आंधी-तूफान से बिजली आपूर्ति ठप, जनजीवन प्रभावित

ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में आंधी-तूफान से बिजली आपूर्ति ठप, जनजीवन प्रभावित


मौहम्मद इल्यास ‘दनकौरी’ ग्रेटर नोएडा

गौतमबुद्धनगर में भी आए भीषण आंधी-तूफान और बारिश ने ग्रेटर नोएडा के कासना, बिलासपुर, यीडा सहित दनकौर, जेवर, रबूपुर, जहांगीरपुर क्षेत्रों को अंधकार में डुबो दिया है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

11000 वोल्टेज लाइन क्षतिग्रस्त, खंभे उखड़े

तेज हवा और बारिश के कारण बिजली के खंभे कई स्थानों पर टूटकर गिर गए हैं, वहीं कुछ स्थानों पर तारों में शॉर्ट सर्किट और 11000 वोल्टेज की लाइन में तकनीकी नुकसान की सूचना मिली है। इसके चलते न केवल घरेलू उपभोक्ता, बल्कि अस्पताल, छोटे उद्योग और व्यापारिक प्रतिष्ठान भी प्रभावित हैं।

बिजली विभाग की टीमें मरम्मत में जुटीं

विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार, विभाग की कई टीमें मौके पर भेजी गई हैं और युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य जारी है। विभाग का कहना है कि कुछ स्थानों पर पहुंचना कठिन हो रहा है क्योंकि पेड़ गिरने से रास्ते बंद हैं, लेकिन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कार्य पहले किया जा रहा है।

एक्सईएन विद्युत (ग्रेटर नोएडा) के अनुसार:

“तेज तूफान और बारिश के कारण कई जगह पोल गिर गए हैं और लाइनें टूट गई हैं। हमारी टीमें दिन-रात मरम्मत में जुटी हैं। उम्मीद है कि 24 से 36 घंटे में अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति बहाल हो जाएगी।”

जनता बेहाल, मोबाइल चार्ज तक की समस्या

बिजली ठप होने से क्षेत्र की जनता त्राहिमाम कर रही है। कई इलाकों में पीने के पानी की आपूर्ति भी रुक गई है क्योंकि मोटरें नहीं चल पा रहीं। मोबाइल फोन, इनवर्टर और अन्य जरूरी उपकरणों की बैटरियाँ खत्म हो चुकी हैं। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भीषण गर्मी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों की मांग

स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि विद्युत विभाग को मानसून पूर्व ही तैयारी करनी चाहिए थी ताकि आपातकालीन स्थिति में बिजली बहाल करने में देरी न हो। साथ ही, स्थायी समाधान के लिए भूमिगत केबलिंग और मजबूत खंभों की योजना को तेज़ी से लागू किया जाए।


बिजली संकट से राहत मिलने में देरी
ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के अनेक गाँव और कस्बे बिजली संकट से जूझ रहे हैं। बिजली विभाग की ओर से प्रयास जारी हैं, लेकिन जनता को राहत मिलने में अभी समय लग सकता है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वैकल्पिक व्यवस्थाओं के साथ साथ शीघ्र और ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करे ताकि जनता को जल्द से जल्द राहत मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate

can't copy

×