
🎭 पड़ोस की दोस्ती में छिपी घातक दुश्मनी: जेवर में महिला की हत्या का सनसनीखेज खुलासा

मौहम्मद इल्यास”-दनकौरी” / गौतमबुद्धनगर
जेवर मोहल्ला कुम्हारान, जहांगीरपुर की एक शांत सी गली में पुलिस को उस समय खलबली मच गई जब एक पुराने खंडहरनुमा मकान से मिट्टी में दबा एक महिला का शव बरामद हुआ। देखने में साधारण लगने वाली यह सूचना, वास्तव में दो पड़ोसी परिवारों की वर्षो पुरानी रंजिश और शक की कहानी में बदलने वाली थी—एक ऐसी कहानी जिसने दोस्ती को ही मौत का हथियार बना दिया।
◆ मामला क्या था?
19–20 नवंबर की रात पुलिस को सूचना मिली कि खंडहर में एक महिला का शव छिपाया गया है। मौके पर पहुँची टीम ने शव की पहचान रंजना पत्नी महेश के रूप में की। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का था और शव को मिट्टी से ढँककर गायब करने की कोशिश साफ दिखाई दे रही थी।
◆ पुलिस की तेज़ कार्रवाई—दो आरोपी गिरफ्तार
लोकल इंटेलिजेंस और तकनीकी जांच को जोड़ते हुए थाना जेवर पुलिस ने मात्र कुछ ही घंटों में दो पड़ोसियों को गिरफ्तार किया:
- बंटी पुत्र रणवीर सिंह
- राकेश पुत्र खजान सिंह
दोनों मोहल्ला कुम्हारान के ही रहने वाले।
◆ असली कहानी: जब शक ने बदल दिया दिशा
रंजना और दोनों अभियुक्तों की पत्नियाँ वर्षों से आपस में घनिष्ठ मित्र थीं। तीनों परिवारों का आना-जाना काफी था।
लेकिन इसी दोस्ती के बीच घरों में तनाव बढ़ा:
- राकेश की पत्नी रंजना के ‘बहकावे’ पर किसी और के साथ चली गई।
- बंटी की पत्नी भी 6 माह पहले रंजना की संगत के कारण घर छोड़कर दिल्ली में रहने लगी।
ऐसे में दोनों पुरुषों ने अपने टूटते घरों के लिए रंजना को जिम्मेदार ठहराया, और धीरे-धीरे शक ने बदले की योजना का रूप ले लिया।
◆ हत्या की रात – 18 नवंबर का खौफनाक प्लान
दोनों आरोपियों ने पहले से ही सबकुछ तय कर रखा था।
1. रंजना के घर पहुँचना
रात में दोनों उसके घर पहुँचे, दरवाजा खुलवाया और अंदर घुसते ही
अंगौछे से गला कसकर उसकी हत्या कर दी।
2. हत्या को आत्महत्या दिखाने का प्रयास
हत्या के बाद दोनों ने उसकी शॉल से फंदा बनाकर
शव को पंखे से लटका दिया, ताकि सुबह यह ‘आत्महत्या’ लगे।
रात में कोई घर नहीं आया, इसलिए शव पूरे समय पंखे से लटका रहा।
◆ शव गायब करने की ‘दूसरी रात की योजना’
अगली रात दोनों फिर लौटे।
इस बार उन्होंने:
- शव को पंखे से उतारा
- पहले से खोदे गए गड्ढे वाले खंडहर तक ले गए
- फावड़े से मिट्टी डालकर शव को दबा दिया
लेकिन मिट्टी की परतों में अपराध अधिक देर छिप नहीं सका।
◆ पुलिस ने बरामद किए हत्या के उपकरण
- फावड़ा – शव दफनाने में प्रयुक्त
- अंगौछा – गला दबाने में इस्तेमाल
- शॉल – आत्महत्या जैसा दृश्य बनाने के लिए

◆ एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार का बयान
प्रकरण पर एडीसीपी ने बताया कि:
“यह मामला केवल हत्या ही नहीं बल्कि लंबे समय से पनप रहे संदेह, अविश्वास और घरेलू तनाव का खतरनाक रूप था। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।”
◆ Vision Live का विश्लेषण
यह केस बताता है कि
पड़ोस की दोस्ती में छिपी गलतफहमियाँ और
घरेलू रिश्तों की टूटन जब अविश्वास में बदल जाती है,
तो कभी-कभी परिणाम निर्दोष व्यक्ति की निर्मम हत्या तक पहुँच जाता है।
जेवर पुलिस की चौकस कार्रवाई ने इस चौंकाने वाली वारदात की परतें खोल दीं।