दनकौर में प्रति वर्ष लगाने वाले श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेला-2023 को लेकर सियासत शुरू
श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0) दनकौर ने मेला स्थल के सरकारी भूमि होने का मुद्दा उठाया
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
दनकौर में प्रति वर्ष लगाने वाले श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेला-2023 को लेकर सियासत शुरू हो गई है। श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0)दनकौर हाल ही में आसित्व में आई है। श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0) दनकौर द्वारा दनकौर धनौरी रोड पर श्री खाटू श्याम बाबा हारे का सहारा का एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जाना भी प्रस्तावित है। श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0) इससे पहले चर्चा में आ गई है। श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0) ने वर्षो से आयोजित किए जा रहे ऐतिहासिक श्री कृष्ण जन्मोत्सव के आयोजन पर हक जताया है। हालांकि श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेले का आयोजन श्री द्रोण गौशाला समिति के द्वारा शुरू से किया जाता रहा है। श्री द्रोण मेला पं्रागण पर किसका हक है, यह मुद्दा बार बार चर्चा विषय बनता रहा है। श्री द्रोण गौशाला , श्री द्रोणाचार्य मंदिर, श्री द्रोण नाटय रंग मंच के अलावा जहां मेला लगता है, मेला प्रांगण में पहले पैंठ भी लगती थी। मेला प्रांगण को लेकर नगर पंचायत की ओर से भी कानूनी लडाई का दौर रहा है। इस बार फिर श्री खाटूश्याम सेवा समिति (रजि0) दनकौर ने इस ऐतिहासिक मेले के आयोजित किए जाने को लेकर नगर पंचायत को एक पत्र लिखा।
श्री खाटू श्याम सेवा समिति (रजि0) दनकौर के अध्यक्ष भरत मित्तल का दावा है कि जिस स्थान पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेले का आयोजन किया जाता है, वह पूरा प्रांगण सरकारी निकाय के आसित्व में आता हैं।
इसलिए नगर पंचायत को यह तय करना चाहिए कि जो नुकसान राजस्व का हो रहा है, वह न हो। श्री खाटू श्याम सेवा समिति(रजि0) दनकौर के अध्यक्ष भरत मित्तल ने इस मुद्दे को लेकर एक पत्र बीते दिनों नगर पंचायत में भी दिया था। भरत मित्तल ने इस मुद्दे को लेकर अब फिर सीएम योगी समेत कई पत्र लिखे हैं। क्रमशः सीएम के अलावा कमिश्नर मेरठ, डीएम गौतमबुद्धनगर और नगर पंचायत दनकौर अधिशासी अधिकारी व नगर पंचायत चेयरमैन दनकौर को भी पत्र दिए हैं।
श्री खाटू श्याम सेवा समिति (रजि0) दनकौर के अध्यक्ष भरत मित्तल ने इन पत्रों में कहा है कि चूंकि मेला प्रांगण पर नगर पंचायत का हक है, इसलिए प्रति वर्ष लगने वाले श्री कृष्णजन्मोत्सव मेले के आयोजन की मंजूरी दी जाए। उनका यह भी दावा है कि प्रति वर्ष श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेले के ठेका करीब 12 से लेकर 15 लाख रूपये में तक दिया जाता है। जब श्री द्रोण गौशाला समिति को पूरे मेला प्रांगण पर किसी तरह का कोई हक ही नही है, तो किस अधिकार के तहत पूरा मेला प्रांगण, मेला ठेकेदार को, मेला अवधि के दौरान किराए पर दे दिया जाता है। मेला ठेकेदार से प्राप्त होने वाले यह 12-15 लाख रूपये कहां चले जाते हैं? इस बात पर पूरी नजर सरकार और प्रशासन को रखनी चाहिए, क्योंकि यह सब तो राजस्व का ही नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर मेला लगे और पूरा खेल हो जाए और सरकार तथा प्रशासन को कानो कान पता ही न चल पाए, यह सब गौरखधंधा अब नही चलने वाला है। उन्होंने कहा कि यदि निचले स्तर के अफसरों ने इस मुद्दे पर कोई संज्ञान नही लिया तो फिर सीधे सीएम योगी से मिल कर पूरी वास्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा।