
–मौहम्मद इल्यास-“दनकौरी”/ यीडा सिटी
यमुना प्राधिकरण द्वारा दनकौर क्षेत्र में बनाई गई सड़क की दुर्दशा और उसमें हुए कथित भ्रष्टाचार के विरोध में करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बने जलभराव क्षेत्र में धान की बुवाई और दर्जनों पेड़ लगाकर विरोध दर्ज कराया।
गुरुवार को आयोजित इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई प्रदेश महासचिव मास्टर दिनेश नागर और जिलाध्यक्ष प्रेम प्रधान ने की। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले यमुना प्राधिकरण ने दनकौर देहात और बिलासपुर क्षेत्र के सैकड़ों गांवों को नोएडा, दिल्ली और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कराया था। लेकिन घटिया निर्माण और कथित भ्रष्टाचार के चलते यह सड़क कुछ ही महीनों में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और अब सड़क का अधिकांश हिस्सा जलभराव से भरकर तालाब जैसा बन गया है।

मास्टर दिनेश नागर ने कहा, “सड़क की बदहाली के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे जान-माल का नुकसान हो रहा है। यह आम जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ है।”
संगठन के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस सड़क का गुणवत्तापूर्ण पुनर्निर्माण नहीं किया गया और संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे यमुना प्राधिकरण के मुख्यालय पर बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस विरोध प्रदर्शन में प्रेम प्रधान, राकेश नागर, सूबेदार दुलीचंद नागर, ब्रह्म प्रधान, कमल नागर, तनिश नागर, आर्यन, कुलबीर भाटी, गौरव भाटी, प्रभु, कार्तिक और शिवम कसाना सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

संघर्ष के साथ पर्यावरण का संदेश
यह विरोध प्रदर्शन केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज नहीं था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश था। सड़क पर पेड़ लगाकर कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन केवल नकारात्मक विरोध नहीं, बल्कि रचनात्मक विकल्प और जनहित की दिशा में कदम है।