
●हर हाल में वक़्फ़ संशोधन बिल को पास कराना चाहेगी केंद्र सरकार
●क्या बिल का समर्थन कर सकते है कांग्रेस व सपा के संघ समर्थक सांसद
असलम परवेज़/ देवरिया
भारत की राजनीति में एक तरफ तमाम सेकुलर दल सांप्रदायिकता का हव्वा खड़ा कर मुसलमान का वोट हासिल कर उन्हें इस्तेमाल करते रहे हैं। ऐसा नहीं होता तो जब भी यह सेक्युलर दल सरकार में रहे सच्चर कमेटी की सिफारिश को जरूर लागू कर दिया जाता। सच्चर कमेटी की सिफारिशे से यह कहती है कि भारत का मुसलमान शैक्षिक और आर्थिक दृष्टि से बेहद पिछड़ा हुआ है जिसे आरक्षण जैसी सुविधा देते हुए आगे बढ़ाने के लिए विशेष अवसर दिए जाने की जरूरत है। वही हिंदुत्व की बात करने वाले राजनीतिक दल भी मुसलमानों का हवा खड़ा कर गैर मुसलमानों का वोट हासिल करने से पीछे नहीं है। अब यदि बात वक्फ संशोधन बिल की करें तो यहां भी राजनीति ही दिखाई देती है।
वक़्फ़ संशोधन बिल को लेकर भारत का मुसलमान इस बार तथा कथित सेक्युलर पार्टियों को खुलेआम चेतावनी दे चुका है कि अगर बिहार , उत्तर प्रदेश में ,बंगाल में सत्तारूढ़ दल अगर वक़्फ़ संशोधन बिल का समर्थन करते है तो वह इन दलों से हमेशा के लिए दूरी बना लेंगे । एक तरफ बिल को पास कराने को सरकार ने नाक का सवाल बना लिया है । बिहार में जदयू और लोजपा (आर ) ने वक़्फ़ को समर्थन न करने की बात कही है है वही दूसरी तरफ हम के जीतन राम मांझी वक़्फ़ बिल का खुलेआम समर्थन कर रहे है ।
केंद्र सरकार बिल को पास कराने के लिए कांग्रेस ,राजद और सपा के स्वर्ण सांसदों को भी तोड़ने का प्रयास करेगी । इससे पहले उत्तर प्रदेश राज्यसभा के चुनाव में सपा के स्वर्ण विधायको ने पार्टी से बगावत कर बीजेपी के उम्मीदवार का समर्थन किया था । चंद्रबाबू नायडू भी कह चुकी है कि वह वक़्फ़ बिल का समर्थन नही करेंगे लेकिन 2024 के चुनाव परिणाम आने के बाद पूरे देश के अमन पसंद लोगो ने नीतीश और नायडू से अपील की थी कि वे भाजपा का समर्थन न करे लेकिन इन दोनों नेताओं ने भाजपा का समर्थन किया अगर ये समर्थन नही करते तो 2024 में केंद्र में भाजपा की सरकार नही बनती । यही हाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेता जयंत चौधरी ने भी वक़्फ़ संशोधन बिल का समर्थन न करने का इशारा दिया है ।

कुल मिला जुलाकर ऐसा नही लगता कि ये लोग सरकार के विपरीत जायेगे क्योंकि आज के दौर में जो जितना ज्यादा मुसलमानो को नुकसान पहुचायेगा वो उतना ही बड़ा भाजपा का नेता बनेगा । मुसलमानो के घर पर बुलडोजर चला सैकड़ों मुसलमानो के घर तोड़ दिए गए लेकिन क्या सपा , बसपा , रालोद , राजद , जदयू और लोजपा ने इसके खिलाफ कभी आवाज़ उठाई इन्हें तो भाजपा को हराने के लिए मुफ्त में मुसलमानो का वोट तो मिल ही जाता है ।