सूरजपुर में रहने वाली महिला रजनी बघेल की दास्तानः- पति की मौत हुई और फिर मानो दुखों का पहाड ही टूट पडा
इंसाफ दिलाने के लिए अब पीडिता ने पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह को पत्र लिखा
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/गौतमबुद्धनगर
लव मैरिज हुई और फिर एक साथ जुडवा बेटी भी पैदा हुई। किंतु कुदरत तो कुछ और ही मंजूर था। पति का साथ ज्यादा दिन तक नही रहा। अचानक पति की मौत हुई और फिर मानो दुखों का पहाड ही टूट पडा। अब ससुरालजन बेटियों समेत अभागी महिला को घर से निकालने पर तुले हुए हैं। पीडिता पुलिस के चक्कर काट थक चुकी है। इंसाफ दिलाने के लिए अब पीडिता ने पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह को पत्र लिखा है।
यह दस्तान सूरजपुर में रहने वाली महिला रजनी बघेल की है। कसबा सूरजपुर के दुर्गा कालौनी में रहने वाली रजनी बघेल को सास ससुर और जेठ तक घर से निकालने पर तुले हुए हैं। उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ रामबाग कालौनी निवासी रजनी बघेल को पडोस में रहने वाले प्रदीप कुमार से पहली ही नजर में प्यार हो गया। घर वाले इससे खुश नही थे किंतु रजनी और प्रदीप कुमार ने आर्य समाज मंदिर में जाकर प्रेम विवाह रचा लिया। कुछ दिन बाद प्रदीप कुमार के परिवार वालों की नाराजगी कुछ कम हुई और सूरजपुर मेंं ही बनाए मकान में रहने दिया गया। यह मकान प्रदीप कुमार की माता के नाम बताया गया है। रजनी बघेल और प्रदीप कुमार का दापंत्य जीवन खुशी पूर्वक बीत रहा था और इसी बीच उन्हें 2 जुडवा बेटियां भी पैदा हुईं। अचानक रजनी के पति प्रदीप कुमार की गत 18-12-2020 को मौत हो गई। पति की मौत के बाद ससुरालियों ने कोई सहारा नही दिया और उल्टा घर से निकालने तक की धमकियां दी जानी लगी। रजनी बघेल किसी तरह ट्यूशन आदि पढा कर परिवार का गुजरा करने लगी।
गत 6 मई-2024 को हद ही हो गई रजनी बघेल की सास, ससुर और जेठ अचानक आ धमके और घर से निकालना शुरू कर दिया। जब रजनी ने ससुरालियों का विरोध किया तो उसे बाल पकड कर घसीटा गया और जान से मारने तक की कोशिश की गई। तब किसी तरह पडोसियों ने आकर बचाया। इस बात की सूचना पुलिस को 112 नबंर डायल कर दी गई और साथ ही हैल्पलाईन 1076 पर पूरे मामले की शिकायत की गई। पीडिता रजनी बघेल ने यह भी बताया कि पुलिस आई और खानापूर्ति कर लौट गई। आखिर थाना सूरजपुर कोतवाली में पहुंच कर महिला हैल्प डेस्क के जरिए पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया। पीडिता रजनी बघेल का यह भी कहना है कि ससुरालजनों की ओर से यह भी धमकी दी गई है कि यदि इस मकान को छोड कर नही गई तो किसी को बेच देंगे। इसलिए इंसाफ पाने के लिए जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर का दरवाजा भी खटखटाया गया हैं। वहीं पुलिस के लचर रवैये को लेकर एक शिकायत पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से भी की गई है।