
—मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ गौतमबुद्धनगर
— जब शहरी जीवन की आपाधापी में अक्सर सड़कों पर रहने वाले पशु समाज की नज़र से ओझल हो जाते हैं, ऐसे में ऑफिस स्क्वेयर की पहल ‘पॉज़ फॉर पॉज़’ (Pawse for Paws) ने करुणा, सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी का एक प्रेरणादायी उदाहरण पेश किया।
सीएसआर (CSR) के तहत आयोजित इस अभियान में नोएडा की छह प्रमुख लोकेशनों पर सैकड़ों बेसहारा कुत्तों को न केवल पौष्टिक आहार दिया गया, बल्कि उन्हें डीवॉर्मिंग (आंतों के कीड़े हटाने की प्रक्रिया) जैसी अहम स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की गईं। इस प्रयास को ‘हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स’ के सहयोग से अंजाम दिया गया, जिसमें छह समर्पित टीमें पूरे दिन सड़क पर उतरीं और कुत्तों को भोजन, देखभाल और प्रेम दिया।
पूरे आयोजन में एक सकारात्मक ऊर्जा व्याप्त रही। पूंछ हिलाते कुत्तों की आंखों में चमक और राहत इस बात की गवाही दे रही थी कि शहर के इन मूक बाशिंदों को भी किसी ने अपना समझा। वॉलंटियर्स ने इन पशुओं को धैर्य और संवेदनशीलता से हैंडल किया, उनके साथ समय बिताया और यह सुनिश्चित किया कि हर जानवर को स्नेहपूर्वक छुआ जाए।
अभियान के उपरांत ऑफिस स्क्वेयर, सेक्टर 3 में एक सम्मान समारोह आयोजित हुआ। ऑफिस स्क्वेयर की संस्थापक सरोज मित्तल ने अभियान में सहभागी टीमों को प्रमाणपत्र प्रदान कर उनकी निःस्वार्थ सेवा की सराहना की। समापन पर एक हाई-टी सत्र आयोजित किया गया, जहां करुणा और छोटे प्रयासों की समाज में भूमिका पर सार्थक चर्चा हुई।

सरोज मित्तल ने कहा:
“ऑफिस स्क्वेयर में हम मानते हैं कि कार्यस्थल की भूमिका केवल चारदीवारी तक सीमित नहीं है — यह संवेदना, सेवा और समुदाय के प्रति उत्तरदायित्व से शुरू होती है। जब हम सड़कों पर रहने वाले जानवरों की आंखों में संतोष देखते हैं, तो वह हमें याद दिलाता है कि बदलाव की शुरुआत हमेशा छोटे कदमों से होती है। मुझे अपनी टीम पर गर्व है जिन्होंने सच्ची मानवता के साथ इस पहल में योगदान दिया।”
सरोज मित्तल समाज सेवा और परोपकार की दिशा में निरंतर सक्रिय रही हैं। उनके नेतृत्व में ऑफिस स्क्वेयर न केवल प्रीमियम को-वर्किंग स्पेस प्रदान करता है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय CSR पहल कर रहा है। ‘पॉज़ फॉर पॉज़’ उसी दृष्टिकोण की जीवंत मिसाल है।

ऑफिस स्क्वेयर के बारे में
यह संस्था प्रीमियम, फुली मैनेज्ड को-वर्किंग स्पेस की सुविधा देती है, जो उत्पादकता, सहयोग और नेटवर्किंग को बढ़ावा देता है। वैश्विक स्तर की सेवाएं और सामाजिक जिम्मेदारी को साथ लेकर चलता ऑफिस स्क्वेयर ऐसे कार्यस्थल गढ़ता है जो न केवल व्यवसायिक सफलता की ओर ले जाएं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव का माध्यम भी बनें।

एक विचारणीय संदेश:
सड़क के किनारे बैठा हर जानवर सिर्फ भूखा नहीं होता, वह सिर्फ एक वक्त का खाना नहीं — थोड़ी सी सहानुभूति और स्पर्श की भीख मांगता है। ‘पॉज़ फॉर पॉज़’ ने यह बात फिर से सिद्ध की है कि दया से बड़ी कोई सेवा नहीं।