हम किसान मजबूर नहीं – बाईपास मंजूर नहीं

हम किसान मजबूर नहीं – बाईपास मंजूर नहीं

 

सोहनपुर बाईपास कृषि भूमि की बर्बादी और सरकारी धन के दुरुपयोग का जरिया है – गुड्डू जायसवाल

Vision Live/ Deworia

विकास खण्ड बनकटा, तहसील भाटपार रानी क्षेत्र के ग्राम सभा सोहनपुर में बाईपास सड़क निर्माण की सरकारी अमले द्वारा कवायद और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ने किसानों के चेहरे पर चिन्ता की लकीरें खींच दी है। चिन्ता हो भी क्यों ना? भूमि अधिग्रहण हेतु गुपचुप तरीके से, बिना किसानों को नोटिस या सूचना दिए और बिना सहमति लिए ही खेतों में कब्जे का पीलर लगा दिया जाना, किसानों के भूमि अधिकार को शून्य और किसानों के मालिकाना हक को दत्ता बता देना की काफी है। ‘हम किसान मजबूर नहीं – बाईपास मंजूर नहीं ‘ संघर्ष समिति के बैनर तले सोहनपुर बाजार में गुड्डू जायसवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में गुड्डू जायसवाल ने कहा कि – मार्गों के चौड़ीकरण के लिए आवश्यक भूमि, पूर्व से ही अधिग्रहित है,जो चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त है,जिस पर चौड़ीकरण का कार्य आसानी से हो सकता है। गोरखपुर से लेकर चौरी चौरा,गौरी बाजार, बैतालपुर, देवरिया, सलेमपुर, मझौली, फुलवरिया, अकटही, सोहनपुर बाजार होते हुए रामपुर बुजुर्ग तक दर्जनों बाजार पड़ते हैं,जहां चौड़ीकरण होना है और आवश्यक भूमि पर्याप्त है। सोहनपुर में पूर्व से बने मार्ग का चौड़ीकरण न करके, कुछ चुनिंदा लोगों और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने व सरकारी धन के दुरुपयोग की नियति से, बाईपास निकालने की प्रक्रिया, किसानों की भूमि व सरकारी खजाने के वारा -न्यारा की साज़िश है। मिशन ग्रामोदय के संचालक जगरनाथ यादव ने कहा कि -जब चल रहे मार्ग पर चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त भूमि है, चौड़ीकरण पर कोई आपत्ति नहीं या विवाद नहीं है, तो फिर किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि का अधिग्रहण और सरकारी धन का बन्दर बांट क्यों…? बाईपास निर्माण से कृषिगत भूमि की समाप्ति,शेष भूमि का जलमग्न क्षेत्र में तब्दील हो जाना, सोहनपुर के किसानों के लिए अन्न का संकट पैदा कर देगा। बैठक में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने कहा कि – सोहनपुर की बर्बादी और सरकारी धन के दुरुपयोग की नीति का पुरजोर विरोध किया जाएगा और मुखमार्ग के ही चौड़ीकरण के न होने तक संघर्ष जारी रहेगा। सोहनपुर की बर्बादी का खाका खींचने वाले जनप्रतिनिधियों को भी समय आने पर जवाब दिया जाएगा। संघर्ष समिति के उपस्थित सभी साथियों ने एक स्वर में कहा कि – हम किसान मजबूर नहीं – बाईपास मंजूर नहीं। हम सभी मिलकर लड़ेंगे और मुख्यमार्ग के ही चौड़ीकरण के लिए बाध्य करेंगे

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