार्थना पत्र देने पर भी मन्दिर मार्ग की प्राधिकरण द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही, जबकि यह मन्दिर मार्ग और मन्दिर मार्ग का नक़्शा स्वयं  प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित है। कई बार कई अधिकारी इस मार्ग की नाप करके ख़ानापूर्ति करके चले जाते, परन्तु धरातल पर कोई कार्य विकसित नहीं होता । पत्र में चेतावनी देते हुए यह भी कहा गया है कि इस बार यदि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नींद नहीं खुली तो हमारे श्री मोहन दिव्य योग मन्दिर ट्रस्ट/संस्था के पदाधिकारियों की टीम सीधे लखनऊ जाएगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत कर प्राधिकरण के अधिकारियों को गहरी नींद से जगाने का काम करेगी।

सांसद डा0 महेश शर्मा का पत्र भी रद्दी की टोकरी के हवाले

रद्दी की टोकरी के हवाले
रद्दी की टोकरी के हवाले

प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली, बिसरख धाम के मन्दिर मार्ग के शीघ्र निर्माण के लिए गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा

का पत्र भी रद्दी की टोकरी के हवाले किया जा चुका है। महामण्डलेश्वर/आचार्य अशोकानंद जी महाराज, अध्यक्ष/पीठाधीश्वर, श्री मोहन दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट बिसरख धाम, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष/ संयोजक हिन्दू रक्षा सेना (भारत) ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यापालक के नाम संबोधित एक पत्र गत दिनांक 24 फरवरी-2023 को दिया था। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर के सांसद डा0 महेश शर्मा को भी एक पत्र गत दिनांक 30 जुलाई-2023 को दिया गया था।

महाप्रबंधक (सिविल)
महाप्रबंधक (सिविल)

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी व महाप्रबंधक (सिविल) ने दिनांक 09-08-2023 को वर्क सर्किल-2 के वरिष्ठ प्रबंधक से अनुपापल आख्या मांगी थी। इसके बावजूद हालत जस के तस है और प्राचीन तीर्थक्षेत्र एवं रावण जन्म स्थली, बिसरख धाम के मन्दिर मार्ग आज भी निमार्ण की बाट जोह रहा है।

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