सीनियर मैनेजर कपिलदेव तबादला रूकवाने के लिए ऐडी चोट का जोर लगाने में लगे
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात ऐसे अधिकारी जिनका तबादला हो चुका है मगर फिर यहां का मोह छोड नही पा रहे हैं। मलाईदार पदों पर जमे कई अधिकारियों का रिलीव न किया जाना एक पहेली बना हुआ है। इनमें हॉर्टिकल्चर के सीनियर मैनेजर कपिल देव समेत कई मैनेजर ऐसे हैंं तो तबादला रूकवाने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगाने में जुटे हुए हैं। वहीं सूत्रों का साफ कहना है कि नए सीईओ रवि कुमार एनजी के कोप का शिकार ऐसे जुगाडबाज बन सकते हैं। नए सीईओ ऐसे अधिकारियों को कतई बर्दाश्त करने के लिए मूड नही है जिनका तबादला यहां से दूसरी जगह के लिए हो चुका है और वे नई तैनाती स्थल पर चार्ज लेने के बजाय यहीं पर जमे रहना चाहते हैं। दरअसल यूपी में तबादला एक्सप्रेस जब चली तो नोएडा, यमुना, यूपीसीडा और गौरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के करीब ढाई दर्जन अधिकारियों के पांव उखड गए। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से इन अधिकारियों को यूपीसीडा कानपुर, यमुना अथॉरिटी, नोएडा अथॉरिटी के लिए स्थातंरित कर दिया गया।
इनमें कई अधिकारी तो ऐसे भी रहे थे जो पिछली दफा भी तबादला रूकवाने में कामयाब हो चुके थे। किंतु इस बार ढाई दर्जन की सूची में उनका नाम आ गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सूत्रों की मानें तो तबादला हुए 23 अधिकारियों को तत्कालीन सीईओ ़ऋतु माहेश्वरी के निदेश पर पहले ही यहां से रिलीव कर दिया गया था। किंतु कुछ अधिकारी अभी भी अपने पदों पर यों ही जमे हुए हैं। सूत्रों ने दावा किया है कि इनमें कपिल देव और सुरेंद्र भाटी समेत कई अधिकारी हैं, जो तबादला रूकवाने के लिए अपने आकाओं के चक्कर लगा रहे हैं। कपिल देव यहां हॉर्टिकल्चर और प्रोजेक्ट काम बतौर सीनियर मैनेजर देखते रहे हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हॉर्टिकल्चर के लिए हर साल करोडों रूपये का बजट मंजूर किया जाता है। इसमें पौधे लगाने से लेकर पार्को और ग्रीनरी के रखरखाव तक में बडा खेल किया जाता है। हॉर्टिकल्चर के सीनियर मैनजर कपिल देव की बात करें दूसरी बार उनका तबादला यहां से हुआ हैं। पहले डीजीएम पीके कौशिक के साथ ही उनका तबादला हुआ था। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से उस समय पीके कौशिक तो चले गए मगर सीनियर मैनेजर कपिल देव का अंगद पैर यहां का यहीं जमा रह गया। इस बार फिर कपिल देव का ग्रेटर नोएडा हॉर्टिकल्चर से नोएडा प्राधिकरण के लिए तबादला हुआ है। किंतु अभी तक रिलीव न किया जाना एक पहेली बना हुआ हैं। चर्चा यह भी बनी हुई है कि कपिलदेव तबादला रूकवाने के लिए ऐडी चोट का जोर लगाने में लगे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार सुरेंद्र भाटी मैनेजर प्रोजेक्ट व जल विभाग का तबादला नोएडा के लिए हुआ है, इन्हें रिलीव किया जाना बाकी है।