बाबा श्री गुरू द्रोणाचार्य मंदिर के बाद दूसरा अति प्राचीन मंदिर है, दनकौर में धनौरी रोड पर खेडा देवत — दीपक सिंह
दनकौर नगर चेयरमैन श्रीमती राजवती देवी के प्रतिनिधि व पुत्र दीपक सिंह उर्फ दीपक भैया और नगर सभासद दुष्यंत सिंह, समाजसेवी सुरेंद्र सिंह व जेपी सागर, अतिथियों ने श्री कृष्णजन्माष्टमी महोत्सव-2024 कार्यक्रम का फीता काट कर शुभारंभ किया
खेडा देवत मंदिर के महंत पंडित अमित भारद्वाज बोले, योगेश्वर श्री कृष्ण जी कलयुग में भगवान विष्णु का अवतार बन कर आए और फिर अर्धम का नाश किया
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
दनकौर में धनौरी रोड पर स्थित खेडा देवत मंदिर में श्री कृष्णजन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। श्री कृष्णजन्माष्टमी पर्व के मौके पर खेडा देवत मंदिर को रंग बिरंगी लाईटों से सजाया गया। दिल्ली से आए कलाकारों ने राधा और कृष्णा के भजनों और नृत्यों पर आधारित विशेष झाकिंयों की प्रस्तुति दी। खेडा देवत मंदिर में स्थित बजरंगी हुनमान, शिव मंदिर, शनिदेव मंदिर, राधा कृष्णा मंदिरों को भव्य से रूप सजाया और साथ ही झांकियां भी सजाई गई। रात्रि में लड्डू गोपाल जी के आते ही 56 भोग लगाए हुए प्रसाद का वितरण किया गया।
रामभूल प्रजापति भगतजी
दनकौर नगर चेयरमैन श्रीमती राजवती देवी के प्रतिनिधि व पुत्र दीपक सिंह उर्फ दीपक भैया और नगर सभासद दुष्यंत सिंह, समाजसेवी सुरेंद्र सिंह व जेपी सागर, अतिथियों ने श्री कृष्णजन्माष्टमी महोत्सव-2024 कार्यक्रम का फीता काट कर शुभारंभ किया। खेडा देवत मंदिर के महंत अमित पंडित जी, शिव मंदिर के महंत रामू पंडित, रामभूल प्रजापति भगतजी, महेश चंद भगतजी, हरेंद्र प्रजापति, सरोज देवी मास्टरनी और राधेश्याम प्रजापति मेरठ मंडल अध्यक्ष,राष्ट्रीय हिंदू संघ ने मुख्य अतिथि नगर चेयरमैन श्रीमती राजवती देवी के प्रतिनिधि व पुत्र दीपक सिंह उर्फ दीपक भैया का पगडी और पटका पहना कर स्वागत किया।
श्री कृष्णजन्माष्टमी महोत्सव-2024 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर चेयरमैन प्रतिनिधि दीपक सिंह उर्फ दीपक भैया ने कहा कि दनकौर में बाबा श्री गुरू द्रोणाचार्य मंदिर के बाद दूसरा अति प्राचीन मंदिर धनौरी रोड पर खेडा देवत मिंंदर है। यहां मां चामुंडा, राधा कृष्ण, भोले शंकर, हनुमान जी और शनिदेव आदि देव दुखों का हरण कर मनौती को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा कि खेडा देवत मंदिर की आयोजन समिति ने यह सुंदर कार्यक्रम आयोजित कर श्री कृष्णजन्माष्टमी पर्व पर चार चांद लगाने का काम किया है। जब धर्म की क्षति हो रही थी भगवान विष्णु जी, भगवान श्री कृष्ण जी के रूप में अधर्म का नाश करने के लिए पृथ्वी पर आए थे।
खेडा देवत मंदिर के महंत पंडित अमित भारद्वाज ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कंस का नाश किया और फिर महाभारत में सत्य पक्ष यानी पांडवों की ओर से सारथी बने तथा गीता के संदेश दिए। योगेश्वर श्री कृष्ण जी कलयुग में भगवान विष्णु का अवतार बन कर आए और फिर अर्धम का नाश किया। रामभूल प्रजापति भगतजी, महेश चंद भगतजी और सरोज देवी मास्टरनी आदि अतिथियों ने भी भगवान श्री कृष्ण की जीवन लीलाओं पर प्रकाश डाला।