हाल में हुई बारिश से यह तिलपता मैन रोड ताल तलैया के रूप मेंं तब्दील होता हुआ दिखाई दिया था
तिलपता रोड की कायापलट होगी और इस परियोजना पर करीब 28 करोड रूपये खर्च किए जाएंगे
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से इस वक्त की बडी खबर निकल कर आ रही है कि प्रमुख महत्वपूर्ण गांव तिलपता रोड की कायापलट होगी और इस परियोजना पर करीब 28 करोड रूपये खर्च किए जाएंगे। इस खबर से तिलपता के ग्रामवासियों में खुशी की लहर दौड गई है। तिलपता कर्णवास ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र का एक प्रमुख गांव माना जाता है। सूरजपुर से लेकर दादरी तक ही यह दादरी नोएडा मैन रोड क्षतिग्रस्त हो चुका है। तिलपता कर्णवास इसी दादरी नोएडा रोड पर बसा हुआ है। नालियां बेहद छोटी हैं और जिन पर लोगों ने रैंप बना रखे है। यही कारण है कि साफ साफ की व्यवस्था सही तरीके से नही हो पाती है। हाल में हुई बारिश से यह तिलपता मैन रोड ताल तलैया के रूप मेंं तब्दील होता हुआ दिखाई दिया था। इनलैंड कंटेनर डिपो यहां पर स्थित है इस कारण इस मैन रोड का महत्व और बढ जाता है। तिलपता गांव के ग्रामीण वर्षो से बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के साथ साथ इस मैन रोड को दोबारा से बनवाने की मांग करते हुए चले आ रहे हैं। गत वर्ष ग्रामीणों ने तिलपता मैन रोड पर जाम लगा कर धरना प्रदर्शन करते हुए बीच सडक पर हवन यज्ञ तक किया था।
गांव की समस्याओं के विषय में ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख समाजसेवी सुखवीर सिंह आर्य, सुदेश प्रधान, रईस राम भाटी और संजय भाटी आदि लोगांं ने ग्रेटर नोएडा के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी से मिला और अवगत कराया कि गांव की समस्याओं में मैन रोड की ज्वलंत समस्या है। इसलिए मैन रोड को दोबारा से बनवाते हुए नालियों को चोडा करके दोनों साइड में बनाने और फिर गांव का सारा यूपीएसआईडीसी की ओर नाले में डलवाने की मांग रखी गई थी। ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख सदस्य और प्रमुख समाजसेवी सुखवीर सिंह आर्य ने ’विजन लाइव’ को बताया कि ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों गांव की इस प्रमुख मांग को मान लिया है। फाइल टेक्निकल में चली गई है, अति शीघ्र टेंडर छुटने वाला है रोड का चौड़ीकरण भी होगा। जब नाली चौड़ी बन जाएगी तो जेसीबी के द्वारा साफ होगी और यूपीएसआडीसी की तरफ नाले में यहां के पानी को डाला जाएगा। इसके साथ ही जो रोड के सहारे नालियों के ऊपर अतिक्रमण कर रखा है वह भी हटाया जाएगा। खंभे भी एक साइड में होंगे और गांव की समस्या दूर होगी। लोक निर्माण विभाग से अभी लेटर भेजा गया है, किस रोड की कितनी साइड में दूरी है, उसके अनुसार ही रोड बनेगा। उन्होंने बताया कि ग्रामवासियों की मांग पर जोहड से नहर की ओर जाने वाले सीवर को खुलवाया जा रहा है। अधिकारी गांव में आते हैं और काम करवा रहे हैं, पहले कोई आता ही नहीं था। प्रयास है कि गांव में किसी तरह की कोई परेशानी न हो और बाईपास के लिए भी निवेदन किया जिसमें कार्रवाई चल रही है। तालाब का भी मुद्दा उठाया है कि स्मार्ट विलेज की तर्ज पर सौंदरीकरण किया जाए।
’5 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी’
तिलपता से दादरी तक की सड़क लगभग 5 किलोमीटर लंबी है। इस पर रोजाना लाखों वाहन गुजरते हैं। इस मार्ग की खराब स्थिति और प्रकाश की कमी के कारण यातायात जाम और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इन समस्याओं का समाधान होने जा रहा है।
रोजाना लाखों लोगों को मिलेगा फायद
सड़क के पुनर्निर्माण के तहत पूरे 5 किलोमीटर लंबी सड़क पर आरसीसी (रोड कॉन्क्रीट कंस्ट्रक्शन) का पुनः निर्माण किया जाएगा। यह निर्माण कार्य न केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना को भी कम करेगा। इस नई सड़क से न केवल दादरी और तिलपता के निवासियों को लाभ होगा, बल्कि रोजाना लाखों वाहन चालकों को भी बेहतर और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, इस क्षेत्र में यातायात जाम और अन्य समस्याओं से राहत मिलेगी।