भारतीय मूल के दो मुसलमानों ने अमेरिका में रचा इतिहास — गजाला हाशमी बनीं वर्जीनिया की लेफ्टिनेंट गवर्नर, जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के मेयर बने


 

        Vision Live / वॉशिंगटन , न्यूयॉर्क
अमेरिकी राजनीति में भारतीय मूल के दो मुसलमान नेताओं ने एक साथ इतिहास रच दिया है। हैदराबाद में जन्मी गजाला हाशमी ने वर्जीनिया की लेफ्टिनेंट गवर्नर का चुनाव जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया, जबकि भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क के मेयर का पद हासिल कर सुर्खियाँ बटोरीं। ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय मूल के दो मुसलमान अमेरिकी सत्ता के इतने ऊँचे पदों तक पहुँचे हैं।

गजाला हाशमी: हैदराबाद से वर्जीनिया तक का प्रेरणादायी सफर

गजाला हाशमी ने रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन रीड को हराकर यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वह वर्जीनिया में राज्यव्यापी पद जीतने वाली पहली मुस्लिम और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी बन गई हैं।
वर्तमान में वह 15वें सेनेटोरियल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करते हुए वर्जीनिया सीनेट में कार्यरत हैं। उनकी जीत के बाद अब उनकी सीट पर विशेष चुनाव कराया जाएगा।

हाशमी ने 2019 में राजनीति में कदम रखा, जब उन्होंने रिपब्लिकन-शासित क्षेत्र में अप्रत्याशित जीत दर्ज कर वर्जीनिया जनरल असेंबली में प्रवेश किया। 2024 में उन्हें सीनेट शिक्षा एवं स्वास्थ्य समिति का अध्यक्ष नामित किया गया।
उनके राजनीतिक कार्य का केंद्र आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरणीय न्याय जैसे सामाजिक मुद्दे रहे हैं।

1964 में हैदराबाद में जन्मी गजाला हाशमी चार वर्ष की आयु में अपने परिवार के साथ अमेरिका चली गईं। उनके पिता प्रोफेसर जिया हाशमी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र थे, जिन्होंने वहाँ से एमए और एलएलबी की पढ़ाई की थी। उनकी माता तनवीर हाशमी उस्मानिया विश्वविद्यालय के महिला कॉलेज से स्नातक रहीं।
गजाला ने जॉर्जिया सदर्न यूनिवर्सिटी से ऑनर्स के साथ बीए और एमोरी यूनिवर्सिटी, अटलांटा से अमेरिकी साहित्य में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।

जोहरान ममदानी: नई पीढ़ी के प्रगतिशील नेता के रूप में उभरे

वहीं दूसरी ऐतिहासिक उपलब्धि जोहरान ममदानी ने हासिल की है, जिन्होंने न्यूयॉर्क के मेयर पद का चुनाव जीत लिया है।
34 वर्षीय ममदानी ने दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों — न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (निर्दलीय) और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को हराया।
चुनाव अभियान के दौरान उन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विरोध का भी सामना करना पड़ा, जिन्होंने ममदानी की जीत की स्थिति में न्यूयॉर्क को केंद्रीय फंड रोकने तक की धमकी दी थी।

ममदानी भारतीय मूल के हैं, जिनका जन्म युगांडा में हुआ और पालन-पोषण न्यूयॉर्क में हुआ। वे वर्तमान में न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य हैं।
उनकी माता प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर हैं और पिता महमूद ममदानी, जाने-माने विद्वान और लेखक हैं।

भारतीय समुदाय में गर्व की लहर

गजाला हाशमी और जोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत से अमेरिकी राजनीति में भारतीय मूल के नागरिकों की भागीदारी का नया अध्याय जुड़ गया है।
दोनों नेताओं की सफलता न केवल भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि यह विविधता और प्रतिनिधित्व की शक्ति का भी प्रतीक बन गई है।

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