
✍️ मौहम्मद इल्यास – “दनकौरी”, गौतमबुद्धनगर
जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा के स्पष्ट निर्देशों और पारदर्शी प्रशासन के विज़न के अनुरूप डूडा शासी निकाय की समीक्षा बैठक आज एडीएम प्रशासन मंगलेश दुबे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। यह बैठक जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न योजनाओं की प्रगति और वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु प्रस्तावित कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई।

🔸 योजनाओं की समीक्षा: लक्ष्य, प्रगति और आगे की रणनीति
बैठक में डिप्टी कलेक्टर एवं डूडा परियोजना निदेशक वेद प्रकाश पांडे ने सभी योजनाओं की वर्तमान स्थिति तथा प्रस्तावित कार्यों की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि डूडा विभाग द्वारा शहरी गरीबों के लिए संचालित योजनाएं, आवास निर्माण, स्वरोजगार प्रोत्साहन, और सामुदायिक विकास कार्यक्रम प्रमुख हैं, जिन पर सक्रियता से कार्य हो रहा है।

🔸 एडीएम प्रशासन के निर्देश:
एडीएम प्रशासन मंगलेश दुबे ने समीक्षा के दौरान वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए तैयार कार्ययोजना को संतोषजनक और व्यावहारिक बताया। उन्होंने निर्देशित किया:
✅ सभी योजनाओं का संचालन पूर्ण पारदर्शिता के साथ हो
✅ हितग्राहियों को समय पर लाभ सुनिश्चित किया जाए
✅ गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए
✅ नियमित मॉनिटरिंग और फीडबैक प्रणाली को सशक्त बनाया जाए
उन्होंने यह भी कहा कि निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्यों की पूर्ति शासन की प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।

🔸 सहभागी अधिकारी एवं विभाग:
समीक्षा बैठक में डूडा विभाग, नगर पालिका परिषद, नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। सभी को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे फील्ड स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर सजग, सक्रिय और उत्तरदायी रहें।
📌 जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता
यह बैठक न केवल योजनाओं की प्रगति परखने का अवसर बनी, बल्कि जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से ज़मीन पर उतारने की प्रशासनिक प्रतिबद्धता का प्रमाण भी बनी। गौतमबुद्ध नगर प्रशासन अपने काम के प्रति सजग है और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की दिशा में तत्परता से कार्य कर रहा है।

🌟 इस तरह की सक्रिय निगरानी और कार्ययोजना आधारित समीक्षा ही उत्तर प्रदेश को सुशासन की दिशा में एक नई ऊँचाई प्रदान करती है।