नौकरी का झांसा… और खुला फर्जी कॉल सेंटर का काला खेल


नोएडा फेस-1 पुलिस की बड़ी कार्रवाई, इंटर-स्टेट गिरोह का भंडाफोड़ — दो गिरफ्तार

     क्राइम रिपोर्टर / नोएडा
एनसीआर में बेरोजगार युवाओं को नकली नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने वाले अन्तर्राजीय गिरोह पर थाना फेस-1 पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सेक्टर-4 स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में उपकरण और दस्तावेज बरामद किए।

डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गिरोह पिछले 8–10 वर्षों से युवाओं को ड्रीम जॉब का लालच देकर लाखों रुपये ऐंठ रहा था। आरोपी खुद को Naukri.com का कर्मचारी बताकर नौकरी तलाश रहे युवाओं को निशाना बनाते थे।

ठगी का पूरा मॉड्यूल

  • Foundit.com से ₹30,000 में डेटा खरीदते
  • बेरोजगार युवाओं को कॉल कर नौकरी का झांसा
  • ₹950 रजिस्ट्रेशन फीस से शुरुआत
  • फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, फाइल सबमिशन, प्रोफाइल फाइनलाइजेशन, NOC चार्ज के नाम पर ₹50,000 तक वसूली
  • कई को नकली जॉइनिंग लेटर भी भेजे
  • कॉल बढ़ने पर पीड़ितों का नंबर ब्लॉक

चौंकाने वाली बात यह कि आरोपी अपनी फर्जी कंपनी में केवल महिला कर्मचारियों को एक महीने के लिए ही रखते थे, ताकि गिरोह की असलियत उजागर न हो सके।

मुख्य आरोपी अनुज कुमार पहले भी वर्ष 2017 में हैदराबाद में इसी प्रकार की ठगी में पकड़ा जा चुका है।

गिरफ्तार आरोपी

  1. अनुज कुमार, उम्र 33, मूल निवासी मेरठ
  2. रोमेश मलिक, उम्र 24, मूल निवासी शामली

दोनों फिलहाल अशोकनगर, दिल्ली में रहकर कॉल सेंटर चला रहे थे।

भारी मात्रा में बरामदगी

  • 11 की-पैड फोन
  • 1 स्मार्टफोन (Vivo)
  • 7 स्टांप मोहर
  • 4 नकली जॉइनिंग लेटर
  • 4 मॉनिटर
  • 4 CPU
  • 4 कीबोर्ड
  • 4 माउस
  • 34 कॉल रिकॉर्ड/स्क्रीनशॉट

पुलिस ने इनके खिलाफ मु.अ.सं. 475/2025, धारा 318(4)/319(2)/336(3) BNS व 66D IT Act में मुकदमा दर्ज किया है।

डीसीपी का बयान

डीसीपी यमुना प्रसाद ने कहा,
“यह गिरोह संगठित तरीके से बेरोजगार युवाओं को शिकार बना रहा था। पुलिस ने बड़ी सतर्कता से इन्हें पकड़कर एक बड़े नेटवर्क को ध्वस्त किया है। गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।”


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