
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा
तिलपता गाँव, जो ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का सबसे बड़ा गाँव माना जाता है, लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। यहाँ के बच्चों की पढ़ाई से लेकर सड़कों, नालियों और आवारा पशुओं की समस्या तक, ग्रामीण लगातार परेशान हैं। इन समस्याओं को शासन-प्रशासन तक पहुँचाने और समाधान कराने के लिए ग्राम विकास समिति तिलपता के अध्यक्ष बलबीर सिंह आर्य लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस तरह बलबीर सिंह आर्य गाँव के विकास और शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए लगातार जनहित की आवाज़ उठा रहे हैं। उनकी कोशिश है कि तिलपता गाँव भी आधुनिक ग्रेटर नोएडा की पहचान के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके।

शिक्षा पर फोकस
बलबीर सिंह आर्य, जो भारतीय आदर्श इंटर कॉलेज तिलपता के प्रबंधक भी हैं, ने कई बार प्राधिकरण और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कॉलेज की जर्जर स्थिति पर ध्यान आकर्षित कराया। उनका कहना है कि भवन पुराना और असुरक्षित हो चुका है, जिससे बच्चों को पढ़ाई और परीक्षा देने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कॉलेज में पाँच नए कमरे, बरामदा, रेलिंग, टॉयलेट और जीना बनवाने की मांग की है, ताकि बच्चों को सुरक्षित और बेहतर शैक्षिक वातावरण मिल सके।
गाँव की बुनियादी सुविधाएँ
ग्राम विकास समिति की ओर से बलबीर सिंह आर्य ने गाँव में सीसी रोड और नालियों के निर्माण की माँग भी की है। उनका कहना है कि प्रमुख सड़कों और विद्यालय से जुड़ी गलियों में अब तक पक्की सड़क और जल निकासी की व्यवस्था नहीं हो पाई है। समिति ने प्रस्ताव दिया है कि डीएससी रोड से विद्यालय और तालाब तक सीसी रोड बने, साथ ही बाजार क्षेत्र और मंदिर तक इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई जाएँ।

पुस्तकालय और युवाओं के लिए पहल
ग्राम पंचायत भवन में आधुनिक पुस्तकालय बनाने की भी मांग की गई है। बलबीर सिंह आर्य का मानना है कि शिक्षा और ज्ञान तक पहुँच आसान बनाने से गाँव के युवा और विद्यार्थी समाज में आगे बढ़ पाएँगे। इसके लिए उन्होंने भवन का जीर्णोद्धार, पेंटिंग, फर्नीचर और बिजली की व्यवस्था कराने का आग्रह किया है।
आवारा पशुओं की समस्या
गाँव में बड़ी संख्या में आवारा पशु खुलेआम घूमते हैं, जिससे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि ग्रामीणों की सुरक्षा पर भी खतरा बना रहता है। ग्राम विकास समिति ने प्राधिकरण से मांग की है कि इन पशुओं को गऊशाला में पहुँचाने की ठोस व्यवस्था की जाए और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई हो।

प्राधिकरण और प्रशासन की जिम्मेदारी
बलबीर सिंह आर्य ने विज़न लाइव से बातचीत में कहा कि गौतम बुद्ध नगर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के अधिसूचित गाँवों की ग्राम पंचायतें समाप्त की जा चुकी हैं। अब पूरा दारोमदार प्राधिकरणों पर है। ऐसे में प्राधिकरण अपनी इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण और जिला प्रशासन को मिलकर इन गाँवों की दशा और दिशा तय करते हुए तस्वीर बदलनी ही होगी।

निरंतर संघर्ष
बलबीर सिंह आर्य ने प्राधिकरण और जिला प्रशासन को बार-बार पत्र भेजकर यह स्पष्ट कर दिया है कि तिलपता गाँव की समस्याएँ अब और अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। उनका कहना है कि यह केवल विकास कार्य नहीं, बल्कि गाँव के भविष्य और बच्चों की सुरक्षा से जुड़ा हुआ सवाल है।