
अवशेष, गड़ांसा और घटनास्थल की बस बरामद; 5000 CCTV कैमरे खंगालकर पुलिस ने जोड़े सुराग**

क्राइम रिपोर्टर / नोएडा
थाना सेक्टर-39 पुलिस ने 6 नवंबर को नाले में मिले एक अज्ञात महिला के शव के मामले का सफल अनावरण करते हुए एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मोनू सोलंकी (निवासी एटा, वर्तमान पता बरौला, नोएडा) के रूप में हुई है। उसकी निशानदेही पर शव से अलग किए गए अवशेष, कथित आला-क़त्ल गड़ांसा, घटना में प्रयुक्त बस और बस से हटाई गई मैट बरामद की गई है।
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए नौ विशेष टीमें गठित की गई थीं और जाँच के दौरान 5000 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले गए, जबकि 1100 से ज्यादा वाहनों को ट्रैक किया गया। इनमें से 44 वाहनों की अलग से पहचान कर ड्राइवरों से पूछताछ की गई।
कैसे जोड़े गए सुराग
5 नवंबर की रात एक सफेद-नीले रंग की बस (UP16KT0037) को संदिग्ध स्थिति में घटना स्थल की ओर जाते हुए देखा गया था। तकनीकी सर्विलांस और मैनुअल इंटेलिजेंस के आधार पर पुलिस ने यह बस मोनू सोलंकी द्वारा चलाई जाने की पुष्टि की।
बरौला क्षेत्र में तलाश के दौरान पता चला कि एक महिला प्रीति यादव उर्फ प्रीति देवी पिछले 5–6 दिनों से लापता है और उसके ड्राइवर मोनू से विवाद की जानकारी भी सामने आई।
निशानदेही पर बरामदगी
पुलिस ने 14 नवंबर को मोनू सोलंकी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसके बयान के आधार पर—
- मृतका के अवशेष
- कथित गड़ांसा
- बस में बिछी मैट
- घटनास्थल के समय प्रयुक्त बस
बरामद किए गए।
फोरेंसिक परीक्षण में बरामद सामग्री पर मिले रक्त के धब्बे मानव रक्त (HUMAN BLOOD) पाए गए हैं।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में क्या सामने आया
पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान मोनू ने स्वीकारा कि वह और प्रीति बरौला स्थित जींस फैक्ट्री में काम करते थे, जिससे दोनों एक-दूसरे को जानने लगे। पुलिस के अनुसार दोनों के बीच समय-समय पर विवाद की घटनाएँ भी सामने आईं।
हालाँकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि मामले के सभी तथ्यों की पुष्टि फोरेंसिक रिपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों और आगे की विवेचना के आधार पर ही अंतिम रूप से की जाएगी।

अभियोग व कानूनी कार्यवाही
मामला मु0अ0सं0 556/2025
धारा 103(1), 238 बीएनएस
थाना सेक्टर-39, नोएडा में दर्ज है।
पुलिस आगे की कानूनी प्रक्रिया—साक्ष्य संकलन, इलेक्ट्रॉनिक डेटा विश्लेषण, साइट-प्लान, फोरेंसिक परीक्षण और घटना के टाईमलाइन की पुष्टि—जारी रखे हुए है।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
थाना सेक्टर-39 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर लोकेन्द्र राणा, उ0नि0 संजय पाल, अंकुर चौधरी, रोहित मलिक, आलोक वर्मा, अविनाश कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों की टीम ने यह कार्रवाई की।