क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन ग्रेटर नोएडा में होगा

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 यशवीर सिंह गुर्जर
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 यशवीर सिंह गुर्जर

राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन 27 फरवरी-2025 को ग्रेटर नोएडा शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में होगा

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने प्रेस कॉन्फ्रेस की
अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने प्रेस कॉन्फ्रेस की

ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 की तैयारियों की जानकारी देने के लिए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने प्रेस कॉन्फ्रेस की

मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा

राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन 27 फरवरी-2025 को ग्रेटर नोएडा शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के तत्वाधान में शहीद विजय सिंह पथिक की 144 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। देश मेंं शहीद-ए- आजम सरदार भगत सिंह के चाचा अजित सिंह और बिरसा मुंडा के बाद शहीद विजय सिंह पथिक ही ऐसे किसान नेता हुए जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के दौरान किसान हितों को लेकर संघर्ष किया। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने ग्रेटर नोएडा मेंं होने वाले राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 के आयोजन को लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। शहीद विजय सिंह पथिक जयंती आयोजन समिति का संयोजक एडवोकेट राजकुमार नागर को बनाया गया है। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब में राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 की तैयारियों की जानकारी देने के लिए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 यशवीर सिंह गुर्जर ने कहा कि देश मेंं शहीद-ए- आजम सरदार भगत सिंह के चाचा अजित सिंह और बिरसा मुंडा के बाद शहीद विजय सिंह पथिक ही ऐसे किसान नेता हुए जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के दौरान किसान हितों को लेकर संघर्ष किया। इनमें शहीद विजय सिंह पथिक ऐसे क्रांतिवीर थे जिनका जन्म बुलंदशहर जिले के गुठावली गांव में एक किसान परिवार हुआ था। आजादी की लडाई सन 1823 में ही शुरू हो गई थी, तब अंग्रेज देहरादून को अपने कब्जे में लेने चाहते थे। शहीद विजय सिंह पथिक के दादा इंद्र सिंह भी इसी आंदोलन की धार रहे जिसमें कुंज बहादुर की रियासत के राजा विजय सिंह का बलिदान हुआ।  विजय सिंह पथिक ने राजस्थान की बिजौलिया की धरा को कर्मभूमि बनाया और फिर किसानों के लिए आंदोलन करते हुए उस समय के शासन को झुकने के लिए मजबूर कर दिया। ऐसे क्रांतिवीर अमर शहीद विजय सिंह पथिक की 144 वीं जयंती के मौके पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ग्रेटर नोएडा में आगामी 27 फरवरी-2025 को राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 आयोजित करने जा रही है। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष हरिश्चंद्र भाटी ने कहा कि आश्चर्य है कि जिस राष्ट्र भक्त गुर्जर जाति के नौनिहालों के खून में राष्ट्र गौरव मिहिर भोज का शौर्य बहता हो, धर्मरक्षक वीर शिवाजी का साहस संचरित हो, क्रान्तिवीर धन सिंह कोतवाल, विजय सिंह पथिक का स्वाभिमान जीवन्त हो और अखण्ड भारत के महान शिल्पी सरदार बल्लभ भाई पटेल की राष्ट्र निष्ठा मौजूद हो, उसके इतिहास से, उसके सम्मान से और वीरों के बलिदान से कोई खिलवाड़ करे और वह चुप्पी साध ले, यह असंभव है। हालात बदल चुके हैं, कौम के स्वाभिमान के लिए, शहीदों के सम्मान के लिए, इतिहास को जीवन्त रखने के लिए और अपनी पहचान कायम रखने के लिए जरूरत है एक और संगठित हुँकार की, एक और अंगड़ाई की। उन्होंने कहा कि राजस्थान की वीर धरा पर और बिजौलिया की वादियों में क्रान्तिवीर विजय सिंह पथिक के संघर्षों की गूंज वहाँ की जनवाणी में आज भी सुनाई देती है। राजस्थान में बिजौलिया संभाग के त्रस्त किसानों में अधिकार चेतना का स्वाभिमान पैदा करने वाले, विदेशी और देशी शासकों के अमानवीय शोषण के विरूद्ध जन क्रान्ति का शंखनाद करने वाले और भारत की आजादी के क्रान्तिकारियों में अग्रणी रहने वाले अमर शहीद विजय सिंह पथिक पर राष्ट्र भक्त प्रत्येक नागरिक को गर्व है। जिस विजय सिंह पथिक के साहस.