पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर से मांग की है कि मामले में सभी सुसंगत धाराएं और एससी एसटी एक्ट की बढ़ोतरी करवाई जाए। साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी उचित कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जावे
मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी” / गौतमबुद्धनगर
शादी का झांसा देकर युवक साथ रहने लगा। अप्राकृतिक रूप से शारीरिक संबंध भी बनाए गए। युवती जब गर्भवती हो गई तो उसने शादी किए जाने का दवाब बनाया। इससे जब युवक पीछा छुड़ाने लगा तो पीड़िता की ओर से पुलिस में शिकायत की गई। पुलिस के दबाव में प्रेमिका को साथ रखने के लिए राजी हुआ, किंतु ऐसा कुछ पदार्थ खिला दिया गया जिससे गर्भपात हो गया। मौका पाकर प्रेमी युवक रफू चक्कर हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पीडिता की ओर से एक पत्र पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर को डाक के जरिए भेजा गया है, जिसमें मांग की गई है कि दर्ज किए गए मामले में सुसंगत धाराएं नहीं लगाई गई हैं । साथ ही एससी-एसटी भी बनती है लेकिन उसे भी पुलिस के द्वारा लगाने में आनाकानी की जा रही है। इसलिए पुलिस को आदेशित किया जाए की मामले में सुसंगत धाराओं के साथ ही एससी एसटी एक्ट की भी बढ़ोतरी की जाए। पत्र की प्रतियां.राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय एस.सी/एस.टी आयोग नई दिल्ली,राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को भी प्रेषित की गई हैं।
हुआ यूं कि नौकरी के दौरान युवती की जान पहचान बस कंडक्टर से हुई। यह जान पहचान धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। साथ जीने मरने की कसम खाने के बाद बस कंडक्टर भी युवती के पास आकर कमरे में ही रहने लगा। बताया गया कि इस बीच अप्राकृतिक रूप से शारीरिक संबंध भी बनाए गए। प्रेमिका जब गर्भवती हो गई तो उसने शादी का दवाब बनाया। प्रेमी के द्वारा आना-कानी की जाने पर युवती ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने प्रेमी को तलब कर ताकीद किया कि या तो वह प्रेमिका को अपने साथ रख कर शादी कर ले वरना फिर जेल की हवा के लिए तैयार रहे। इससे प्रेमी ने फिर शादी की दिलासा दी और साथ रहना शुरू कर दिया। इसी बीच मौका हाथ लगा और प्रेमिका को ऐसा कुछ पदार्थ खिला दिया जिससे उसका गर्भपात हो गया। मौका पाकर प्रेमी चुपके से जरूरी कागजात और कुछ कीमती सामान लेकर फुर्र हो गया।
इस पूरे मामले की शिकायत पीड़िता की ओर से फिर पुलिस को दी गई। थाना नॉलेज पार्क पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। अब पीड़िता का पुलिस पर आरोप है कि दर्ज किए गए मामले में सुसंगत धाराएं नहीं लगाई गई हैं। मामले में एससी एसटी एक्ट भी बनता है, लेकिन इसे लगाने में भी टालमटोल की जा रही है। पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर से मांग की है कि मामले में सभी सुसंगत धाराएं और एससी एसटी एक्ट की बढ़ोतरी करवाई जाए। साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी उचित कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जावे।