
टेकजोन-4, सेक्टर-2, सेक्टर-3 और ईटा-2 में भूमिगत जलाशय बन रहे; गंगाजल-भूजल मिश्रित जलापूर्ति होगी सुचारु

मौहम्मद इल्यास- “दनकौरी”/ ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा और वेस्ट की आबादी को स्वच्छ और पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तेजी से बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहा है। इसी क्रम में शहर के चार स्थानों—टेकजोन-4, सेक्टर-2, सेक्टर-3 और सेक्टर ईटा-2 में भूमिगत जलाशयों (यूजीआर) का निर्माण कराया जा रहा है। इन जलाशयों के तैयार होने से गंगाजल और भूजल के मिश्रण से जलापूर्ति को स्थायी और संतुलित बनाया जाएगा।
प्राधिकरण के सीईओ एन. जी. रवि कुमार ने जल विभाग को निर्देश दिए हैं कि ग्रेनो और वेस्ट की बढ़ती जरूरतों के अनुसार इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाए। जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इन यूजीआरों के निर्माण पर लगभग 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और यह कार्य वर्ष के अंत तक पूरा होने की संभावना है।
कहां बन रहे हैं कितनी क्षमता के यूजीआर?
- टेकजोन-4: 10,000 केएलडी क्षमता
- सेक्टर-2: 6,000 केएलडी क्षमता
- सेक्टर-3: 3,000 केएलडी क्षमता
- सेक्टर ईटा-2: 1,500 केएलडी क्षमता

टेकजोन-4 का यूजीआर तैयार होने पर 19 प्रमुख सोसाइटियों और संस्थानों को फायदा होगा। इनमें हिमालया प्राइड, चेरी काउंटी, फ्यूजन होम्स, ग्रीन आर्क, जेएम फ्लोरेंस, समृद्धि ग्रुप, गौर सौंदर्यम, ऐस एस्पायर, पंचतत्व, आम्रपाली लेजर पार्क जैसी हाउसिंग सोसाइटियां शामिल हैं।
सेक्टर-2 में बन रहे यूजीआर से ब्लॉक A से F तक, इरोज संपूर्णनम और निराला जैसे आवासीय क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति होगी। इसी तरह सेक्टर-3 के यूजीआर से जनता फ्लैट्स और ब्लॉक A, B, C, D को जल मिलेगा। ईटा-2 का यूजीआर बनने के बाद आसपास के रिहायशी इलाकों में जलापूर्ति में और मजबूती आएगी।

अधिकारियों का क्या कहना है?
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कहा:
“जल विभाग को यूजीआर निर्माण का कार्य तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सेक्टरों व सोसाइटियों में वाटर सप्लाई को और बेहतर बनाया जा सके।”

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की यह पहल शहरवासियों को जल संकट से राहत देने में मील का पत्थर साबित हो सकती है, खासकर तेजी से बढ़ती आबादी वाले ग्रेनो वेस्ट जैसे क्षेत्रों में।