जानिए- पॉलीटिशियन, पायलट, वकील के बाद अब डॉक्टर भी उगलने शुरू कर दिए
चौधरी होराम सिंह मुखिया के इस परिवार में अब तैयार हां चली है, डॉक्टरों की एक पूरी फौज
आइए समाज के प्रति समर्पण, विकास और एक नई दिशा देने के लिए किस प्रकार आगे रहा, मुखिया परिवार, पूरी कुंडली खंगालते हैंः-
मौहम्मद इल्यास-’’दनकौरी’’/ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा के किसान परिवार ने पॉलीटिशियन, पायलट, वकील के बाद अब डॉक्टर भी उगलने शुरू कर दिए हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के तुगलपुर गांव में चौधरी महेंद्र प्रधान यानी मुखिया परिवार की। चौधरी होराम सिंह मुखिया के इस परिवार में अब डॉक्टरों की एक पूरी फौज तैयार हां चली है। हाल ही मेंं स्व0 चौधरी होराम सिंह मुखिया के परिवार में तीसरी पीढी से तीन बच्चों ने एक साथ नीट क्वालिफाई कर परिवार और समाज का नाम रोशन कर दिखाया है। नीट क्वालिफाई करने वाले इन बच्चों के अलावा पहले से ही 6 लोग और हैं जो एमबीबीएस, बीडीएस या फिर फार्मेसी की पढाई कर रहे हैं और कुछ कर चुके भी हैं। चौधरी होराम सिंह मुखिया का यह परिवार शिक्षा के क्षेत्र में खासा अग्रणी रहा है। खेती किसानी की बात करें तो आज भी इस परिवार मेंं खेती किसानी बडे चाव से की जाती है। गेंहू, धान और आम उगाने में परिवार के लोग खासी रूचि रखते हैं।
आइए समाज के प्रति समर्पण, विकास और एक नई दिशा देने के लिए किस प्रकार आगे रहा, मुखिया परिवार, पूरी कुंडली खंगालते हैं। गुर्जर समाज मेंं चेची गोत्र से चौधरी होराम सिंह मुखिया ने चौधरी नैन सिंह के यहां एक किसान परिवार में जन्म लिया। चूंकि उस समय ग्राम प्रधानी नही थी और मुखियागिरी हुआ करती थी। तुगलपुर गांव निवासी चौधरी होराम सिंह को कई गांवों के लोगों ने मिल कर महज करीब 12 वर्ष की उम्र में मुखिया चुना और लंबे समय तक मुखिया का दायित्व निभाते रहे। चौधरी होराम सिंह मुखिया के पोत्र व गौतमबुद्धनगर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष और जेवर विधानसभा कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी मनोज चौधरी बताते हैं कि मुखिया के तौर पर बाबा चौधरी होराम सिंह की आस पास के कई जिलों में चर्चा होती थी, समाजोत्थान की बात हो या फिर कोई पंचायत वगैरा बाबा वहां जरूर जाया करते थे। बिटिश शासन के बाद जब देश में ग्राम प्रधानी का दौर शुरू हुआ, तो उनके पिता आदरणीय चौधरी महेंद्र, प्रधान चुने गए, जो लंबे समय तक ग्राम प्रधानी को निभाते रहे। ग्राम प्रधानी का यह दौर अंत तक बना ही रहा, जब महिला सीट आई तो उनकी माता रामकली देवी ग्राम प्रधान चुनी गईं और वर्ष 2010 से लेकर आज तक ग्राम प्रधान चली आ रही हैं।
चौधरी होराम सिंह मुखिया का विवाह दनकौर क्षेत्र के देवटा गांव की नथिया देवी के साथ संपन्न हुआ।
चौधरी होराम सिंह और नथिया देवी के बेटी और बेटियों की बात करें तो चौधरी महेंद्र प्रधान ज्येष्ठ, चौधरी जगदीश नेताजी मंझले और चौधरी धीरज सिंह सबसे छोटे पुत्र हुए। जब दूर दूर तक शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई संसाधन नही थे, पुराने जमाने में चौधरी होराम सिंह मुखिया के छोटे बेटे चौधरी धीरज सिंह ने एम.ए. तक की शिक्षा ग्रहण की। इस तरह से यह मुखिया परिवार शुरू से ही एक शिक्षा प्रेमी परिवार के तौर पर जाना जाता रहा है। पॉलीटिशियन की बात करें तो इस परिवार में गौतमबुद्धनगर जिला पंचायत सदस्य के रूप में रेखा देवी पत्नी प्रमोद वर्ष 2005 मेंं बनी। दूसरे महेंद्र प्रधान के छोटे पुत्र मनोज चौधरी पहले किसान कांग्रेस सेल के जिलाध्यक्ष और फिर गौतमबुद्धनगर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बने। आखिर वर्ष 2022 में मनोज चौधरी ने कांग्रेस के टिकट पर जेवर विधानसभा का चुनावए बडे मजबूती से लडा। चौधरी धीरज सिंह के बडे पुत्र संजय भैया ने पिछली बार बिलासपुर नगर पंचायत से चेयरमैन पद का चुनाव लडा, हालांकि मामूली अंतर से वे चुनाव हार गए थे। संजय भैया ने फिर दूसरी बार राजनीति पारी खेली और दादरी विधानसभा से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लडा। तीसरी बार वर्ष-2023 में फिर संजय भैया ने बिलासपुर नगर पंचायत से चेयरमैन पद के लिए धर्मपत्नी श्रीमती लता चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा।
इस बार श्रीमती लता चौधरी ने निर्दलीय रूप से ही बिलासपुर की चेयरमैनी अपने नाम कर ली। मैनेजमेंट मेंं मास्टर डिग्री की बात करेंं तो इस परिवार में 2 एमबीए, जिनमें खुद मनोज चौधरी और सोमेंद्र पुत्र राजवीर चौधरी हैं। जब कि जगदीश नेता जी के पुत्र प्रमोद कुमार पायलट हैं। वहीं संजय भैया के छोटे भाई रविंद्र चौधरी उर्फ रवि भैया एडवोकेट हैं, जो सूरजपुर कोर्ट में प्रेक्टिस रहे हैं। आखिर में अब बारी आती है डॅाक्टरी की, इस परिवार में नीट क्वालिफाई करने वाले इन 3 बच्चों समेत पूरे 9 लोग मेडिकल क्षेत्र में आ गए हैं। हाल ही मेंं नीट क्वालिफाई करने वालों में राजवीर सिंह के बेटा सुमित, मनोज चौधरी की बेटी प्रियंका, पोत्र और पोत्री स्व महेंद्र प्रधान और रामकली देवी प्रधान, संजना बेटी संजय भैया और लता चौधरी चेयरमैन बिलासपुर, पोत्र धीरज सिंह चौधरी हैं। इनके अलावा जो पहले से मेडिकल या पैरामेडिकल की पढाई में हैं, या कर चुके हैं, उनमें डा0 हरेंद्र सिंह पुत्र धीरज सिंह एमबीबीएस, डा0 अंजलि सिंह पत्नी डा0 हरेंद सिंह एमबीबीएस, डा0 अंजलि चौधरी पुत्री मनोज चौधरी बीडीएस, डा0 हितेंद्र चेची पुत्र राजवीर सिंह एबीबीएस हंगरी में अध्यन्नरत, अभिषेक सिंह पुत्र भगत सिंह और हिमांशु चौधरी पुत्र मनोज चौधरी फॉर्मेसी में अध्यन्नरत हैं।