
—मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ग्रेटर नोएडा —
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, गौतमबुद्ध नगर इकाई ने आज परिषदीय विद्यालयों की पेयरिंग की प्रस्तावित नीति के खिलाफ कड़ा विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर और शिक्षक विधायक श्री चंद्र शर्मा के माध्यम से प्रेषित किया गया।
50 से कम नामांकित छात्रों वाले विद्यालयों के विलय पर आपत्ति
ज्ञापन में जिलाध्यक्ष विनोद नागर ने इस प्रस्तावित नीति को छात्र और शिक्षक दोनों के हितों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि इस नीति से न केवल ग्रामीण अंचलों के गरीब और मजदूर वर्ग के छात्रों की शिक्षा बाधित होगी, बल्कि यह शिक्षकों की संख्या में कटौती की दिशा में भी एक दुर्भाग्यपूर्ण कदम होगा।
राष्ट्रीय सचिव डॉ. अनुज त्यागी ने स्पष्ट किया कि विद्यालयों का जबरन विलय शिक्षा के बुनियादी ढांचे को कमजोर करेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का संगठन इस नीति का प्रांतीय स्तर पर विरोध कर रहा है, और इसे लागू करना सरकारी विद्यालयों में नामांकन घटाने और शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने जैसा होगा।
ग्रामीण शिक्षा प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि पेयरिंग नीति के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के कई विद्यालय बंद हो सकते हैं, जिससे छात्रों को दूरस्थ स्कूलों में पढ़ाई के लिए जाना पड़ेगा। इससे न केवल छात्रों की उपस्थिति प्रभावित होगी, बल्कि ड्रॉपआउट दर में भी वृद्धि की आशंका है।
ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल रहे कई पदाधिकारी
ज्ञापन सौंपने के अवसर पर संघ के जिलामंत्री नरेश कौशिक (राष्ट्रीय काउंसलर व प्रांतीय ऑडिटर) के नेतृत्व में शिक्षक प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहा। प्रमुख रूप से घनानंद शर्मा (जिला उपाध्यक्ष), कनक सिंह, मनोज त्यागी, सत्येंद्र भाटी (ब्लॉक अध्यक्ष बिसरख), नरेंद्र शर्मा (उपाध्यक्ष), महेश, दिनेश कुमार, प्रमोद कुमार सहित अनेक शिक्षक पदाधिकारी उपस्थित रहे।

संगठन की स्पष्ट चेतावनी: विरोध रहेगा जारी
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने साफ कहा है कि यदि सरकार इस प्रस्तावित नीति को लागू करती है तो संगठन राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन और आंदोलनात्मक कार्यक्रम चलाने को बाध्य होगा। शिक्षक संघ ने मांग की है कि विद्यालय पेयरिंग की नीति को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए और ग्रामीण शिक्षा को संरक्षित एवं सशक्त बनाने की दिशा में नीतियाँ बनाई जाएं।