
मौहम्मद इल्यास-“दनकौरी“/ ग्रेटर नोएडा
औद्योगिक नगरी ग्रेटर नोएडा में शुक्रवार को एक नई मिसाल कायम हुई, जब इंडस्ट्रियल एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन (IEA) ने पहली बार “जनप्रतिनिधि – उद्यमी संवाद” का आयोजन कर राजनीतिक नेतृत्व और कारोबारी जगत को आमने-सामने लाकर संवाद की एक सशक्त कड़ी स्थापित की।
कार्यक्रम का आयोजन हेरिटेज होटल, ग्रेटर नोएडा में किया गया, जहां उद्यमियों ने अपनी जमीनी समस्याओं को सीधे सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्यों के समक्ष रखा। इस संवाद ने न सिर्फ प्रशासनिक प्रक्रिया की पारदर्शिता को उजागर किया, बल्कि एक बेहतर औद्योगिक भविष्य की दिशा में ठोस आधार भी तैयार किया।

🔹 मुख्य आकर्षण: नीति से संवाद तक की यात्रा
इस मंच पर आए सांसद डॉ. महेश शर्मा, दादरी विधायक तेजपाल नागर, और विधान परिषद सदस्य श्रीचंद शर्मा व मुकेश शर्मा ने न केवल समस्याएं सुनीं, बल्कि उनके समाधान का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम में हालांकि जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह अनुपस्थित रहे, लेकिन उनके प्रतिनिधित्व की कमी संवाद की गंभीरता को कम नहीं कर सकी।


🔹 उद्यमियों की ज़ुबानी उद्योग जगत की हकीकत
उद्यमियों ने सात प्रमुख मांगें रखीं, जो वर्षों से लंबित और औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक मानी जा रही हैं:
- ई-बिडिंग की जगह लॉटरी प्रणाली से भूखंड आवंटन
- औद्योगिक भूखंडों को फ्री होल्ड में तब्दील करने की मांग
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट की मजबूत व्यवस्था
- कर्मचारियों के लिए आवासीय योजनाएं
- ई-वे बिल में त्रुटियों पर 200% जुर्माने को समाप्त करने की अपील
- एक्सप्रेस ट्रेनों का दादरी में ठहराव
- नीति निर्माण में उद्यमियों की सीधी भागीदारी

🔹 IEA का निर्णायक कदम: संवाद से समाधान की ओर
IEA की इस पहल को कारोबारियों ने “साहसिक और ऐतिहासिक” बताया। IEA अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों को विधिवत मांग पत्र सौंपा, जिसमें इन सभी बिंदुओं को शामिल किया गया था।
कार्यक्रम के कुशल संचालन का श्रेय गुरदीप तुली और नरेंद्र सौम को जाता है, जिन्होंने संवाद को सार्थक और अनुशासित दिशा दी।

🔹 क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
सांसद महेश शर्मा ने ट्रेनों के ठहराव का मुद्दा उचित मंच पर उठाने का भरोसा दिलाया, वहीं तेजपाल नागर और श्रीचंद शर्मा ने सभी उद्योग संबंधित समस्याओं को मुख्यमंत्री तक पहुँचाने और उनका शीघ्र समाधान कराने का संकल्प दोहराया।

🔹 भविष्य की झलक: संवाद की परंपरा बनेगा यह आयोजन
IEA ने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम एक बार की कवायद नहीं, बल्कि औद्योगिक विकास के लिए निरंतर संवाद की शुरुआत है। इस आयोजन में लगभग 250 उद्यमियों की भागीदारी ने दिखा दिया कि ग्रेटर नोएडा का औद्योगिक वर्ग अब मूकदर्शक नहीं, नीति-निर्माण का सक्रिय भागीदार बनना चाहता है।

✍️ ग्रेटर नोएडा जैसे तेजी से बढ़ते औद्योगिक क्षेत्र के लिए यह आयोजन एक टर्निंग पॉइंट
IEA की यह पहल दर्शाती है कि जब संवाद का पुल मजबूत होता है, तब समाधान की सड़कें भी बनती हैं। ग्रेटर नोएडा जैसे तेजी से बढ़ते औद्योगिक क्षेत्र के लिए यह आयोजन एक टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। यह संवाद न सिर्फ उद्यमियों को आश्वासन देता है, बल्कि लोकतंत्र को जमीनी हकीकत से जोड़ने का एक प्रामाणिक माध्यम भी बनता है।