

– मौहम्मद इल्यास “दनकौरी” / सूरजपुर
सूरजपुर की गौरवशाली परंपरा और भारतीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखने वाला प्राचीनकालीन ऐतिहासिक बाराही मेला-2025 एक बार फिर नई उमंग और उत्साह के साथ आयोजित होने जा रहा है। यह मेला इस वर्ष 10 अप्रैल से 22 अप्रैल 2025 तक चलेगा, जिसकी तैयारियाँ जोरों पर हैं।
मेले के आयोजन स्थल पर झूले, सर्कस, मौत का कुआँ, काला जादू, और मीना बाजार जैसी विविध मनोरंजक गतिविधियाँ सजने लगी हैं। खानपान और घरेलू उपयोग की वस्तुओं के लिए लगभग 200 स्टाल भी लगाए जा चुके हैं, जिससे ग्रामीण परिवेश की झलक साफ दिखाई देती है।

शिव मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान ने बताया कि इस बार भी मेला पूरे पारंपरिक अंदाज़ में आयोजित किया जाएगा। ग्रामीण जनजीवन से जुड़ी वस्तुएं जैसे बड़ी खाट, हुक्का, पीढ़ा, रई, हाथ से चलने वाली आटा चक्की और बैलगाड़ी मेले की चौपाल पर आकर्षण का केंद्र होंगी। इसके साथ ही रागनी, राजस्थानी लोकनृत्य और गीत-संगीत की प्रस्तुतियाँ भी मेले में रंग भरेंगी।

मेले के अंतिम दिन 22 अप्रैल को दोपहर 2:30 बजे से विशाल दंगल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विजेताओं को 101 रुपये से लेकर 1,01,000 रुपये तक के पुरस्कार दिए जाएंगे। यह दंगल स्व. जयपाल भगती जी की स्मृति में उनके पुत्रों द्वारा आयोजित किया जाएगा।

शिव मंदिर सेवा समिति के महामंत्री ओमवीर बैंसला ने जानकारी दी कि देशभर से आने वाले पहलवान अपनी मल्ल विद्या का प्रदर्शन करेंगे। वहीं कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने बताया कि महिलाओं के लिए घरेलू आवश्यकताओं की खरीदारी हेतु विशेष स्टॉल्स भी लगाए गए हैं।

शिव मंदिर सेवा मेला समिति के मीडिया प्रभारी मूलचंद आर्य ने बताया कि बाराही मेला-2025, कल गुरुवार 10 अप्रैल को प्रातः 10 बजे हवन पूजन से आरंभ होगा। इसके पश्चात सांय 4 बजे मेला अध्यक्ष चौ. धर्मपाल भाटी द्वारा ध्वजारोहण कर मेले का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा।

सांय 5 बजे आरती, दीप प्रज्वलन एवं विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें धर्मवीर भाटी एंड पार्टी, डॉ. हरवीर शर्मा व राजवीर शर्मा एंड पार्टी सूरजपुर के कलाकार प्रस्तुति देंगे।