शौर्य से प्रत्येक क्रान्तिकारी प्रेरणा लेता था। जिसकी किसान क्रान्ति योजना से अंग्रेज खौफ खाते थे। जिसे महात्मा गाँधी जन आन्दोलन के सफल प्रणेता मानते थे। जिनकी शोषण विरूद्ध नीतियों को कांग्रेस अपने आजादी के एजेन्डा में प्रमुखता से रखती थी। जिस विजय सिंह पथिक के समाचार पत्रों और साहित्य की जनवाणियों से जनता में बलिदान का शौर्य पैदा होता था। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ग्रेटर नोएडा में अमर शहीद विजय सिंह पथिक की जयंती समरोह मनाते हुए  विजय सिंह पथिक को भारत रत्न दिया जाए,विजय सिंह पथिक के नाम से केन्द्रिय विश्वविद्यालय नोएडा या अजमेर में बनाया जाए, उनका सम्पूर्ण साहित्य सरकार प्रकाशित करे, विजय सिंह पथिक के जीवन संघर्षों को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए, विजय सिंह पथिक की प्रतिमा अजमेर, विधानसभा जयपुर, और नोएडा में स्थापित की जाए आदि कई संकल्प लेने जा रही है। शहीद विजय सिंह पथिक जयंती आयोजन समिति के संयोजक एडवोकेट राजकुमार नागर ने कहा कि जनपद बुलन्दशहर के गांव गुठावली की पावन माटी में सन 1857 की प्रथम क्रान्ति के शहीद दादा इन्द्र सिंह के घर माँ कमल कुंवरी की गोद में जन्में.पले और दादा की शाहदत को जीवन्त रखते हुए देश की आजादी हेतु अपना बलिदान कर देने वाले क्रान्तिवीर विजय सिंह पथिक जी की उपेक्षा से आहत अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने विजय सिंह पथिक को राष्ट्रीय सम्मान दिलाने का संकल्प लिया है। ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्टेडियम में आगामी 27 फरवरी-2025 को राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 ऐतिहासिक और भव्य होगा। इस दो दिवसीय सम्मेलन में युवाओं, किसानों और महिलाओं के लिए अलग अलग सत्र होंगे, साथ ही खेलों के लिए भी विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। मीडिया प्रभारी शेर सिंह भाटी ने बताया कि राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 में शहीद विजय सिंह पथिक के जीवन दर्शन के साथ साथ शिक्षा, रोजगार व्यवसाय के नए अवसर उपलब्ध कराने के विषय पर भी चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान खेलकूद, शिक्षा व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों और स्वतंत्रता सैनानियों के परिवारों को सम्मानित भी किया जाएगी। अखिल गुर्जर महासभा के प्रदेश मंत्री चैनपाल प्रधान ने कहा कि राष्ट्र गौरव क्रान्तिवीर शहीद विजय सिंह पथिक सम्मान सम्मेलन-2025 में शहीद विजय सिंह पथिक के नाम पर ग्रेटर नोएडा में एक शिक्षण संथान स्थापित किए जाने के विषय पर भी विचार मंथन किया जाएगा।

सम्मानित भी किया
सम्मानित भी किया

इस मौके पर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 यशवीर सिंह गुर्जर ने ईलम सिंह नागर को पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रभारी और एडवोकेट राजकुमार नागर को अखिल भारतीय गुर्जर महासभा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी मनोनीत किया। पत्रकार वार्ता में इस मौके पर रूपचंद्र मुनीम, सुनील भाटी, सचिन अंबावता, जिले सिंह भाटी, अशोक भाटी, भगत सिंह मास्टर जी, विपिन प्रधान, सिंहराज गुर्जर, डा0 जिले राम कपासिया, प्रधान अजित मुखिया, रणवीर प्रधान, महेंद्र सिंह नागर, गुलजारी नंदा, नितिश नागर, जोगिंदर भडाना, सि़द्वार्थ रैक्सवाल आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

 

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