
एडवोकेट एंड डीड राइटर्स वैलफेयर एसोसिएशन चुनाव 2025-26
राम लखन नागर और कुलदीप भाटी आमने-सामने, चुनावी घमासान अपने शबाब पर


✍️ मौहम्मद इल्यास – “दनकौरी” / ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा के सब-रजिस्ट्रार कार्यालय परिसर में इन दिनों अधिवक्ताओं के बीच जबरदस्त चुनावी सरगर्मी देखने को मिल रही है। एडवोकेट एंड डीड राइटर्स वैलफेयर एसोसिएशन की 2025-26 की कार्यकारिणी के लिए हो रहे चुनाव में बार अध्यक्ष पद के लिए एडवोकेट राम लखन नागर और एडवोकेट कुलदीप भाटी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। मतदान शनिवार, 26 जुलाई को होगा, और परिणाम उसी दिन स्पष्ट हो जाएगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा।

🔹 राम लखन नागर का दमदार प्रवेश, दिग्गजों का साथ
बार अध्यक्ष पद के लिए पहली बार मैदान में उतरे एडवोकेट राम लखन नागर का राजनीतिक और पेशेवर पृष्ठभूमि उन्हें एक सशक्त उम्मीदवार बनाती है। वह पूर्व बार अध्यक्ष व जनपद एवं दीवानी बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट रामशरण नगर के भतीजे हैं और खुद भी पूर्व बार अध्यक्ष एडवोकेट मुकेश शर्मा के वर्तमान में जूनियर हैं और उनके यहां काम कर रहे हैं । मुकेश शर्मा ने खुलकर उनके समर्थन की घोषणा कर माहौल को एकतरफा करने की कोशिश की है।

इसके अतिरिक्त, उन्हें एडवोकेट विजय शर्मा, अजय शर्मा, दीपक शर्मा और रणबीर नागर जैसे प्रभावशाली चेहरों का समर्थन प्राप्त है। यह गठबंधन राम लखन नागर को मजबूत बनाता है और उनके प्रचार अभियान को अतिरिक्त धार देता है।

🔹 अनुभव के साथ उतरे कुलदीप भाटी, पुरानी हार से सबक लेने की तैयारी
वहीं दूसरी ओर, एडवोकेट कुलदीप भाटी पहले भी बार अध्यक्ष रह चुके हैं और अधिवक्ताओं के बीच अपनी सशक्त पहचान रखते हैं। उन्होंने पिछले चुनाव में शिकस्त झेली थी, लेकिन इस बार उन्हें स्वानुभूति लहर का लाभ मिलने की संभावना है।
कुलदीप भाटी का दावा है कि उन्हें लंबे समय तक अध्यक्ष रहे एडवोकेट रोहतास नगर का समर्थन प्राप्त है। उनकी उपलब्धियां, संगठन के लिए किए गए कार्य और वरिष्ठ अधिवक्ताओं के बीच उनकी पैठ उन्हें इस बार का प्रबल दावेदार बनाती है।

🔸 मुख्य मुद्दा: सब-रजिस्ट्रार कार्यालय का स्थानांतरण
चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा सब-रजिस्ट्रार कार्यालय को सूरजपुर कलेक्ट्रेट में शिफ्ट किए जाने का प्रस्ताव बना हुआ है। दोनों ही प्रत्याशियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इस शिफ्टिंग का डटकर विरोध करेंगे।
राम लखन नागर और कुलदीप भाटी दोनों का कहना है कि या तो कार्यालय वर्तमान स्थान पर ही रहेगा या फिर इसे तहसील मुख्यालय डाढ़ा में स्थानांतरित करने की मांग की जाएगी। इस विषय पर अधिवक्ताओं के बीच एकमत दिखाई दे रहा है।

🔹 सधी हुई रणनीति और समर्थन जुटाने की कवायद
दोनों ही प्रत्याशी अपने-अपने समर्थकों के साथ संपर्क और प्रचार अभियान में जुटे हैं। अधिवक्ताओं को रात्रि सभाओं, व्यक्तिगत मुलाकातों और मुद्दों पर आधारित संवादों के ज़रिए साधा जा रहा है।
चुनाव को लेकर अधिवक्ताओं के बीच उत्साह चरम पर है और शनिवार को होने वाला मतदान एक ऐतिहासिक मुकाम साबित हो सकता है।


📌 नजरें नतीजे पर
चुनाव प्रचार का शोर अब थमने को है, और मतदाता अपने निर्णय को अंतिम रूप देने में लगे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अनुभव के दम पर मैदान में उतरे कुलदीप भाटी जीत हासिल करेंगे या प्रभावशाली समर्थन और राजनीतिक विरासत के साथ आए राम लखन नागर चुनावी बाजी मार जाएंगे।
👉 26 जुलाई की शाम, फैसला मतपेटियों से निकलेगा और यह तय होगा कि ग्रेटर नोएडा बार का नेतृत्व किसके हाथों में रहेगा।