कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में पुलिस लाइन सूरजपुर में हुआ मॉक ड्रिल अभ्यास

क्राइम रिपोर्टर/गौतमबुद्धनगर
कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए गौतमबुद्धनगर पुलिस सतर्क और पूरी तरह से तैयार है। इसी क्रम में शनिवार को पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में रिज़र्व पुलिस लाइन्स, सूरजपुर स्थित परेड ग्राउंड में दंगा नियंत्रण योजना और बलवा ड्रिल का व्यापक अभ्यास किया गया।
इस अभ्यास का उद्देश्य पुलिस बल की आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता को परखना, विभिन्न शाखाओं के समन्वय को मजबूत करना और वास्तविक परिस्थिति में कार्रवाई की दक्षता को बढ़ाना रहा।
प्रशिक्षण और अभ्यास में रहा व्यापक नेतृत्व
कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) श्री शिवहरी मीणा एवं अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) श्री अजय कुमार सहित 07 डीसीपी, 06 एडीसीपी, 17 एसीपी, 27 थानों के थाना प्रभारी व द्वितीय अधिकारी, और आईजीआरएस, डीसीआरबी, मॉनिटरिंग सेल, एन्टी भूमाफिया सेल, नारकोटिक्स सेल, रेडियो शाखा, महिला शाखा, एलआईयू, फायर यूनिट व अन्य विशेष शाखाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।
दंगा नियंत्रण उपकरणों और हथियारों का विस्तृत प्रशिक्षण
सर्वप्रथम अधिकारियों और जवानों को दंगा नियंत्रण उपकरणों जैसे हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, केनशील्ड, लाठी, शिन गार्ड, नी गार्ड, एल्बो गार्ड, लाउडहेलर आदि के प्रयोग की विधियाँ विस्तार से सिखाई गईं। इसके बाद lethal weapons (जैसे—5.56 इंसास राइफल, 7.62 SLR, AK-47, रिवॉल्वर, 9MM पिस्टल, Glock, MP-5 गन) एवं non-lethal weapons (जैसे—टीयर गैस गन, स्मोक सेल, चिली ग्रेनेड, स्टन ग्रेनेड, रबर बुलेट, पंप एक्शन गन आदि) के संचालन और उनके रणनीतिक उपयोग पर प्रायोगिक अभ्यास कराया गया।

9 यूनिटों ने किया बलवा नियंत्रण का जीवंत प्रदर्शन
बलवा ड्रिल के अंतर्गत कुल 9 टीमें—सिविल पुलिस, एलआईयू, अग्निशमन दल, टीयर गैस पार्टी, लाठी पार्टी, फायरिंग पार्टी, रिजर्व पार्टी, मेडिकल टीम, फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी यूनिट—तैयार की गईं। सभी टीमों ने मिलकर दंगाई भीड़ को नियंत्रित करने, आमजन को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने, आंसू गैस के माध्यम से भीड़ को तितर-बितर करने, जल बौछारों का प्रयोग करने और घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने जैसे आवश्यक मोर्चों पर अपना प्रदर्शन किया।

कमिश्नरेट पुलिस की तैयारी प्रशंसनीय: कमिश्नर लक्ष्मी सिंह
पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने मॉक ड्रिल की समीक्षा करते हुए कहा,
“दंगा नियंत्रण अभ्यास केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि हमारी व्यावसायिक दक्षता और जनसुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का सशक्त उदाहरण है। इससे हमारे बल में आत्मविश्वास बढ़ता है और टीमों के बीच समन्वय को नई मजबूती मिलती है।”
डी-ब्रीफिंग के साथ हुआ समापन
ड्रिल के समापन पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समस्त प्रतिभागियों की डी-ब्रीफिंग की गई, जिसमें अभ्यास के निष्कर्ष, चुनौतियाँ और सुधार बिंदुओं पर चर्चा हुई। साथ ही भविष्य में किसी भी आपात या दंगा जैसी स्थिति से त्वरित और प्रभावी रूप से निपटने हेतु निरंतर तत्पर रहने के निर्देश दिए गए।